दिल्ली की हवा में रहना दिनभर में कितनी सिगरेट पीने के बराबर है?

दिल्ली की हवा में रहना दिनभर में कितनी सिगरेट पीने के बराबर है? हैरान रह जाएंगे आप

दिल्ली की हवा में सांस लेना सिगरेट पीने के समान हो गया है. यह दावा किसी रिसर्च या अनुमान से नहीं, बल्कि हकीकत है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि दिल्ली की हवा में सांस लेना कितना सिगरेट पीने के बराबर है.

दिल्ली का एक्यूआई इन दिनों कई जगह 300 से ज्यादा है. ऐसे में ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया जा रहा है. इस बीच चलिए जानते हैं कि इस समय दिल्ली की हवा में सांस लेना कितनी सिगरेट पीने के बराबर है.
हाल के अध्ययनों से पता चला है कि दिल्ली की हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों की मात्रा इतनी ज्यादा है कि हर दिन दिल्ली की हवा में सांस लेना लगभग 40 सिगरेट पीने के बराबर है.
हाल के अध्ययनों से पता चला है कि दिल्ली की हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों की मात्रा इतनी ज्यादा है कि हर दिन दिल्ली की हवा में सांस लेना लगभग 40 सिगरेट पीने के बराबर है.
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा क्यों है, इसके कई कारण हैं. दरअसल दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में कई उद्योग हैं जो हवा में हानिकारक गैसें और कण छोड़ते हैं.

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा क्यों है, इसके कई कारण हैं. दरअसल दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में कई उद्योग हैं जो हवा में हानिकारक गैसें और कण छोड़ते हैं.
साथ ही दिल्ली में वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा है और इनसे निकलने वाला धुआं हवा को प्रदूषित करता है. इसके अलावा दिल्ली में कचरे को जलाने की प्रथा आम है, जिससे हवा में हानिकारक पदार्थ मिलते हैं.

साथ ही दिल्ली में वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा है और इनसे निकलने वाला धुआं हवा को प्रदूषित करता है. इसके अलावा दिल्ली में कचरे को जलाने की प्रथा आम है, जिससे हवा में हानिकारक पदार्थ मिलते हैं.
दिल्ली की हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है. हमें सभी को मिलकर प्रदूषण कम करने के लिए प्रयास करने होंगे. सरकार को भी इस समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.

दिल्ली की हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है. हमें सभी को मिलकर प्रदूषण कम करने के लिए प्रयास करने होंगे. सरकार को भी इस समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.
लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करना और उन्हें प्रदूषण कम करने के उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित करके ही प्रदूषण को कम किया जा सकता है.

लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करना और उन्हें प्रदूषण कम करने के उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित करके ही प्रदूषण को कम किया जा सकता है.

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