कितनी होगी DY Chandrachud की पेंशन?

कितनी होगी DY Chandrachud की पेंशन? पढ़ें सेवानिवृत्ति के बाद CJI को क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं

भारत के मुख्य न्यायधीश की सैलरी 2 लाख 80 हजार रुपये प्रतिमाह होती है। वहीं रिटायरमेंट के बाद उन्हें 16 लाख 80 हजार रुपये हर साल मिलते हैं। डियरनेस रिलीफ भी अगल से दी जाती है। इसके अलावा ग्रेच्युटी की रकम 20 लाख रुपये होती है। सुप्रीम कोर्ट के जजों की सैलरी सुप्रीम कोर्ट सैलरी कंडीशन्स ऑफ सर्विस एक्ट 1958 के तहत दिए जाते हैं।

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पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की पेंशन को लेकर जानकारी सामने आई है।(फोटो सोर्स: जागरण)
नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (D.Y. Chandrachud) 10 नवंबर को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। हाल ही में सीजेआई ने अपने रिटायरमेंट के बाद के प्लान पर बातचीत की थी। 
उन्होंने कहा था कि मेरा निजी विश्वास है कि जब आप सीजेआई या न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद भी लोग आपको हमेशा न्यायाधीश या सीजेआई के रूप में देखते हैं। समाज एक निश्चित व्यवहार की अपेक्षा करता है। मैं यह मानता हूं कि मुझे अपने पद के प्रति और सेवानिवृत्ति होने के बाद हर काम में ईमानदार रहना चाहिए।”
वहीं, इस बात पर काफी चर्चा हो रही है सीजेआई पद से रिटायर हो चुके डीवाई चंद्रचूड़ को कितनी पेंशन मिलेगी?
बता दें कि लॉ ट्रेंड के अनुसार,  भारत के मुख्य न्यायधीश की सैलरी 2 लाख 80 हजार रुपये प्रतिमाह होती है। वहीं, रिटायरमेंट के बाद उन्हें 16 लाख 80 हजार रुपये हर साल मिलते हैं। डियरनेस रिलीफ भी अगल से दी जाती है। इसके अलावा, ग्रेच्युटी की रकम 20 लाख रुपये होती है। सुप्रीम कोर्ट के जजों की सैलरी, सुप्रीम कोर्ट सैलरी कंडीशन्स ऑफ सर्विस एक्ट, 1958 के तहत दिए जाते हैं।

पूर्व CJI को मिलती है ये सुविधाएं
बात करें डीवाई चंद्रचूड़ को मिलने वाली सुरक्षा की तो उनके आवास पर 24/7 सुरक्षा होगी। रिटायरमेंट के बाद अगले पांच साल तक पर्सनल सिक्युरिटी गार्ड भी साथ रहेगा। उन्हें दिल्ली में टाइप-VII आवास मिलेगा। उन्हें घरेलू कर्मचारी, ड्राइवर समेत कई सुविधाएं मिलेगी। एयरपोर्ट पर सेरेमोनियल लाउंज का भी लाभ मिलेगा। फोन और इंटरनेट की फ्री सुविधा भी दी जाएगी।  

 

न्यायाधिकरणों में कोई भूमिका ग्रहण कर सकते हैं सीजेआई

हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि कानूनों के तहत सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT), दूरसंचार विवाद निपटान एवं अपीलीय न्यायाधिकरण और राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग जैसे कई न्यायाधिकरणों में काम करना पड़ता है। इन न्यायाधिकरणों के समक्ष आने वाले मामले बेहद अहम होते हैं। इन पर सुनवाई करने के लिए ईमानदार और विशेषज्ञ लोगों की जरूरत होती है। कयास लगाया जा रहा है कि पूर्व सीजेआई न्यायाधिकरणों में कोई भूमिका ग्रहण कर सकते हैं।


मैं सबसे अधिक ट्रोल होने वाला न्यायाधीश: डीवाई चंद्रचूड़
अपने विदाई समारोह में सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि शायद मैं सबसे अधिक ट्रोल होने वाला न्यायाधीश हूं। मैं सोच रहा हूं कि सोमवार से क्या होगा ? क्योंकि मुझे ट्रोल करने वाले सभी लोग बेरोजगार हो जाएंगे

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