दिवाली पर खूब जली राजधानी, 320 जगह धधके ?

आग लगने का टूटा 10 साल का रिकॉर्ड ?

दिवाली पर खूब जली राजधानी, 320 जगह धधके; देखें आंकड़े कब-कब हुए कितने हादसे

दिल्ली फायर सेवा विभाग के मुताबिक दिवाली की रात आग की सैकड़ों इमरजेंसी कॉल आने के बाद तीन लोगों की मौत और 12 लोग घायल हुए हैं। आग की घटनाओं की सूचना की वजह से रात भी दिल्ली के अलग-अलग फायर स्टेशनों पर कर्मचारी परेशान रहे।
दिल्ली में दिवाली के दिन आग लगने का टूटा रिकॉर्ड …

इस बार दिवाली पर आग की घटनाओं ने पिछले 10 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस वर्ष दिवाली की रात दिल्ली में 320 आग की घटनाएं हुईं। आग की इन घटनाओं में 12 से ज्यादा लोग झुलस गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। रात 11 बजे के बाद आग की सबसे ज्यादा 84 जगहों से सूचना आई। इमरजेंसी कॉल से दमकल कर्मी पूरी रात इधर-उधर से भागते नजर आए।

हर साल दिवाली की रात आग की घटनाओं का सामने आना कोई बड़ी बात नहीं है। इस बार दीपावली के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ सालों की तुलना में ज्यादा ही आतिशबाजी की हुई। इसका सीधा असर यह देखने को मिला कि एक ही रात में दिल्ली में आग की 320 घटनाएं हुईं, जिसने पिछले दस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिल्ली फायर सर्विस विभाग के मुताबिक दिवाली की रात (31 अक्टूबर) को आग लगने की भारी संख्या में सूचना मिलीं। दमकल विभाग को रात में कुल 320 आग की घटनाओं की लोगों ने कॉल के जरिए जानकारी दी, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा है।
इमरजेंसी कॉल ने फायरकर्मियों को किया परेशान
दिल्ली फायर सेवा विभाग के मुताबिक दिवाली की रात आग की सैकड़ों इमरजेंसी कॉल आने के बाद तीन लोगों की मौत और 12 लोग घायल हुए हैं। आग की घटनाओं की सूचना की वजह से रात भी दिल्ली के अलग-अलग फायर स्टेशनों पर कर्मचारी परेशान रहे। कुछ समय के लिए तो आग लगने की घटनाओं में तेजी बढ़ोतरी के बाद दमकल कर्मी सकते में भी आ गए।
158 इमरजेंसी कॉल मिली थीं
दिल्ली फायर सर्विसेज के डीजी अतुल गर्ग के अनुसार आधी रात से सुबह छह बजे के बीच आग लगने 158 इमरजेंसी कॉल मिली। जबक शाम 5 बजे से आधी रात के बीच 192 घटनाएं हुईं। कुल मिलाकर 300 से ज्यादा घटनाएं हुईं। हालांकि गनीमत ये रही कि दिल्ली में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
किस वर्ष आग की कितनी कॉल मिलीं
दिवाली की रात साल 2023 में 208, 2022 में 201, 2021 में 152, 2020 में 205, 2019 में 245, 2018 में 271, 2017 में 204, 2016 में 243 और 2015 में 290 इमरजेंसी कॉल मिलीं थी।
दिवाली के दिन (2024) आग और आपातकालीन कॉल का ब्यौरा
31 अक्तूबर – दिवाली
1 बजे से 7 बजे तक –41
7 बजे से 2 बजे तक–57
2 बजे से 4 बजे तक–24
4 बजे से 6 बजे तक–20
6 बजे से 8 बजे तक–32
8 बजे से 10 बजे तक–60
10 बजे से 11.59 बजे तक-84
कुल—318
 
आग की कॉल–280
पशु बचाव–8
पक्षी बचाव–6
बचाव–8
सड़क दुर्घटना-1
विशेष कार्य–8
दूसरों के साथ खड़े रहना-2
कुल 318 

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