लखनऊ से लेकर मथुरा तक आठ डॉक्टर होंगे बर्खास्त ?
लखनऊ से लेकर मथुरा तक आठ डॉक्टर होंगे बर्खास्त, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का ताबड़तोड़ एक्शन; देखिए लिस्ट
बिना सूचना ड्यूटी से गायब आठ डॉक्टरों को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर बर्खास्त किया जाएगा। इनमें मथुरा कासगंज बाराबंकी बागपत लखनऊ और बहराइच के डॉक्टर शामिल हैं। अंबेडकर नगर के डॉ. प्रशांत को लापरवाही पर निलंबित किया गया है। उन्नाव के दो डॉक्टरों पर विभागीय कार्रवाई होगी। वाराणसी में अस्पताल स्टाफ की गलतियों पर जांच के आदेश दिए गए हैं जिसमें दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ। लंबे समय से बिना बताए ड्यूटी से गायब चल रहे आठ डाक्टरों को बर्खास्त किया जाएगा। जिन चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई होगी उनमें मथुरा के तीन, कासगंज, बाराबंकी, बागपत, लखनऊ व बहराइच का एक-एक चिकित्सक शामिल है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से इन सभी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
जिन आठ डाक्टरों को बर्खास्त किया जाएगा उनमें मथुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बलदेव में तैनात जनरल फिजिशियन डा. अनीता, जिला संयुक्त चिकित्सालय वृंदावन की नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. निधि वर्मा और सीएचसी फरह में तैनात स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. राधिका पराशर शामिल हैं।
ऐसे ही कासगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) नमैनी के चिकित्साधिकारी डा. आशीष कुमार, बाराबंकी सीएमओ के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डा. एम ताहिर, बागपत की पीएचसी रटौल में तैनात चिकित्साधिकारी डा. रविन्द्र कुमार, लखनऊ के लोकबंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय में तैनात जनरल सर्जन डा. आशीष कुमार सिंह एवं बहराइच की सीएचसी पयागपुर में तैनात दंत शल्यक डा. पूनम पाल को भी बर्खास्त किया जाएगा।
कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में डा. प्रशांत निलंबित
वहीं उप मुख्यमंत्री ने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने और शासन को समय पर सूचनाएं न देने के आरोप में उन्नाव के सीएमओ डा. सत्य प्रकाश एव सीएचसी सफीपुर के अधीक्षक डा. राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने डाक्टरों को चेतावनी दी है कि वह अपनी कार्यशैली में सुधार करें वरना कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी में नर्स व कर्मचारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने वाराणसी के जिला अस्पताल में स्टाफ नर्स व कर्मचारियों द्वारा चिकित्सालय की गरिमा व छवि धूमिल किए जाने पर सख्त नाराजगी जताई है। वायरल हुए वीडियो का संज्ञान लेकर उन्होंने मामले की एक हफ्ते में जांच किए जाने के आदेश दिए हैं। जांच के बाद आरोपित स्टाफ नर्स व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में प्रत्येक मरीज को बिना किसी कठिनाई के बेहतर इलाज दिया जाए और उससे बेहतर व्यवहार किया जाए
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