Delhi Assembly Election: देखें कितने पढ़े लिखे हैं नेताजी? 46 फीसदी 5वीं से 12वीं, तो 29 कभी स्कूल ही नहीं गए
Delhi Assembly Election 2025: छह उम्मीदवारों ने स्वयं को औपचारिक स्कूली शिक्षा के बिना साक्षर घोषित किया है और 29 ने स्वयं को निरक्षर बताया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के एलान के बाद सियासी सरगर्मी जोरों पर है। सभी सियासी दल चुनाव प्रचार में जोर पूरे जोर शोर से लगे हुए हैं। राजधानी में 5 फरवरी को मतदान होना है और 8 फरवरी को मतगणना होनी है। इस बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने सभी राजनीतिक दलों की तरफ से खड़े किए गए उम्मीदवारों का लेखा जोखा प्रकाशित किया है। इसमें उनकी शैक्षणिक योग्यता के बारे में भी जानकारी दी है।
कितने पढ़े-लिखे हैं उम्मीदवार?
चुनाव में किस्मत आजमा रहे 324 प्रत्याशियों यानी 46 फीसदी ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच घोषित की है। इसके अलावा 322 ने खुद को ग्रैजुएट या इससे ज्यादा पढ़ा-लिखा घोषित किया है। इसके अलावा 18 उम्मीदवारों ने खुद को डिप्लोमाधारक बताया है। कुल 29 प्रत्याशियों ने खुद को असाक्षर बताया है। इसके अलावा 6 उम्मीदवारों ने अपने को सिर्फ साक्षर लिखा है।
29 उम्मीदवार हैं निरक्षर छह उम्मीदवारों ने स्वयं को औपचारिक स्कूली शिक्षा के बिना साक्षर घोषित किया है और 29 ने स्वयं को निरक्षर बताया है। जबकि स्नातक पेशेवरों की संख्या 62 से बढ़कर 84 हो गई है और स्नातकोत्तर उम्मीदवारों की संख्या 90 से बढ़कर 104 हो गई है, वहीं डॉक्टरेट की उपाधि रखने वालों की संख्या 11 से घटकर आठ हो गई है।
कितने उम्रदराज हैं उम्मीदवार? कुल प्रत्याशियों को अगर उम्र के दायरों में बांटा जाए तो सामने आता है कि 41 से 60 वर्ष की उम्र के सबसे ज्यादा 394 उम्मी दवार (56 प्रतिशत) हैं। इसके अलावा 25 से 40 आयु वर्ग के बीच के 196 (28 फीसदी) उम्मीदवार हैं। 106 प्रत्याशियों ने खुद की उम्र 61 से 80 के बीच बताई है। इसके अलावा 80 वर्ष से ज्यादा के तीन उम्मीदवार हैं। आम जनमत पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र 88 वर्ष की उम्र में सबसे बुजुर्ग हैं। भावना (निर्दलीय) और हर्षद चड्ढा (बहुजन समाज पार्टी), दोनों 25 साल के सबसे कम उम्र के प्रतियोगी हैं।
कितने करोड़पति प्रत्याशी मैदान में? दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार अमीर प्रत्याशियों का आंकड़ा भी बढ़ा है। 699 में से 23 उम्मीदवारों (3 फीसदी) ने अपनी संपत्ति 50 करोड़ से ज्यादा घोषित की है। इससे पहले 2020 में 672 में से 13 प्रत्याशियों (2 फीसदी) की संपत्ति ही 50 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा थी।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार 50 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले कुल उम्मीदवारों में से 5 अरबपतियों की श्रेणी में शामिल हैं। भाजपा के 68 में से तीन उम्मीदवार अरबपति हैं। वहीं, कांग्रेस के 70 में से एक और आप के भी इतने ही प्रत्याशी अरबपति की लिस्ट में हैं।