2 दिन में 14 राज्यों से तबलीगी जमात के 647 लोग अब तक कोरोना पॉजिटिव, 24 घंटों में 12 मरीजों की मौत
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार (3 अप्रैल) को बताया कि पिछले दिनों दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से अब तक कुल 647 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग 14 राज्यों के हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पिछले दो दिनों में तबलीगी जमात के 647 लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग असम, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से हैं।
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के संक्रमण के अब तक 2301 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 56 मरीजों की मौत हुयी और 156 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 12 मरीजों की मौत हुई है। उन्होंने कोरोना के संक्रमण की श्रंखला को तोड़ने के लिए लागू देशव्यापी बंद (लोकडाउन) को कारगर उपाय बताते हुए कहा कि संक्रमण के मामलों में जो बढ़ोतरी पिछले कुछ दिनों में हुयी है, उसका मुख्य कारण एक खास घटना रही।
अग्रवाल ने कहा कि अगर इस घटना को छोड़ दें तो लॉकडाउन और इस दौरान सामाजिक मेलजोल से दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के उपायों के कारण नए मामलों की गति मे इजाफा नहीं हो रहा था। अग्रवाल ने देशवासियों से अपील की, ”हम सभी को यह समझना होगा कि हम एक संक्रामक बीमारी से जूझ रहे हैं, ऐसे में इससे निपटने के उपायों का पालन में करने में मामूली सी चूक हमारे सारे प्रयासों को व्यर्थ साबित कर देती है।”
आंध्र प्रदेश ने कोरोना से पहली मौत की पुष्टि की
वहीं, आंध्र प्रदेश सरकार ने शुक्रवार (3 अप्रैल) को कोरोनोवायरस के कारण राज्य में पहली मौत की पुष्टि की। राज्य के नोडल अधिकारी श्रीकांत अरजा ने बताया कि सोमवार (30 मार्च) को पूर्वाहन 11.30 बजे विजयवाड़ा के जनरल हॉस्पिटल में भर्ती 55 वर्षीय शेख सुभानी ने एक घंटे बाद दोपहर 12.30 बजे दम तोड़ दिया था।
हालांकि, मौत की वजह की पुष्टि में देरी हुई क्योंकि अधिकारियों को मृत्यु के संभावित कारणों के रूप में पहले से मौजूद स्थितियों को खारिज करने की आवश्यकता थी। परीक्षण के बाद, अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि सुभानी की मौत कोरोना की वजह से हुई थी और शुक्रवार (3 अप्रैल) को यह घोषणा की गई।
सोमवार (30 मार्च) को अस्पताल में भर्ती कराने के समय, सुभानी को पहले से उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याएं थीं। जब सुभानी 30 मार्च को अस्पताल आए थे, तो उनका सैंपल लेकर घंटेभर के भीतर जांच के लिए भेजा गया। हालांकि, सुभानी की इस बीच मौत हो गई। सुभानी विजयवाड़ा के पास कुम्मारिपलेम का रहने वाला था। अधिकारियों ने उसके निकट संपर्क में आए 29 लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन में रखा है।
शेख सुभानी का बेटा 17 मार्च को विमान से दिल्ली से विजयवाड़ा लौटा था। 31 मार्च को सुभानी का बेटा कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसके उड़ान का विवरण और अन्य कोरोना प्रोटोकॉल औपचारिकताओं को राज्य सरकार ने पूरा कर लिया है। आंध्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या शुक्रवार सुबह 162 तक पहुंच गई।