इंदौर म्युनिसिपल करप्शन…:693 में से 414 फाइलें निकली फर्जी, 102 करोड़ का घपला

नगर निगम फर्जी बिल घोटाले में एक और एफआईआर दर्ज होने के बाद यह घोटाला 102 करोड़ का हो गया है। अब तक पिछले 10 वर्षों में हुए भुगतान से संबंधित 693 फाइलों की जांच हुई है, जिनमें से करीब 60 फीसदी 414 फाइलें फर्जी पाई गई हैं।
इनके माध्यम से ही बिना काम किए ठेकेदारों को करोड़ों का भुगतान कर दिया गया। 131 फाइलों की जांच होना अभी बाकी है, हो सकता है इनमें और नए घोटाले भी सामने आएं। पूरा मामला नगर निगम के ड्रेनेज विभाग का है। हालांकि विभाग के तमाम अफसरों को पहले की क्लिन चिट दी जा चुकी है, क्योंकि दावा है कि ये तमाम फर्जी बिल सीधे ऑडिट में लगाए गए थे और वहीं से पास कर भुगतान कर दिया गया।
विभाग को भनक तक नहीं लगी। उस वक्त निगम पर ठेकेदारों की 600 करोड़ की देनदारियां थी। बावजूद इसके चुनिंदा पांच ठेकेदारों को बिना काम के भी लगातार भुगतान होता रहा। निगम की रिपोर्ट में सभी अफसरों के साइन फर्जी निकले।