महिलाओं से ज्यादती और हिंसा में ग्वालियर सबसे आगे, भाेपाल-इंदाैर को भी पीछे छोड़ा
ग्वालियर का नाम आते ही सबसे पहले किसी बात का जिक्र हाेता है ताे वह है अपराध, लेकिन जब ये अपराध मासूम बच्चियाें, स्कूल-काॅलेज जाने वाली युवतियाें, कामकाजी और घरेलू महिलाओं की जिंदगी को प्रभावित करने लगे ताे इस पर लगाम लगाना जरूरी हाे जाता है।
ग्वालियर में महिलाओं के साथ प्रदेश की राजधानी भोपाल और सबसे बड़े शहर इंदौर से ज्यादा अपराध हाे रहे हैं। महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म, मारपीट और अपहरण जैसी घटनाएं दिनाेंदिन बढ़ रही हैं। गुजरे 48 घंटे इसका प्रमाण हैं। इस दाैरान एक महिला को घर खाली करने को लेकर चिठ्ठी भेजकर डराया गया। उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी गई लेकिन आरोपी कौन हैं, इस बारे में पुलिस को कुछ नहीं पता। दूसरी ओर एक 14 वर्षीय किशोरी को उसके पड़ोसियों ने न सिर्फ छेड़ा बल्कि विरोध करने पर पीटा व सड़क पर पटककर घसीटा। गनीमत रही कुछ लोग आ गए और मासूम को हैवानों से बचा लिया। इन दोनों घटनाओं ने फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। इन घटनाओं से पहले कार सवार गुंडों ने पति के साथ जा रही ब्यूटी पार्लर संचालिका को छेड़ा और पति को पीटा। महिला पर बीयर उड़ेल दी। ऐसे अपराधों पर भास्कर ने पड़ताल की।
गोविंदपुरी.. यहां पांच दिन पहले पति के साथ घर जा रही ब्यूटी पार्लर संचालिका को कार सवार गुंडों ने रोक लिया और छेड़छाड़ की। जब पति ने मना किया तो उनके साथ मारपीट की। बचाने महिला आई तो उसे भी पीटा। यही नहीं उस पर बीयर उड़ेल दी। जब दंपति यूनिवर्सिटी थाने शिकायत करने पहुंचे ताे पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज कर लिया। छेड़छाड़ की धाराएं नहीं लगाईं।
नाका चंद्रबदनी… यहां रहने वाली प्रीति पलाश के पति राघवेंद्र कलेक्टाेरेट में कार्यरत हैं। बीते राेज वह जब ड्यूटी गए थे तो उनके घर के दरवाजे के पास दीवार के काेने में कोई गुंडा धमकीभर चिठ्ठी छाेड़ गया। इसमें लिखा था- अगर मकान खाली नहीं किया तो बच्चों को मार देंगे। अगले दिन कमरे में एक और चिठ्ठी मिली, उसमें भी यही लिखा था। महिला ने झांसी रोड थाने में एफआईआर कराई, लेकिन आरोपी पुलिस पता नहीं कर पाई।
सिंधिया नगर पहाड़ी… यहां रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी को शनिवार शाम उसके पड़ोसी छोना परिहार और हर्ष पाल ने घेर लिया और ज्यादती की कोशिश की। जब वह शोर मचाने लगी तो उसे पीटा। शोर सुनकर अन्य लोग आ गए। उन्हाेंने युवकों को भगाकर किशोरी को बचा लिया। यूनिवर्सिटी पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर आरोपियों काे पकड़ लिया।
हाईकोर्ट ने कराया सर्वे, रिपोर्ट पेश नहीं
शहर में महिला अपराधों को लेकर हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पहली बार शहर में महिला वकीलों से सर्वे कराया था। इन्हें शहर के अलग-अलग इलाकों में सर्वे कर महिला सुरक्षा के इंतजामों की रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में पेश करनी थी। कोरोना के कारण रिपोर्ट कोर्ट में नहीं दी जा सकी है।
सेफ्टी पिन ने शहर को बताया असुरक्षित
सेफ्टी पिन संस्था ने ग्वालियर में 2387 स्थानों का सर्वे किया था। सर्वे में महिला और बच्चों के लिए शहर को असुरक्षित बताया था। इस सर्वे को स्मार्ट सिटी को सौंपा गया। इसमें सुरक्षा को लेकर सुझाव दिए गए लेकिन स्मार्ट सिटी और नगर निगम ने इस पर अमल नहीं किया।