असम में साल की तीसरी बाढ़ से हालात खराब, मुश्किल में 13 जिलों के 3.18 लाख लोग
कोरोना काल के बीच असम में बाढ़ (Flood in Assam) से हालात और बिगड़ने लगे हैं. असम के 13 जिलों में 3.18 लाख लोग बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. कई लोगों की मौत की बात भी कही जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को असम में बाढ़ से बस्तियों के हालात और खराब हो गए. असम में मानसून सीजन की यह तीसरी बाढ़ है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 संकट के बीच तीसरी बार बाढ़ (Flood in Assam) आई है. इससे 13 जिलों के 390 गांवों में 13,500 हेक्टर में लगी फसल डूब गई है. उन्होंने कहा कि नागांव जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और धेमाजी जिले में एक व्यक्ति लापता है. राज्य में इस साल मानसून सीजन में आई बाढ़ से अब तक 119 लोगों की मौत हो चुकी है.
असम के 13 जिले बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित
धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, कामरूप, होजई, नगांव, माजुली, जोरहाट, मोरीगांव, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, शिवसागर और पश्चिम कार्बी बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं. फिलहाल अलग-अलग जिलों में 13 शेल्टर होम बनाए गए हैं. फिलहाल असम में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी दैनिक बाढ़ रिपोर्ट में कहा गया कि नागांव सर्वाधिक प्रभावित जिला है जहां 1.99 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार असम में 389 गांव डूब गए और 13,463 हेक्टेयर भूमि पर फसलें बर्बाद हो गईं.