अयोध्या: सरयू किनारे राम की पैड़ी पर जले 5,84,572 दीप, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज हुआ रिकॉर्ड
अयोध्या में शुक्रवार को सम्पन्न दीपोत्सव में आस्था और आत्मीयता के दीप जले. श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुरू होने से उपजे आत्मीयता के भावों को संजोए हुए आराध्य प्रभु के प्रति आस्था निवेदित करते हुए सरयू तीरे जल रहे 5,84,572 दीपों के बीच निहाल श्रद्धालुओं का हर्ष और उल्लास देखते ही बन रहा था.
सहज भाव से हो रहे ‘राम राम जय राजा राम’ ‘जय सिया राम’ ‘राजा रामचन्द्र की जय’ जयघोष के साथ सरयू की लहरों में उठती तरंगें देख, ऐसा लगता था कि मानों सरयू मैया भी अपने राम की जयकार कर रही हों. दीपोत्सव के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था. अयोध्या की छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गो, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों पर आकर्षक लाइटिंग की ही गई थी, नगरवासियों ने भी अपने घरों को सजाया-संवारा था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने एक बार फिर इस प्राचीन नगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस ‘भव्य दीपोत्सव’ को देखा-परखा और अंतत: एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्जवलन को नवीन विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया.
दीपोत्सव के लिए सैकड़ों स्वयंसेवक समर्पित भाव से डटे रहे. कीर्तमान रचने में अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के शिक्षकों व छात्रों की बड़ी भूमिका रही. दीप प्रज्जवलन का नियत समय शुरू होते ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के जाप के साथ एक-एक कर 5,84,572 दीप जलाए गए. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी. लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार दीपोत्सव की जानकारी दी जा रही थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए रिकॉर्ड के लिए अयोध्या सहित देश-दुनिया के सभी राम भक्तों को बधाई दी. नया घाट पर विश्व कीर्तिमान की घोषणा होने के बाद उन्होंने कहा कि अब अगले वर्ष का दीपोत्सव एक नए कीर्तिमान को गढ़ेगा. आज के कीर्तिमान के लिए अयोध्यावासी विशेष बधाई के पात्र हैं.
उन्होंने कहा, “अयोध्या में आज का उल्लास बताता है कि त्योहार किस प्रकार मनाना चाहिए. प्रदूषण रहित दिवाली और डिजिटल दिवाली का सुंदर उदाहरण यहां सबने देखा. यह यूनिक है. सबकी सहभागिता से यह त्योहार आज पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है. यह हर भारतवासी का पर्व है.”
आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने दीप जलाकर सरयू मईया की आरती उतारी. कोविड प्रोटोकॉल के कारण गणमान्य जनों के लिए नया घाट पर अलग-अलग आरती स्थल तैयार किए गए थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जगतगुरु वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी महाराज के साथ विधि-विधान से सरयू मईया की आरती भी उतारी, तो राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह और अनेक साधु-संतों ने अलग-अलग स्थलों से सरयू पूजन किया. विशिष्ट जनों द्वारा आरती के लिए सात मंच तैयार किए गए थे.