योगी के विकास मॉडल के फैन हो रहे दूसरे राज्य, आंध्र के बाद अब MP से आ रहे अधिकारी
नवंबर 2020 में आंध्र प्रदेश के प्रमुख सचिव प्रवीण प्रकाश काशी का कचरा प्रबंधन देखने के लिए आए थे. वहीं, इस बार उज्जैन के नगर आयुक्त आ रहे हैं.
वाराणसी/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास मॉडल की चर्चा अब पूरे देश में होने लगी है. प्रदेश के विकास मॉडल को देखने के लिए अभी हाल में ही आंध्र प्रदेश के प्रमुख सचिव ने दौरा किया था. जबकि अब उज्जैन के नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल यूपी का विकास मॉडल देखने के लिए आ रहे हैं.
वह यहां पर कई योजनाओं को देखेंगे. इस दौरान वह दशाश्वमेध वार्ड की संकरी गलियों में हुए विकास कार्यों को भी देखेंगे. इसके अलावा भारत और जापान के दोस्ती की मिसाल रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर भी देखेंगे, जो 186 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है.
स्मार्ट होंगी काशी की गलियां
गलियों के शहर बनारस की गलियों को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया जा रहा है. कुल पांच वार्डों की गलियों का विकास किया जा रहा है. इन गलियों में नए पत्थर लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही गलियों की तस्वीर बदलने के लिए काशी की सभ्यता के अनुरूप वॉल पेंटिंग की जा रही है. जिससे आने वाले दिनों में पर्यटक यहां की संस्कृति को समझ सकें. साथ ही बनारस के विकास को जान पाएं.
देश भर में हो रही है सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत हुए कार्यों की पूरे भारत की सराहना मिल रही है. अविरल और निर्मल गंगा के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार संकल्पित हैं. गंगा नदी में गंदगी रोकने के लिए और घाटों को साफ रखने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ काम किया जा रहा है.