मध्य प्रदेश: छत्तीसगढ़ की लड़की को 6 बार बेचा, 7वीं बार में युवती ने कर ली आत्महत्या
पुालिस अधीक्षक (SP) सचिन शर्मा ने मामले में खुलासा करते हुए कहा कि लड़की का 6 बार पहले भी सौदा किया जा चुका था.
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की पुलिस ने अंतर्राज्यीय मानव तस्कर गिरेाह का खुलासा किया है, इस मामले में एक महिला सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस गिरोह से जुड़े लोगों ने छत्तीसगढ़ की एक युवती को छह बार बेचा. पुलिस जब मामले का खुलासा करने में सफल हुई तब तक युवती आत्महत्या कर चुकी थी. पुालिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने इस पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए बताया कि तीन जुलाई 2020 को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के थाना कांसाबेल में एक युवती के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुई थी.
जांच में पता चला कि युवती को छतरपुर लाया गया है. इस मामले की जिम्मेदारी कोतवाली पुलिस को सौंपी गई. इस पर पता चला कि खोंप निवारी के दंपत्ति अजय राय और उनकी पत्नी को गिरफ्त में लिया गया.
पुालिस अधीक्षक शर्मा के अनुसार, राय दंपति ने जो खुलासा किया वह चौंकाने वाला रहा. पता चला कि युवती का छह बार सौदा किया गया. अंत में सौदा 70 हजार में उत्तर प्रदेश के ललितपुर के संतोष कुशवाहा द्वारा किया गया जिसने जबरन उसको अपने बेटे के साथ रखा. बाद में युवती ने आत्महत्या कर ली. सभी आरोपियों को छत्तीगसढ़ पुलिस अपने साथ टांजिट रिमांड पर ले गई है.
अंतर्राज्यीय मानव तस्करी क्या होता है?
जब एक राज्य से किसी व्यक्ति, बच्चे या महिला का अपहरण कर या बहला फुसला कर किसी दूसरे राज्य में बेच दिया जाता है उसे ही अंतर्राज्यीय मानव तस्करी कहते हैं. मानव तस्करी का इतिहास बहुत पुराना है. सदियों से इंसानों को बेचा खरीदा जा रहा है. लेकिन भारत में यह पूरी तरह से गैर कानूनी है जिसमें दोषी को सख्त सजा होती है. इंसानों द्वारा किसी इंसान को बेचा जाना इस दुनिया का सबसे बड़ा अभिषाप है.
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में कुल 2260 सौ मामले मानव तस्करी के दर्ज हुए थे. जिनका शिकार कुल 6616 लोग हुए थे, जिनमें 2914 बच्चे थे बाकी 3702 वयस्क हैं. अगर कोई व्यक्ति मानव तस्करी में लिप्त पाया जाता है तो IPC की धारा 370 के तहत दोषी को 14 साल या उससे ज्यादा की सजा हो सकती है.