पूछताछ करने पहुंची पुलिस टीम को लोगों ने जमकर पीटा, दो पुलिसकर्मी घायल

पुलिस चोरी के एक मामले में एक युवक को पूछताछ के लिए बुलाने गई थी. जहां पुलिस के ऊपर युवक और उसके परिजनों ने गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडों से हमला कर दिया.

पूछताछ करने पहुंची पुलिस टीम को लोगों ने जमकर पीटा, दो पुलिसकर्मी घायल
घायल दारोगा (L) और कांस्टेबल (R).

बिजनौर: यूपी के कासगंज में हुए पुलिस टीम पर हमले के बाद शुक्रवार को बिजनौर में भी ऐसी ही घटना सामने आई है. जहां चोरी के मामले में पूछताछ करने गई पुलिस पर लोगों ने हमला बोल दिया. इस घटना में एक कांस्टेबल और दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गये. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

क्या है मामला?
मामला बिजनौर के ग्राम कोतवाली देहात के मोहल्ला सादात का है. यहां 11 दिन पहले 13 लाख की चोरी हुई थी. इस मामले में पुलिस एक युवक को पूछताछ के लिए बुलाने गई थी. जहां पुलिस के ऊपर युवक और उसके परिजनों ने गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडों से हमला कर दिया. इसमें एक कांस्टेबल सोनू और एक दरोगा पवन कुमार बुरी तरह घायल हो गए. घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

लोगों ने किया थाने का घेराव 
अफरा-तफरी के माहौल में एसओजी टीम मौके पर पहुंची गई. साथ ही पुलिस पर हमले के संदिग्धों को पकड़कर अपने साथ थाने ले आई. इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया. थाने में बैठे युवकों को जबरन छुड़ाने का प्रयास भी किया. वहीं, पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए भीड़ को तितर-बितर कर दिया. बता दें कि मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है.

पहले भी हो चुका है पुलिस टीम पर जानलेवा हमला
बिकरू कांड:
 कानपुर के बिकरू कांड से तो सब वाकिफ हैं. 2-3 जुलाई 2020 की मध्यरात्रि कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर उसके साथियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक क्षेत्राधिकारी और एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. हालांकि, इसके बाद दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लाते वक्त एसटीएफ के एनकाउंटर में मारा गया था.

कासगंज कांड: बीते 9 फरवरी को कासगंज में भी ऐसा ही एक मामला आया था. जहां थाना सिढ़पुरा पर तैनात दारोगा अशोक कुमार और सिपाही देवेंद्र सिंह आरोपी की तलाश के लिए नगला धीमर कटरी गांव गए थे. दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव में कुछ लोग अवैध भट्टी चलाकर कच्ची शराब का बना रहे हैं. इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने दबिश दी, तो बदमाश मोती और उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. इस हमले में सिपाही देवेंद्र शहीद हो गए. जबकि दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके अलावा भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब आरोपियों या उनके परिजनों द्वारा पुलिस टीम पर हमला किया गया.

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