पत्रकारों से मारपीट: अखिलेश यादव पर मुरादाबाद में मुकदमा दर्ज
पत्रकारों से मारपीट के मामले में सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित 21 के खिलाफ मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इंडियन प्रेस एलाइवनेस एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ. अवधेश पराशर ने मारपीट, बलवा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज करवाया है। वहीं दूसरी ओर सपा जिलाध्यक्ष ने भी दो पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
एफआईआर में पत्रकारों ने लगाया आरोप
यूपी पुलिस के पास दर्ज कराई गई एफआईआर में पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि 11 मार्च को मुरादाबाद के होलीडे रेजीडेन्सी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लॉबी में कुछ पत्रकारों ने उनसे कुछ व्यक्तिगत सवाल पूछ लिए। इससे यादव छटपटा गए और उन्होंने अपने गार्डों और साथियों को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसा दिया। वहीं उपस्थित सिक्योरिटी गार्डों एवं 20 से अधिक सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों को पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया। जिसमें कई पत्रकारों को गंभीर चोटें आई हैं।
सपा जिला अध्यक्ष ने भी दर्ज कराया मामला
सपा जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने भी पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने एबीपी न्यूज के उबैद उर रहमान, न्यूज 18 के पत्रकार फरीद शम्सी के खिलाफ धारा 160 /341/ 332/ 353/ 504/ 499/ 120 B के तहत मामला दर्ज कराया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुरुवार को पत्रकारों के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया था। आरोप था कि पत्रकारों को अखिलेश यादव के सुरक्षाकर्मियों ने धक्का देकर जमीन पर गिराया। इस दौरान एक टीवी चैनल का पत्रकार नीचे गिर गया और उसे चोट लग गई थी। मामले पर पत्रकारों का कहना था कि उन्हें सवाल पूछे जाने से भी रोका गया। दूसरी ओर, सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था।
पत्रकारों की पिटाई पर कानून मंत्री ने सपा पर साधा था निशाना
प्रदेश के न्यायमंत्री बृजेश पाठक ने शुक्रवार को मुरादाबाद में पत्रकारों की पिटाई की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में उनकी पार्टी के लोगों ने पत्रकारों पर प्राणघातक हमला किया है। पाठक ने कहा कि लाल टोपी लगाने वाले सभी लोग सामाजिक कार्यकर्ता नहीं हैं, इनमें गुंडे शामिल हैं जिनसे लोग सतर्क रहें।
उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह शर्म की बात है कि एक मुख्यमंत्री रह चुके शख्स की मौजूदगी में यह वारदात हुई। उन्होंने मुरादाबाद की इस घटना में चोटिल हुए कई पत्रकारों के नाम लेते हुए कहा कि इन पत्रकारों को सपा कार्यकर्ताओं के हमले में गंभीर चोटें आई हैं। श्री पाठक ने कहा कि हम इस घटना को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी सरकारी, हमारी पार्टी, हमारे मुख्यमंत्री व अन्य नेता मीडिया के साथ हैं और मुरादाबाद की इस घटना को प्रदेश और देश में ले जाएंगे।