UP Panchayat Election Result: 30 जगहों पर हिंसक झड़प में 2 की मौत, एटा में धरने पर बैठे 4 बीजेपी विधायक, SP को जबरन जिताने का आरोप

एटा में तो चार बीजेपी विधायक पंचायत चुनाव के रिजल्ट (Panchayat Election Result) से पूरी तरह से नाराज हैं. उनका आरोप है कि उनके उम्मीदवारों को जबरन हरवाया गया है.

यूपी पंचायत चुनाव का रिजल्ट (UP Panchayat Election Result) आने के बाद से हंगामे का दौर जारी है. करीब 30 जगहों पर फायरिंग और मारपीट जैसी घटनाओं की खबर है. यही नहीं एटा में तो चार बीजेपी विधायक पंचायत चुनाव के रिजल्ट से पूरी तरह से नाराज (BJP MLA Unhappy To Result) हैं. उनका आरोप है कि उनके उम्मीदवारों को जबरन हरवाया गया है, जिससे एसपी के उम्मीदवारों को जिताया जा सके. गुस्साए बीजेपी विधायक अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं. सभी जिलाधिकारी ऑफिस के बाहर धरना (Protest) कर रहे हैं.

उनकी मांग है कि सभी 30 सीटों पर फिर से वोटों की गिनती (Recounting On 30 Seats) कराई जाए, जिसकी जिम्मेदारी किसी दूसरे चुनाव अधिकारी के पास हो. विधायकों के धरने की वजह से डीएम और एसएसपी बी मौके पर मौजूद हैं. धरने पर बैठने वालों में एटा जिला पंचायत चुनाव के प्रभारी रहे एमएलसी धर्मवीर प्रजापति (MLC Dharamvir Prajapati) शामिल हैं. उनके साथ ही अलीगंज से एमएलए सत्यपाल सिंह राठौर, मारहरा सीट से एमएलए वीरेंद्र लोधी और जलेसर से एमएलए संजीव दिवाकर शामिल है.

जिलाधिकारी ऑफिस के बाहर धरने पर विधायक

ये भी लोग जिलाधिकारी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं और दोबारा वोटों की गिनती की मांग पर अड़े हुए हैं. इनका आरोप है कि एसपी उम्मीदवारों को जितवाने के लिए इनके प्रत्याशियों को जबरन हरवाया गया है. उनकी मांग है कि फिर से 27 वार्डों पर वोटों की गिनती करवाई जाए. उनको पहले की काउंटिंग पर जरा भी भरोसा नहीं है. उनका कहना है कि उन्होंने पहले भी इसकी शिकायत की थी लेकिन वोटों की गिनती में लगे चुनावकर्मियों ने उनकी बात को सुना ही नहीं. यहां तक कि उन्होंने प्रशासन तक पर एसपी से मिलीभगत का आरोप लगा दिया. उनका कहना है कि दूसरे जिले के ऑफिसर के सामने वोटों की गिनती फिर से कराई जाए. करीब 25 वार्ड ऐसे हैं जिनपर वह जीत रहे हैं.

SP उम्मीदवारों को धांधली से जिताने का आरोप

वहीं एमएलसी धर्मवीर प्रजापति ने आरोप लगाया कि जैसे ही पंचायत चुनाव में वोटों की गिनती शुरू हुई तो उनके एजेंट्स को पोलिंग बूथ से ही बाहर कर दिया गया. काउंटिंग शुरू होने के बाद ही बीजेपी कार्यकर्ता लगातार फोन पर उन्हें इस तरह की जानकारी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि जो उम्मीदवार 900 से 1000 वोटों से आगे थे वह एकदम से 2 हजार वोटों से पीछे हो गया. उनका आरोप है कि शिकायत के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उनका आरोप है कि उके उम्मीदवारों को 10 वार्ड पर जीत मिली है लेकिन फिर भी उको सर्टिफिकेट तक नहीं दिया गया है.

पंचायत चुनाव के रिजल्ट आने के बाद हिंसा की खबरें भी सामने आ रही हैं. जिनमें कुछ घटनाएं जीत के जुलूस के दौरान भी हुईं. वहीं वोटों की गिनती और उसके बाद भी 25 हिंसक घटनाएं होने की खबर है. ये घटनाएं प्रयागराज, मुरादाबाद, बागपत, अयोध्या, मिर्जापुर जैसी जगहों पर सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि इन हिंसक घटनाओं में अब तक 2 लोगों की जान भी जा चुकी है.

30 जगहों पर हिंसा, 2 की मौत

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक पंचायत चुनाव के रिजल्ट के बाद से अब तक दो मर्डर के केस, सात मर्डर की कोशिश के केस दर्ज किए गए हैं. वहीं 5 मामले पुलिस के साथ झड़प के भी दर्ज किए गए हैं. हीं मारपीट के मामले में 5 और केस दर्ज किए गए हैं. वहीं अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक चुनाव आयोग की तरफ से सख्ती से विजय जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई गई थी. इसके बाद भी लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई. चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में भी सख्त कार्रवाई की जा रही है.

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