UP Panchayat Election के दौरान 301 हिंसक घटनाओं में दर्ज हुए केस, 10 हत्याएं हुई, पुलिस ने किया खुलासा
पुलिस के अनुसार पिछले यानी 2015 के पंचायत चुनावों में कुल 485 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे. इनमें हत्या के 17, हत्या का प्रयास करने के 34, बलवा करने के 210 केस दर्ज किए गए थे.
सरकारी आकंड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में हाल ही पंचायत चुनाव के दौरान 10 हत्याएं हुई है. इन मामलों में केस दर्ज कर लिए गए है. इसके अलावा हत्या के प्रयास के 64 मुकदमे दर्ज किए गए है. पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में 301 हिंसा की घटनाएं हुई हैं. इनमें हत्या के 10, हत्या का प्रयास करने के 64, बलवा करने के 71, बूथ लूटने के 3, मतपेटी लूटने के 13, मतपत्र फाड़ने के 10, मतदान केंद्र पर मारपीट के 8, मतदान कर्मियों के साथ मारपीट करने के 17 और अन्य विवाद के 105 केस दर्ज किए गए हैं.
इन केसों में आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है. पुलिस विभाग द्वारा जारी आकंड़ों में दावा किया गया है कि पिछले पंचायत चुनावोम के मुकाबले इस बार 62 प्रतिशत कम आपराधिक घटनाएं हुई हैं. वहीं पुलिस ने दावा किया है कि लखनऊ, गौतम बुद्धनगर समेत 20 जिलों में एक भी आपराधिक घटना नहीं हुई है.
2015 में दर्ज हुए थे इतने केस
पुलिस के अनुसार पिछले यानी 2015 के पंचायत चुनावों में कुल 485 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे. इनमें हत्या के 17, हत्या का प्रयास करने के 34, बलवा करने के 210, बूथ लूटने के 8, मतपेटी लूटने के 5, मतपत्र फाड़ने के 26, मतदान केंद्रों पर मारपीट के 5, मतदान कर्मियों के साथ मारपीट करने के 19 और गाली-गलौज समेत अन्य घटनाओं के 161 केस दर्ज किए गए थे.
भतीजे ने नहीं दिया वोट तो चाचा ने कराई हत्या
गाजियाबाद के मोदी नगर के भोजपुर थाना क्षेत्र से रिश्तों को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. यहां पंचायत चुनाव में वोट नहीं देने पर चाचा ने ही अपने भतीजे की हत्या करवा दी. हत्या करने के आरोप में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के अनुसार हत्या के लिएए मृतक के चाचा ने 50 हजार रुपए में सुपारी दी थी.
18 अप्रैल को गांव कनकपुर निवासी लाखन सिंह तोमर का शव पड़ोसी के एक बंद मकान में मिला था. पंचायत सदस्य का चुनाव लड रहे लाकन के चाचा बलराम सिंह ने मामले में गांव के तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जानकारी के अनुसार लाखन की हत्या आरी और चाकू से की गई थी.
चुनाव पर पड़ रहा था असर
एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया कि हत्यकांड की जांच में कई बड़े खुलासे हुए. उन्होंने बताया कि मृतक लाखन तोमर शराब पीने का आदी था और अपने चाचा बलराम सिंह से उसकी नहीं बनती थी. लाखन से चुनाव प्रचार के दौरान कई बार ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज भी की थी. लाखन की इस हरकत का चुनाव पर भी असर पड़ रहा था.