मायावती ने अरविंद केजरीवाल पर बोला हमला, कहा- पिछली बार भी ये नाटक किया था…

मायावती ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पिछली बार भी ये नाटक किया था और इस बार भी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केवल हाथ जोड़कर दिल्ली के सीएम का यह कहना कि दिल्ली से लोग पलायन न करें, यही नाटक कोरोना के दौरान पहले भी किया गया था।

लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। मायावती ने अरविंद केजरीवाल पर यह अटैक दिल्ली से लगातार हो रहे पलायन को लेकर किया। मायावती ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पिछली बार भी ये नाटक किया था और इस बार भी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केवल हाथ जोड़कर दिल्ली के सीएम का यह कहना कि दिल्ली से लोग पलायन न करें, यही नाटक कोरोना के दौरान पहले भी किया गया था। यह सब अब महाराष्ट्र, हरियाणा व पंजाब आदि राज्यों में भी देखने के लिए मिल रहा है। अब पंजाब में लुधियाना से भी लोग काफी पलायन कर रहे हैं, यह अति-दुःखद है।

मायावती ने अगले ट्वीट में कहा कि यदि यहां कि राज्य सरकारें इनमें विश्वास पैदा करके इनकी जरूरतों को समय से पूरा कर देतीं तो फिर ये लोग पलायन नहीं करते और अब यहां कि राज्य सरकारें इस मामले में अपनी कमियों को छिपाने हेतु किस्म-किस्म की नाटकबाजी कर रही हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि साथ ही, पूरे देश में सर्वसमाज में से खासकर गरीबों, दलितों व आदिवासी समाज के लोगों को “फ्री” में वैक्सीन दी जानी चाहिए। इसके साथ-साथ, ऐसे समय में इनकी आर्थिक मदद भी जरूर की जानी चाहिये। बी.एस.पी. की केन्द्र व सभी राज्य सरकारों से भी पुनः यह मांग है।

‘गरीबों, कमजोर वर्गों के इलाज का पूरा खर्च केन्द्र स्वयं वहन करे’

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सभी पार्टियों को, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर केन्द्र सरकार से यह मांग करनी चाहिए कि कोरोना-पीड़ित गरीबों व कमजोर वर्गों के इलाज का पूरा खर्च केन्द्र स्वयं वहन करे तथा इनको कोरोना वैक्सीन भी मुफ्त में ही लगवाए। मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ”देश में अति-भीषण व दर्दनाक रूप धारण करते कोरोना प्रकोप के कारण सभी पार्टियों को, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर, केन्द्र सरकार से यह माँग करनी चाहिए कि कोरोना-पीड़ित गरीबों व कमजोर वर्गों के इलाज का पूरा खर्च केन्द्र स्वयं वहन करे तथा इनको कोरोना वैक्सीन भी मुफ्त में ही लगवाए।”

उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि  साथ ही, बीएसपी का यह भी कहना है कि यदि केन्द्र की सरकार इस अनुरोध को स्वीकार नहीं करती है तो फिर सभी राज्य सरकारों को अपने ग़ैर-जरूरी खर्च में कटौती की पहल करके इस जिम्मेवारी को खुद ही जरूर उठानी चाहिये। मायावती ने कहा कि ”इतना ही नहीं, बल्कि यदि इस मामले में दलगत राजनीति से अलग हटकर सभी दल मिलकर व आगे आकर जो भी पहल करते हैं तो फिर बीएसपी इसका स्वागत करेगी और इसमें हर संभव अपना पूरा सहयोग करेगी। यही समय की जरूरत भी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *