तीसरी लहर से बच्चों को बचाओ
दूसरी लहर में भोपाल के 14 साल तक के 2699 बच्चे पॉजिटिव हुए, तीसरी में हर दिन 1000 बच्चों के संक्रमित होने का खतरा
- अभी 156 बच्चे ही अस्पताल में भर्ती, 1462 अब तक स्वस्थ हो चुके
- एक हजार बेड बढ़ाने होंगे, इनमें 300 आईसीयू, 700 ऑक्सीजन सपोर्टेड
कोरोना की दूसरी लहर में ज्यादातर युवा संक्रमित हुए, लेकिन तीसरी लहर बच्चों पर हावी होगी। ऐसा अनुमान है कि तीसरी लहर में भोपाल में हर दिन जितने नए केस मिलेंगे, उनमें 50% पॉजिटिव 0 से 14 साल के बच्चे होंगे। इनमें भी 200 बच्चे अस्पताल में भर्ती होंगे। यदि ये अनुमान सही रहा तो तीसरी लहर शुरू होने के छह दिन बाद ही नो-बेड के हालात बन सकते हैं, क्योंकि अभी शहर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बच्चों के लिए सिर्फ 1300 बेड ही हैं। इनमें 500 बेड एनआईसीयू और पीआईसीयू के हैं।
तीसरी लहर में एक हजार बेड और चाहिए। इनमें भी 300 आईसीयू और 700 ऑक्सीजन सपोर्ट वाले हों। ये सारे अनुमान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चेतावनी को ध्यान में रखकर लगाए गए हैं। इसमें बताया गया था कि तीसरी लहर भी दूसरी की तरह ही होगी, लेकिन इसमें 50% मरीज बच्चे हो सकते हैं। एनएचएम की कोविड पॉजिटिव पेशेंट लाइन लिस्ट रिपोर्ट की मानें तो दूसरी लहर में भोपाल में 2699 बच्चे संक्रमित हुए। अच्छी बात ये है कि इनमें से 58% घर पर रहकर ही स्वस्थ हुए हैं। 32% ही अस्पताल गए थे। अभी 660 बच्चे होम आइसोलेशन में हैं। 72% स्वस्थ हो चुके हैं।
आशंका…. बेड अभी नहीं बढ़ाए तो तीसरी लहर शुरू होने के 6 दिन बाद ही नो-बेड के हालात बन जाएंगे
26 अस्पताल, जहां बच्चों को मिल रहा कोरोना का इलाज
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