ताउतेः पीएम मोदी ने किया गुजरात के लिए 1000 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 2 लाख का मुआवजा

Cyclone Tauktae: चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा है. क्षेत्र में पेड़ भी बड़ी संख्या में गिर गए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘ताउते’ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दीव के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया. मोदी चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एक दिवसीय गुजरात दौर पर बुधवार को भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया. एक अधिकारी ने बताया कि मोदी हेलीकॉप्टर पर सवार होकर प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वे के लिए निकले.

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में तूफान ताउते से हुए नुकसान के लिए 1000 करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान किया. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार इंटर मिनिस्ट्रियल ग्रुप भेजेगी जो पूरे प्रदेश में भ्रमण कर नुकसान का जायजा लेगी. चक्रवात से हुए नुकसान के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र सरकार मदद करेगी. पीएम ने राज्य में कोरोना महामारी के प्रभाव की भी समीक्षा की. सभी राज्यों में तूफान से मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों के परिजनों को 50000 का मुआवजा राशि देने की घोषणा की. केंद्र की ओर से चक्रवात से प्रभावित सभी प्रभावित राज्यों को तुरंत राहत दी जाएगी. उन्होंने कहा कि ताउते से प्रभावित सभी राज्य अपने नुकसान का आंकलन जो केंद्र को देंगे उनको केंद्रीय सहायता राशि दी जाएगी.

पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘चक्रवात ताउते के मद्देनजर स्थिति का आकलन करने के लिए गुजरात और दीव के कुछ हिस्सों का हवाई सर्वे किया. केंद्र सरकार चक्रवात से प्रभावित सभी राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है.’ इससे पहले रूपाणी ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनगर पहुंच गए हैं. वह चक्रवात ताउते से प्रभावित अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों का हवाई सर्वे करेंगे.’

पीएम ने की अहमदाबाद में समीक्षा बैठक

चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा है. क्षेत्र में पेड़ भी बड़ी संख्या में गिर गए हैं. प्रभावित इलाकों का मुआयना करने के बाद प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में चक्रवाती तूफान ताउते से गुजरात में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए हुई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा. इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 13 लोगों की मौत भी हुई है. चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुकाओं में बारिश हुई. एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने पहले ही दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था.

तूफान से उखड़े 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे

मौसम विभाग ने कहा कि ताउते गुजरात के तट से “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” के तौर पर आधी रात के करीब गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर “गंभीर चक्रवाती तूफान” और बाद में और कमजोर होकर अब “चक्रवाती तूफान” में बदल गया है. रुपाणी ने मंगलवार को कहा था कि 16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई. यह राज्य में आया, अब तक का सबसे भयावह चक्रवात बताया जा रहा है. ताउते के कारण सौराष्ट्र से लेकर उत्तरी गुजरात के तट तक भारी बारिश देखने को मिली. कम से कम 46 तालुका में 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई जबकि 12 में 150 से 175 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई. चक्रवात ताउते दोपहर बाद अहमदाबाद जिले की सीमा से लगते हुए उत्तर की तरफ बढ़ गया. इससे पहले और इस दौरान भी यहां लगातार भारी बारिश हुई जिससे शहर के कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया.

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