मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों ने 8वें दिन हड़ताल की खत्म, आज से लौटेंगे काम पर वापस

जूडा का कहना है कि हाईकोर्ट का सम्मान करते हुए और सरकार और विभाग के मंत्री के आश्वासन दिलाए जाने के बाद हमने हड़ताल खत्म कर दी है.

मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) में 7 दिन से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार को 8वें दिन खत्म हो (Junior doctors strike over) गई है. प्रदेश के सभी जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है. सबसे पहले प्रदेश में ग्वालियर के जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया था. सोमवार सुबह से ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री (minister Vishwas sarang) के साथ जूडा की मीटिंग चल रही थी. इस मीटिंग के बाद हड़ताल को वापस लेने का फैसला लिया गया है.

रविवार सुबह से ही डॉक्टरों और सरकार के बीच बातचीत का दौर जारी था. देर रात तक विभाग के मंत्री विश्वास सारंग जूडा के साथ संपर्क में थे. जिसके बाद सोमवार को मंत्री विश्वास सारंग से मिलने जूडा का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा. जहां चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस लेने का फैसला किया.

सरकार ने मानी जूडा की 17% स्टाइपेंड की मांग

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा हमने जूनियर डॉक्टरों से कहा था कि वो पहले हड़ताल वापस लें. उसके बाद चर्चा की जाएगी. अब चूंकि जूनियर डाक्टरों ने हड़ताल वापस ली है, उसके बाद हमने चर्चा की है. सरकार जूनियर डॉक्टरों को 17% स्टाइपेंड देंगी.

आज जबलपुर हाईकोर्ट में होगी अवमानना पर सुनवाई

हाईकोर्ट ने जूनियर डॉक्टरों को 24 घंटे में काम पर लौट जाने के लिए कहा था, लेकिन जूनियर डॉक्टर काम पर वापस नहीं लौटे . इसको लेकर सरकार ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका लगाई थी. जिसको लेकर सोमवार को चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक, जस्टिस सुजॉय पाल की खंडपीठ इस पर सुनवाई करेगी. सरकार डॉक्टर के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई किए जाने की मांग करेगी.

डिवीजन बेंच ने जूनियर डॉक्टर्स द्वारा की गई हड़ताल को अवैधानिक करार देते हुए तल्ख टिप्पणी की थी. यह भी कहा था कि 24 घंटे के भीतर डॉक्टर काम पर लौटें. इस आदेश को काफी समय हो गया पर है.

जूनियर डॉक्टरों की ये थी मांगे

– जूनियर डॉक्टरों की स्टाइपेंड में 24% की बढ़ोत्तरी की मांग थी.
– पीजी करने के बाद 1 साल के ग्रामीण बॉन्ड को कोविड की ड्यूटी के बदले हटाने के लिए एक कमेटी बनाई जाए.
-कोविड ड्यूटी में काम करने वाले हर जूनियर डॉक्टर को 10 नंबर का एक गजटेड सर्टिफिकेट मिले. ताकि आगे उसको सरकारी नौकरी में फायदा मिले.
-सभी जूनियर डॉक्टर जो कि कोविड में काम कर रहे हैं उनको और उनके परिवार के लिए अस्पताल में अलग से एक एरिया और बेड रिजर्व किया जाए. साथ ही उनके इलाज को फ्री किया जाए.
-आए दिन डॉक्टरों के साथ होने वाली मारपीट को देखते हुए डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान की जाए.

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