मिलावटी तेल का कारोबार तेजी पर:जिले में सप्लाई हो रही सरसों के तेल में मिलावट, फूड विभाग की कार्रवाई के बावजूद नहीं मान रहे व्यापारी
- खाद्य विभाग लगातार कर रहा नमूना भरने की कार्रवाई, नहीं मान रहे मिल मालिक
जिले की तेल मिल में मिलावट का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मिल मालिक केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी ताक पर रखे हुए हैं। इनके द्वारा लगातार मिलावट की जा रही है। जून माह में जिला के खाद्य विभाग ने जोर-शोर से कार्रवाई की तथा दो दर्जन से अधिक तेल मिल के नमूने भरे, इसके बावजूद तेल मिल मालिक मिलावट के इस कारोबार को लगातार अंजाम दे रहे हैं।
यहां बता दें कि, केन्द्र सरकार के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट ने सरसों के तेल में किसी भी प्रकार की मिलावट पर पाबंदी लगा दी है। यहां तक कि सरकार ने 8 जून से कई तेल मिल के ब्लेडेड (मिश्रित)ऑयल के लाइसेंस रद्द कर दिए थे। जब तेल व्यापारियों ने इसका विरोध किया तथा सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो 30 सितंबर तक लाइसेंस निरस्त करने की अवधि बढ़ा दी। गौर तलब है कि, ब्लेडेड लाइसेंस की आढ़ में तेल मिल व्यापारी सरसों के तेल में सोयाबीन, राइस ब्रान व पॉम ऑयल आदि तेल की मिलावट के साथ-साथ केमिकल का उपयोग भी करते हैं।
13 नमूने जांच में फेल
जानकारी के अनुसार जिले के खाद्य विभाग ने जून माह में तेल मिल व्यापारियों के 26 नमूने भरे थे। इनमें से रिपोर्ट आने पर 13 मिल के नमूने जांच में फेल पाए गए हैं। जिन तेल का नमूने लिए थे उनमें ब्रांडेड पैक ऑयल से लेकर खुले में बेचने वाला तेल भी शामिल है। जिन मिल मालिकों के नमूने फेल पाए गए हैं, वे अब अपने आपको बचाने के लिए दोबारानमूने की जांच के लिए गुहार लगा रहे हैं। दूसरी तरफ खाद्य विभाग उनके खिलाफ प्रकरण तैयार कर कार्रवाई के लिए लगा हुआ है।
सोनपछी ब्राण्ड का नमूना दो बार फेल
जिले में सोनपछी ब्राण्ड के नाम से सील बंद तेल बेचा जाता है। सील बंद होने के कारण इसकी शुद्धता की प्रमाणिकता का दावा अधिक किया जाता है। खाद्य विभाग की टीम ने इस तेल की फैक्ट्री बालाजी ऑयल मिल जो कि ग्वालियर रोड पर है उसका 3 मार्च को नमूना भरा था। जब लैब में जांचा गया तो मिलावटी पाया गया। तेल मिल मालिक ने जांच रिपोर्ट को गलत बताया और दोबारा 2 जून को फिर खाद्य विभाग ने इसी मिल के तेल का नमूना भरा। इसकी रिपोर्ट में भी दोबारा तेल में मिलावट पाई गई। लिहाजा अब जिले की ब्राण्डेड व पैक बंद तेलों पर से लोगों का विश्वास उठता जा रहा है।
इन मिल के नमूने जांच में फेल
1-श्रीनाथ एडिबल ऑयल मिल का खुला सरसों का तेल जांच में मिलावटी पाया गया है।
2-श्रीकृष्णा एडिबल ऑयल मिल का नमो ब्राण्ड का सरसों का तेल जांच में मिस ब्राण्ड पाया गया है।
3- ग्वालियर रोड स्थित बालाजी फूड प्रोडक्ट का सोन पक्षी ब्राण्ड सरसों का तेल जांच में मिस ब्राण्ड पाया गया है।
4-मुरैना गांव स्थित मंगलम फूड प्रॉडक्ट ऑयल मिल का खुला सरसों का तेल मिलावटी पाया गया है।
5- डोमपुरा रोड स्थित पवन ऑयल्स के खुले तेल की जांच में तेल मिलावटी पाया गया है।
6-जौरा रोड स्थित अवध ऑयल मिल का काला घोड़ा ब्राण्ड सरसों का तेल मिलावटी पाया गया है।
7-सिंह ऑयल मिल्स का सिद्ध बाबा ब्राण्ड का ऑयल जांच में सेहत के लिए असुरक्षित तथा मिलावटी पाया गया है।
8-ग्वालियर रोड स्थित RS ऑयल इण्डस्ट्री का बालक ब्राण्ड के सरसों का तेल मिस ब्राण्ड पाया गया है।
9-बामौर स्थित राठी ऑयल मिल का सिक्का ब्राण्ड सरसों का तेल मिलावटी पाया गया है।
10-अंबाह, बायपास रोड स्थित RT इण्डस्ट्री का पैंथर ब्राण्ड सरसों का तेल मिलावटी पाया गया है।
11-MP एडिबल ऑयल मिल का ऐरावत नाम का ब्रांडेड सरसों का तेल भी मिलावटी पाया गया है।
12-पोरसा के RB ऑयल मिल का नागाजी ब्राण्ड सरसों का तेल भी जांच में मिलावटी पाया गया है।
13-जौरा रोड स्थित कैलादेवी ऑयल मिल का खुला सरसों का तेल जांच में मिलावटी पाया गया है।
कहते हैं अधिकारी
विभाग द्वारा जून माह में नमूने लिए गए थे जिनमें से कई नमूने फेल पाए गए हैं।
धर्मन्द्र कुमार जैन, खाद्य अधिकारी, मुरैना