MP Flood Update: चंबल नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर, ग्वालियर-चंबल में 8 हजार जानें बचाई गईं; CM बोले- बेचैन हूं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी चंबल के लगातार बढ़ रहे जलस्तर पर चिंता जताई है. CM ने कहा है, शिवपुरी-श्योपुर में हालात सामान्य हो चले हैं, लेकिन मुरैना-भिंड में संकट टला नहीं है. उधर श्योपुर में सेना के जवानों को भी बचाव दल के साथ तैनात कर दिया गया है

मध्य प्रदेश (MP Flood Update) के ग्वालियर-चंबल इलाके में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई हुई है. राहत और बचाव कार्य जारी है और अब तक 8 हजार लोगों को होमगार्ड, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वायुसेना और आर्मी ने रेस्क्यू किया है. सिंध, कूनो, पार्वती और क्वारी नदियों का जलस्तर कम होने से शिवपुरी, दतिया, श्योपुर में आई बाढ़ में कमी आई है, लेकिन करीब 1200 गांवों में पानी अब भी भरा हुआ है. उधर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने बाढ़ से सुरक्षित निकाले जाने के बाद कहा कि जिस तरह से भयावह स्थिति बनी है उस स्थिति में एक जनसेवक होने के नाते उनका जाना जरुरी था. उन्होंने कहा कि उन्होंने जो हालत देखी है उससे उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. बता दें कि चंबल नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर (Chambal river still above danger mark) बह रही है. चंबल-मुरैना में करीब 5.25 मीटर और भिंड में 2 मीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा करने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि वे काफी बेचैन हैं और राहत कार्य में तेजी के लिए लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं. शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार रात भोपाल में शीर्ष अफसरों के साथ मीटिंग की और प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत के साथ बिजली-सड़क जैसी जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए भी जरूरी इंतजाम करने को कहा है. मीटिंग में शिवराज ने कहा कि श्योपुर की हालत देखकर उनका बेचैन हैं और जल्द से जल्द राहत पहुंचाया जाना जरूरी है.

बाढ़ से स्थिति अभी भी चिंताजनक

बाढ़ से करीब 1200 से ज्यादा गांव प्रभावित हैं जबकि सिर्फ बुधवार को करीब 1100 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. फिलहाल 60 राहत शिविरों में 12 हजार लोगों को सुविधाएं दी जा रही हैं. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि 2445 होमगार्ड के जवान प्रतिनियुक्ति पर एसडीआरएफ/एनडीआरएफ को दिए जाने के आदेश दिए गए हैं. ये बाढ़ के दौरान रेस्क्यू में सहयोग करेंगे, इसमें सिंहस्थ के दौरान काम करने वाले होमगार्ड्स शामिल करने की कोशिश भी जा रही है. उधर चंबल नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है. बुधवार को मुरैना-भिंड में करीब 35 से ज्यादा गांव खाली करा लिए गए हैं. मौसम विभाग ने श्योपुर-शिवपुरी, अशोकनगर-गुना में 24 घंटे तेज बारिश की चेतावनी देकर डरा दिया है.

नदियां हैं उफान पर

ग्वालियर-चंबल अंचल की चार नदियां चंबल, सिंध, पार्वती व कूनो उफान पर हैं. अभी तक कूनो ने श्योपुर, सिंध, पार्वती ने शिवपुरी, ग्वालियर व दतिया में हालात बेकाबू कर दिए थे. अब जब यह नदियां कुछ शांत हुईं, तो चंबल ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. बुधवार रात तक चंबल मुरैना में कई जगह 5 से 6 फीट तक पानी खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है. NDRF, SDRF के साथ ही सेना की कॉलम को तैनात कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी चंबल के लगातार बढ़ रहे जलस्तर पर चिंता जताई है. CM ने कहा है, शिवपुरी-श्योपुर में हालात सामान्य हो चले हैं, लेकिन मुरैना-भिंड में संकट टला नहीं है.

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