पाकिस्तान पर ‘कब्जा’ कर कहीं परमाणु हथियार न हासिल कर ले तालिबान, अमेरिका को सता रहा ये बड़ा डर
अमेरिकी सांसदों ने कहा कि अफगानिस्तान में पैदा हुए शून्य का फायदा लेकर तालिबान के साथ चीन अपने संबंधों को बढ़ाना चाहता है. सांसदों ने कहा कि अफगानिस्तान में पैदा हुई स्थिति के परिणाम दशकों तक दिखाई देंगे.
अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि तालिबान (Taliban) जो अब अफगानिस्तान का वास्तविक शासक है, पाकिस्तान को अस्थिर न करे और परमाणु हथियार न हासिल कर सके. सांसदों ने मांग की है कि अफगानिस्तान में क्या हुआ और आगे बढ़ने की अमेरिका की क्या योजना है, इन महत्वपूर्ण सवालों का बाइडेन को जवाब देना चाहिए. क्या आप इस घटना के बाद क्षेत्रीय सहयोगियों का सैन्य रूप से समर्थन करने के लिए तैयार हैं, अगर तालिबान अफगानिस्तान की सीमा का सैन्यीकरण करता है? यह सुनिश्चित करने के लिए आपकी क्या योजना है कि तालिबान अपने परमाणु पड़ोसी पाकिस्तान को अस्थिर न करे?
सीनेट और प्रतिनिधि सभा के 68 सांसदों के समूह ने बुधवार को बाइडेन को संबोधित एक पत्र में इस संबंध में सवाल किए. इस पत्र में ये भी पूछा गया कि क्या आपके पास यह सुनिश्चित करने की कोई योजना है कि तालिबान के कब्जे वाला अफगानिस्तान कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करेगा? सांसदों ने कहा कि पिछले हफ्तों में तालिबान ने चौंकाने वाली तेजी के साथ अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. पूरी दुनिया इसे सदमें की तरह देख रही थी. अफगानिस्तान से अमेरिकी सैन्य बलों की वापसी और वहां से अमेरिकी नागरिकों की निकासी में देरी हुई. तालिबान शासन में ऐसी स्थिति हो गई है, जिसमें महिलाओं, लड़कियों का उत्पीड़न, नागरिक समाज का दमन, घरों से अनगिनत अफगानों का विस्थापन शामिल है. अमेरिकी सांसदों ने कहा कि चीन इस सबके बीच पैदा हुए शून्य का फायदा लेकर तालिबान के साथ अपने संबंधों को बढ़ाना चाहता है. सांसदों ने कहा कि इस कार्रवाई के ऐसे परिणाम सामने आए हैं, जो दशकों तक दिखाई देंगे.
अलकायदा को रोकने की आपकी क्या योजना?
इन परिणामों से निपटने का मतलब है कि हमें अमेरिकी रणनीति के लिए अभी कार्रवाई करनी चाहिए. हम इसलिए आपको लिख रहे हैं कि बताएं कि अफगानिस्तान को लेकर अमेरिका की आगे बढ़ने की योजना क्या है. उन्होंने कहा कि खुफिया समूहों ने चेतावनी दी है कि तालिबान अल कायदा और आईएसआईएस को अमेरिका के खिलाफ भविष्य के आतंकवादी हमलों के लिए प्रशिक्षित और लैस करने के लिए अफगानिस्तान को एक सुरक्षित आश्रय के रूप में इस्तेमाल कर सकता है. सुनिश्चित करें कि अल कायदा फिर से अफगानिस्तान में पैर नहीं जमा पाए. इस खतरे से मुकाबले के लिए आप किस तरह से तैयार है. इसके साथ ही ये भी पूछा गया है कि तालिबान के हाथों में चले गए अमेरिकी हथियारों को दोबारा हासिल करने की आपकी क्या योजना है?