अफगानिस्तान: अमरुल्लाह सालेह का अमेरिका पर तंज, कहा- एक सुपर पावर मिनी पावर बनना चाहता है तो ठीक है
अमेरिका के अफगानिस्तान से जाने के बाद तालिबानी नेताओं का दौरा शुरू हो गया है. हक़्क़ानी नेटवर्क से जुड़े तालिबान के आतंकी अनस हक्कानी ने काबुल एयरपोर्ट का दौरा किया और तालिबानी लड़कों से बात की.
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की वापसी और तालिबान के राज पर पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह का ट्वीट आया है. अमरुल्लाह ने अमेरिका पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि अमेरिकी फौज के जाने से अफगानिस्तान कहीं नहीं जाएगा.
सालेह ने ट्वीट किया, ”अफगानिस्तान पैक होकर आखिरी अमेरिकी सैनिक के बैग में नहीं चला गया. देश यहीं है. नदियां और खूबसूरत पहाड़ यहीं हैं. लोग तालिबान का राज नहीं चाहते हैं इसलिए लोग उससे भागना चाहते हैं. अगर एक सुपर पावर मिनी पावर बनना चाहता है तो ठीक है.”
इंटरव्यू में क्या कह रहे हैं अमरुल्लाह सालेह ?
एक टीवी इंटरव्यू में अमरुल्लाह सालेह से सवाल पूछा गया कि अमेरिका के जाने से आप लोग एक फिर खते में आ जाएंगे? इस पर सालेह ने जवाब दिया, ”अगर आपने तय कर लिया है कि कल जाएंगे, तो हमारा इसमें कोई दखल नहीं होगा. हम सिर्फ उन्हें इतना बता सकते हैं कि हमारे उद्देश्य, हमारा लक्ष्य और हमारा दुश्मन एक ही है. लेकिन अगर उन्होंने जाने का फैसला कर लिया तो यह उनकी मर्जी है. हमें अपनी सीमाएं पता हैं.”
उन्होंने आगे कहा, ”हमें पता है कि अभी हमारा दुश्मन नहीं हारा है, हमारे उद्देश्य और लक्ष्य नहीं हासिल हुए हैं. आपके वादे पूरे नहीं हुए हैं. एक सुपर पॉवर होने के तौर पर नैतिकता, राजनीति और सिद्धांत कहते हैं कि आपको यहां रुकने की जरूरत है. लेकिन अगर आपने जाने का फैसला किया है तो हम आपको रोक नहीं सकते. लेकिन अगर वो पीछे हट गए हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम पीछे हट जाएंगे. हम यहीं हैं, यह पहाड़ यहीं, नदियां यहीं बह रहीं हैं. उनके जाने से हमारा अस्तित्व खत्म नहीं हो जाता.”