नेहा सिंह राठौर का UP चुनाव पर गीत, VIDEO
लोकगायिका के बोल- उत्तरप्रदेश में चुनाव आइले पास… जनता नेता जी से पूछिहें केने बड़ुए विकास
चर्चित लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर गीत गाया है। इससे ठीक पहले उन्होंने निजीकरण के खिलाफ भी गीत गाया था। नेहा ने गाया है, “उत्तर परदेश में चुनाव अइले पास.. जनता नेता जी से पूछिहअ केने बड़ुए विकास..?” नेहा की खासियत रही है कि वे बिंदास भाव में व्यंग्य बाण छोड़ती हैं। वे इन गीतों को खुद से लिखती भी हैं। वह बिहार के कैमूर जिले की रहने वाली हैं। बिहार चुनाव के समय भी उनके गीत काफी पॉपुलर हुए थे।
उन्नाव, हाथरस में दरिंदगी की शिकार बच्चियों के साथ न्याय का सवाल
इस चुनावी गीत में नेहा सिंह राठौर ने उन्नाव, हाथरस के बच्चियों के साथ हुई दरिंदगी का सवाल भी उठाया है और पूछा है कि न्याय होई कहिया? कहा है, “देह नोचवन के बाटे खदिए में बास… जनता नेता जी से पूछिहें केने बड़ुए विकास?”
गोरखपुर, कुशीनगर में 24 घंटा बुजुरी के आस तकास
आगे उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के गोरखपुर, कुशीनगर, मिर्जापुर, जौनपुर, देवरिया में 24 घंटे बिजली का आस कब पूरी होगी…” 24 घंटा बिजुरी के आस तकास…जनता नेता जी से पूछिहें , केने बड़ुए विकास…”।
गाजीपुर के रोडवा पर खड़े औंधइले…
इस गीत में साइकिल और चोर की कहानी भी है कि चोर कैसे उत्तर प्रदेश की सड़क पर गिर जाता है। उन्होंने गाजीपुर के रोडवा, जमुनिया के रोडवा की सच इस गीत में रखा है। चोर का ठेहुना छिला जाता है। नेहा ने गाया, “साइकिल पे टोटी लेकर चोरवा पड़इले.. गाजीपुर के रोडवा पे खड़े औंधइले…।”
बाप-दादा के संपत्ति बिलवा के मानी बेचना
नेहा सिंह राठौर से एक सप्ताह पहले केन्द्र सरकार के निजीकरण का विरोध-गीत गाया था- “सत्तर बरस के मोरे सहजल गहना माटी में मिलवलस मरद माटीलगना। नहिअर के निशानी हमर दूनो हाथ के कंगना कोइला के भावे बेचला मुंहझौसवना….करनी-धरनी तेरह- बाइस, खाली गलबजवना…। इस गीत में उन्होंने गाया था-बाप दादा के संपत्ति बिलवा के मानी बेचना…।”