Gwalior : तीन मोर्चाें पर फेल आबकारी: जोरों पर अवैध अहाते,बिल भी नहीं और दाम मनमाने
एक सितंबर से हर ग्राहक को शराब का बिल दिए जाने की व्यवस्था चौपट, मनमाने दामों पर शराब बिक्री फिर शुरू
-शहर में हाइवों पर चेकिंग और शहर में हर होटल बना अवैध अहाता
ऐसे चल रहा मनमानी-सांठगांठ का खेल
1-अवैध अहाते
हाइवे और ग्रामीण एरिया में कभी कभी कच्ची शराब व बनाने का सामान पकडने वाले आबकारी विभाग की टीम का शहर में रात के समय होटलों में चलने वाले अवैध अहातों पर ध्यान नहीं है। यह कारोबार जमकर फलफूल रहा है, शहर से सटे ढाबों व छोटे बडे होटलों में बुरे हालात हैं। लंबे समय से शहर में कोई छापेमारी नहीं हुई है।
2-बिल- आबकारी आयुक्त ने आदेश दिए थे कि प्रदेश में एक सितंबर से दुकानों पर शराब का बिल दिया जाएगा। बिल बुक रखे गए और शुरू में पालन भी दिखा लेकिन अब सब बेपटरी हो गया है। पीक समय पर बडी और छोटी शराब दुकानों पर बिल नहीं दिया जा रहा है। ग्राहक लगातार शिकायत कर रहे हैं।
3-मनमाने दाम- शराब का बिल दिए जाने की व्यवस्था का मकसद मनमाने दाम पर अंकुश लगाना था लेकिन अब फिर एमआरपी रेट से ज्यादा पर बेचने की शिकायतें सामने आने लगी हैं। आबकारी विभाग की टीम को भी लोग शिकायत कर रहे हैं।
जिला कंट्रोलर सुरेंद्र सिंह राठौर
सवाल- शराब के बिल की व्यवस्था बनाई थी लेकिन दुकानदार नहीं दे रहे,टीमें क्या कर रही हैं
जवाब- शिकायत के लिए नंबर भी जारी किए हैं, हम सोमवार से चेक कराते हैं।
सवाल-हाइवे पर कच्ची शराब की कार्रवाई होती है, कभी शहर में अवैध अहाते होटलों चेक क्यों नहीं करते हैं
जवाब-हमें इनपुट मिले हैं, अब शहर में जो होटल-ढाबे अवैध अहाते चला रहे हैं, कडी कार्रवाई करेंगे।
सवाल-दुकानदार मनमाने दाम पर शराब बेच रहे हैं, लोग दूसरे राज्यों से शराब ला रहे हैं, यह कब रूकेगा
जवाब-मनमाने दाम को रोकने के लिए बिल व्यवस्था लागू की गई है, औचक छापेमारी की जाएगी।