निर्माणाधीन मंदिर:13 करोड़ से बन रहा जौरासी का महालक्ष्मी मंदिर, शहर के वास्तुदोष को करेगा दूर
शहर से 20 किलोमीटर दूर जौरासी हनुमान मंदिर के नजदीक महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। 13 करोड़ की लागत से बनने वाले इस मंदिर का निर्माण सूर्य-शनि की युति से शहर के विकास में उत्पन्न हो रही बाधा को दूर करेगा। मंदिर का निर्माण करवा रहे ट्रस्ट हनुमान मंदिर जौरासी के अध्यक्ष सुरेश चतुर्वेदी का कहना है कि ऐंती शनि पर्वत की वजह से इस क्षेत्र को शनि क्षेत्र कहा जाता है। शहर में सूर्य मंदिर की स्थापना के बाद शहर के विकास में बाधा शुरू हो गई थी, मिल बंद हुई और अन्य क्षेत्रों का विकास भी रुक गया।
2022 दिसंबर तक मंदिर का निर्माण पूरा होने की उम्मीद
मंदिर का निर्माण सन 2018 में शुरू किया गया था। 2022 तक मंदिर निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। इसमें 6 मुख्य गुंबद होंगे। महालक्ष्मी के 8 रूप के साथ-साथ गणेश जी और सरस्वती जी की प्रतिमाएं भी रहेंगीं।
अष्टलक्ष्मी विराजमान रहेंगीं
मंदिर में महालक्ष्मी की प्रतिमा अष्टधातु की 6 फीट ऊंचाई की बनवाई जाएगीं। इसके अलावा मंदिर में धनलक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, गजलक्ष्मी, शान्तना लक्ष्मी, वीरा लक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी, विजया लक्ष्मी की प्रतिमाएं भी स्थापित होंगीं।
हनुमान मंदिर में आने वाले चढ़ावे से हो रहा है निर्माण
ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश चतुर्वेदी के अनुसार मंदिर के निर्माण में जो खर्च हो रहा है उसकी पूर्ति जौरासी हनुमान मंदिर से आने वाले चढ़ावे से की जा रही है। इसके अलावा किसी से भी मंदिर निर्माण के लिए दान नहीं लिया गया है। मंदिर में एक हॉल का निर्माण भी किया जा रहा है जिसमें धार्मिक कार्यक्रमों का आयाेजन किया जा सकेगा।