Rajasthan: मुख्यमंत्री के 6 सलाहकारों की नियुक्ति पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने मांगा सरकार से जवाब, CM गहलोत को लिखा पत्र
राजस्थान विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने राज्यपाल को पत्र लिखा था. राठौड़ ने नियुक्ति को गैर संवैधानिक बताते हुए हस्तक्षेप की थी मांग की थी.
राजस्थान में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित पुनर्गठन (Rajasthan Cabinet Expansion) पूरा होने के बाद भी चर्चा में बना हुआ है. इसमें सबसे ज्यादा चर्चा जिस की हो रही है वह है, 6 विधायकों को मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त करना (CM Advisor Appointed). जिसके बाद अब इस नियुक्ति पर राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) ने सरकार से जवाब मांगा है.
मुख्यमंत्री के 6 सलाहकारों की नियुक्ति पर राज्यपाल सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. राज्य सरकार ने हाल ही में 6 विधायकों को मुख्यमंत्री का सलाहकार बनाया है. जिसके बाद से ही इन नियुक्तियों पर सवाल उठ रहे थे. नियुक्ति पर राजस्थान विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने भी राज्यपाल को पत्र लिखा था. राठौड़ ने नियुक्ति को गैर संवैधानिक बताया था.
राज्यपाल ने राठौड के पत्र को आधार बनाकर मांगा जवाब
राजेंद्र राठौड़ ने इसे पोस्ट ऑफ प्रॉफिट की नियुक्ति करार देते हुए राज्यपाल से हस्तक्षेप की थी मांग की थी. जिसके बाद राज्यपाल कलराज मिश्र ने राठौड के पत्र को आधार बनाकर राज्य सरकार से जवाब मांगा है. दरअसल मंत्री बनने से वंचित रहे छह विधायकों को मुख्यमंत्री का सलाहकार बनाया है, इन्हें मंत्री का दर्जा मिलेगा. इनमें तीन निर्दलीय और तीन कांग्रेस विधायक शामिल हैं. कांग्रेस विधायक डॉ. जितेंद्र सिंह, राजकुमार शर्मा, दानिश अबरार, निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा बाबूलाल नागर, रामकेश मीणा को सलाहकार बनाया है.
16 जिलों से एक विधायक को भी नहीं मिली कैबिनेट में जगह
वहीं गहलोत के नए मंत्रिमंडल में राजस्थान के 16 जिलों से एक भी मंत्री नहीं है जबकि आधा कैबिनेट राज्य के सिर्फ 4 जिलों से आता है. मंत्रिमंडल में भरतपुर और जयपुर का दबदबा है, जहां से 4-4 मंत्री बना दिए हैं. जातीय समीकरण की बात करें तो कैबिनेट में जाट-एसटी, दलितों को टॉप पर रखा है और जाट और एसटी वर्ग के 5-5 मंत्री हैं. पहली बार दलित वर्ग से 4 कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. इसके अलावा राजपूत, वैश्य वर्ग से 3-3 मंत्री हैं जबकि मुस्लिम और गुर्जर वर्ग से 2-2 मंत्री बनाए हैं. इनके अलावा यादव, पटेल और बिश्नोई वर्ग से भी एक-एक मंत्री को कैबिनेट में जगह दी गई है.