ग्वालियर व्यापार मेले की तैयारी …. मेला लगने का अता-पता नहीं, 250 व्यापारियों ने करा ली दुकानों की बुकिंग, रंगने लगे झूले

  • हर साल 26 दिसंबर से शुरू हो जाता है ग्वालियर व्यापार मेला

कोरोना गाइड लाइन पूरी तरह से खत्म होने के बाद व्यापार मेले को लेकर दुकानदार भले ही उत्साहित हों, लेकिन मेला लगाने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। आलम यह है कि बोर्ड बैठक के अभाव में जहां मेला परिसर में व्यवस्थाओं के टेंडर भी नहीं लग पाए हैं, वहीं 250 दुकानदारों ने इस उम्मीद में दुकानें बुक करा ली हैं कि इस बार उनका कारोबार अच्छा होगा। मेला परिसर में रखे झूलों पर रंगाई का काम भी शुरू हो गया है।

परंपरा के अनुसार 26 दिसंबर से मेले की शुरुआत हो जाती है। लेकिन मेला अपना पूरा आकार जनवरी के पहले सप्ताह में ले पाता है। निर्धारित तिथि पर मेले की शुरुआत करने के लिए अक्टूबर माह से तैयारियां शुरू हो जाती हैं। लेकिन इस बार न तो बोर्ड का गठन हुआ और न ही परंपरा के अनुसार बोर्ड के अध्यक्ष का प्रभार संभागायुक्त को दिया गया। एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा की यात्रा न होने के कारण बोर्ड बैठक नहीं हो पाई। इस कारण दुकानों की मरम्मत, सफाई, रंगाई-पुताई आदि के टेंडर भी नहीं हो पाए।

दुकानों में उग रही घास

शासन के निर्देश के अभाव में मेला परिसर में तैयारियां शुरू नहीं हो पाई हैं। पक्की दुकानों के अंदर घास उग रही है। मेला परिसर में घास के साथ झाडियां लगी हुई हैं। बोर्ड बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद कम से कम एक सप्ताह तो मेला परिसर की सफाई में ही लग जाएगा। इसके साथ ही दुकान व शौचालयों आदि की मरम्मत का काम भी समय लेगा।

पशु मेले की तैयारियां नहीं

20 दिसंबर के आस-पास पशु मेले की शुरुआत हो जाती है, लेकिन निर्देश न मिलने से इस बार तैयारियां शुरू नहीं हो पाई हैं। पिछले साल पशु मेला नहीं लगा था। कोरोना काल के कारण तमाम प्रतिबंधों के साथ फरवरी में शुरू किया गया मेला भी 27 दिन में सिमट गया था।

कोई दिशा-निर्देश नहीं है

मेले को लेकर कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। बोर्ड बैठक में मेले को लेकर निर्णय होना है। उसके बाद ही हम तैयारियां शुरू करेंगे। -निरंजन श्रीवास्तव, सचिव, मेला प्राधिकरण

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