39 साल बाद तवा पुल की मरम्मत; 1 करोड़ रुपए लगाने के बाद मप्र के दूसरे सबसे बड़े पुल पर रहेगा खतरा
हाेशंगाबाद-बाबई के बीच स्थित जर्जर तवा पुल की 39 साल बाद मरम्मत हाे रही है। सवा महीने से काम चल रहा है। इस बीच एस्टीमेट में एक बड़ी खामी सामने आई है। 1980-82 में बने पुल की सतह पर वजन झेलने वाले एक्सपेंशन ज्वाॅइंट ताे बदले जा रहे हैं लेकिन नीचे दाे स्लैब का वजन झेलने वाले न्यू पिन बैरिंग बदले ही नहीं जा रहे। जबकि एमपीआरडीसी अधिकारी दबी जुबान में बैरिंग काे खराब मान रहे हैं।
ब्रिज पर करीब 560 न्यूपिन बैरिंग हैं, जिनमें से अधिकतर सड़ गए हैं। एमपीआरडीसी तवा ब्रिज की सतही मरम्मत ताे करा रहा है लेकिन पिलर की सुरक्षा अनदेखी की जा रही है। 1338 मीटर लंबे तवा ब्रिज की करीब 1 कराेड़ से मरम्मत हाे रही है। न्यू पिन बैरिंग अनुमानित लागत 30 से 40 लाख रुपए आती। 30 से 40 लाख रुपए बचाने के लालच में ब्रिज पर खतरा बरकरार रहेगा।
ऐसे खराब हैं तवा पुल के बैरिंग- स्लैब पर वजन झेलने वाले ज्वाॅइंट बदल रहे, 40 लाख बचाने सड़े बैरिंग नहीं हटाए
मिश्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइट इंजीनियर विनायक मिश्रा ने बताया तवा ब्रिज के स्लैब में लगने वाले न्यू पिन बैरिंग खराब हैं। अधिकांश में क्रेक है। इन्हें समय रहते नहीं बदला तो ब्रिज पर लोड पड़ने से स्लैब को नुकसान होगा। इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव में हमने इसे शामिल किया था लेकिन हमें सिर्फ जॉइंट एक्सपेंशन बदलने और रेलिंग निर्माण कार्य ही मिला है।
1338 मीटर का तवा पुल मप्र का दूसरा बड़ा पुल है, इसमें 560 न्यूपिन बैरिंग लगे, इनमें अधिकतर खराब

एक जॉइंट पर 10 बैरिंग
एक जॉइंट पर 10 बैरिंग लगी हुई है। इस मान से तवा ब्रिज पर 56 जॉइंट है। जिसमें लगभग 560 करीब न्यू बैरिंग लगाई जाएगी। लेकिन कंपनी जैसे जैसे जॉइंट पर काम करती जा रही है उन्हें वे न्यू पिन बैरिंग खराब या क्षतिग्रस्त मिलते जा रहे हैं।
टैंपरेरी मरम्मत से ज्वाॅइंट में भराई मिट्टी
तवा ब्रिज के गड्ढे भरने के लिए तुरंत में पेंचवर्क कई बार किया गया है। ब्रिज की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया गया। गड्ढों को भरने में मिट्टी भी डाली गई है जो अब अंदर तक बैठ गई है कंपनी के कर्मचारी इसे नीचे उतरकर निकाल रहे हैं। इस वर्क को एक्सोविशन कहते हैं। इसमें मिट्टी, रेत, डस्ट निकाली जा रही है।
ज्वॉइंट पर न्यूपिन बैरिंग खराब है तो जांच कराएंगे
ज्वाॅइंट्स पर न्यू पिन बैरिंग खराब हैं, इसकी जांच कराई है। बैरिंग खराब है या नहीं इसकी रिपोर्ट हेडऑफिस भेजेंगे। प्रवीण निमजे, प्रबंधक एमपीआरडीसी
30 नवंबर अंतिम तारीख
19 अक्टूबर से तवा ब्रिज की मरम्मत चल रही है। डेडलाइन 30 नवंबर को खत्म हो जाएगी। अभी 56 जॉइंट्स में से 19 जॉइंट्स की डिसमेडलिंग हुई है। 37 जॉइंट्स पर काम करना है। काम के लिए 40 कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं।
आपसे जानकारी मिली है, अधिकारियों से बात करेंगे
ज्वाॅइंट्स बदलने के साथ न्यूपिन बैरिंग भी सड़ गए हैं। इसकी जानकारी आपसे मिली है। एमपीआरडीसी अधिकारियों से बात करेंगे। –विजयपाल सिंह, विधायक सोहागपुर