प्रदेश में मोनोपॉली पैटर्न होगा खत्म ….. शराब दुकानें छोटे ग्रुप में होगी नीलाम, कीमतों पर लगेगा अंकुश
प्रदेश में शराब का मोनोपॉली पैटर्न खत्म करने के लिए तीन साल बाद नई आबकारी नीति लागू करने की कवायद शुरू हो चुकी है। आबकारी विभाग जिले में सिंगल ग्रुप सिस्टम की जगह दो से तीन दुकानों के छोटे ग्रुप में शराब दुकान नीलाम करेगा, जिससे मोनोपॉली खत्म होगी। जहरीली शराब से मौतों रोकने के लिए शराब की कीमतों पर अंकुश लगाया जाएगा।
नई शराब दुकानों के खुलने का प्रस्ताव रहेगा। इसके अलावा महंगी शराब बिकने से रोकने के लिए एक्साइज ड्यूटी कम करने से लेकर ठेकेदारों का मार्जिन तक कम करने की तैयारी है। प्रदेश में बीते एक साल में अवैध शराब से मौतों की संख्या बढ़ी है। आगामी वित्तीय वर्ष में अप्रैल 2022 से आबकारी नीति लागू होगी। इसके पहले आबकारी नीति में बदलाव के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस पर चर्चा के लिए 16 दिसंबर को आबकारी विभाग की बैठक होगी।
यह बदलाव हो सकते हैं
प्रदेश में 2019 की आबकारी नीति लागू है। इसमें शराब दुकानें सिंगल ग्रुप सिस्टम में एक जिले में एक ग्रुप के पास है। इसकी वजह से शराब ठेकेदारों में आपसी प्रतिस्पर्धा नहीं है। दो से तीन दुकानों के छोटे ग्रुप में शराब दुकान ठेके होने से कीमतों पर अंकुश रहेगा।
अभी 2544 देशी, 1061 विदेशी शराब दुकानें है। इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। इसकी वजह ग्रामीण इलाकों में बहुत दूरी पर दुकान होना है। दुकान कम होने से गांव में अवैध शराब खरीदी जाती है। हालांकि इस पर फैसला सीएम स्तर पर ही होगा।
प्रदेश में एक्साइज ड्यूटी ज्यादा होने के साथ ही नियमों में विसंगति है। इसलिए ठेकेदार ड्यूटी पटाने के बाद माल नहीं उठाते है। इससे एक हजार करोड़ के राजस्व का नुकसान संभावित है। नीति में एक्साइज ड्यूटी कम करने इस विसंगति को दूर किया जाएगा।