उत्तर प्रदेश में EVM की हेराफेरी पर चुनाव आयोग ने दिया ये बयान
चुनाव आयोग ने कई स्थानों पर ईवीएम की हेराफेरी के आरोपों को बेबुनियाद और पूरी तरह गलत बताया है और कहा है कि ईवीएम हर तरह से सुरक्षित हैं। आयोग ने कहा है कि उसने गाजीपुर, डुमरियागंज, झांसी और चंदौली आदि स्थानों पर ईवीएम की हेराफेरी की शिकायतों की जांच की और पाया कि वे स्ट्रांग रूम में पूरी तरह सुरक्षित हैं।
यूपी के गाजीपुर में गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने मंडी में बने स्ट्रांग रूम के सभी प्वाइंट पर निगरानी के लिए अपने लोगों की मौजूदगी की मांग करते हुए बाहरी जनपदों से ईवीएम आने की आशंका जताई। जिलाधिकारी ने तीन लोगों को मंडी परिसर में रहने की बात कही लेकिन अफजाल नौ लोगों पर अड़े रहे। इसे लकेर देर रात तक हाईवोल्टेड हंगामा चलता रहा और सैकड़ों समर्थक जुटे रहे। गाजीपुर लोकसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी और केंद्रीय मंत्री भाजपा प्रत्याशी मनोज सिन्हा के बीच मुख्य़ मुकाबला है।
वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर सोशल मीडिया पर आ रही कथित रिपोर्टों पर चुनाव आयोग और मीडिया के खिलाफ मंगलवार को विवादित बयान दिया। सिसोदिया ने ट्विटर पर लिखा, “झांसी, मेरठ, गाजीपुर, चंदौली और सारण हर जगह मतगणना केन्द्रों पर मशीनें बदली जा रही हैं लेकिन चुनाव आयोग और तथाकथित मीडिया मोदी के सामने नतमस्तक आंखों पर पट्टी बांधे घुटनों के बल बैठा है। जनता ने मोदी के खिलाफ वोट दिया है उसे मीडिया और चुनाव आयोग मिलकर बदल रहे हैं।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “फगवाड़ा में प्राइवेट कार में ईवीएम पहुंची मतगणना केन्द्र, चुनाव के दो दिन बाद चुनाव आयोग और मीडिया आज चुप है। इन मशीनों से मोदी चुनाव जीतेंगे और फिर हर बार की तरह खुद को पत्रकार कहने वाले लोग कहेंगे हारे हुए लोग इवीएम का बहाना ले रहे हैं।”