सूरत अग्निकांड: कई छात्रों की जान बचाने वाले केतन ने बताया, ’40-45 मिनट बाद पहुंची फायर ब्रिगेड’
सूरतः गुजरात की व्यापारिक राजधानी सूरत के कोचिंग सेंटर में शुक्रवार को हुए अग्निकांड में अब तक 20 छात्रों की मौत हो चुकी है. यह कोचिंग सेंटर यहां की चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में संचालित हो रहा था. सूरत पुलिस ने इस मामले में कोचिंग सेंटर संचालक भार्गव भूटानी और इमारत के दो बिल्डरों हर्षल वेकारिया व जिग्नेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इसके बाद कोचिंग सेंटर संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिस वक्त इस बिल्डिंग में आग लग रही थी उस वक्त अपनी जान बचान के लिए कई छात्रों ने ऊपर से ही छलांग लगा दी थी. वहीं कोचिंग सेंटर के ही एक छात्र केतन ने कई जान बचाई.
सूरत के पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने बताया कि कोचिंग सेंटर के संचालक की गिरफ्तारी हो चुकी है.
इसी कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले केतन ने बताया, ‘वहां बहुत धुंआ था, मुझे नहीं पता क्या करना है, मैंने एक सीढ़ी ली और सबसे पहले वहां फंसे बच्चों को निकालने में मदद की, किसी तरह मैं 8 से 10 लोगों को बचा पाया. इसके बाद भी मैंने दो और छात्रों को बचाया, घटना के करीब 40-45 मिनट बाद वहां फायर ब्रिगेड पहुंची थी.
राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिवार को 4-4 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शुक्रवार को सूरत के सरथाना में चार मंजिला वाणिज्यिक इमारत में आग लगने की घटना के बाद स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग सेंटर में आग से सुरक्षा को लेकर ऑडिट कराने का आदेश दिया.
घटनास्थल का जायजा लेने के बाद रूपाणी ने कहा कि ऑडिट में पता लगाया जाएगा कि राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में आग की घटना से बचाव के लिए समुचित उपकरण और सुविधाएं हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य शहरों और नगरों में अस्पताल, मॉल और दूसरी वाणिज्यिक इमारतों को भी ऑडिट में शामिल किया जाएगा.