गोरखपुर में ‘असलहे’ के दम पर चुनाव …… हथियारों का डंपिंग यार्ड बना गोरखपुर जोन, 90 दिन में पकड़े गए 1438 असलहे; 719 गिरफ्तार
विधानसभा चुनाव करीब आते ही अवैध असलहों की तस्करी काफी बढ़ गई है। असलहों के सौदागार गोरखपुर और आसपास के जिलों यानी कि गोरखपुर जोन को हथियारों का डंपिंग यार्ड बना रखे हैं। ऐसे में पुलिस का मानना है कि इन हथियरों का इस्तेमाल अराजगतत्व आगामी विधानसभा चुनाव में कर सकते हैं। हालांकि इसे देखते हुए पुलिस इन सपलायर्स के खिलाफ ‘आपरेशन तमंचा’ अभियान चलाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। पुलिस के माथे पर बल तब पड़ गया, जब दो दिन पहले शुक्रवार को पुलिस ने असलहों की सप्लाई करने वाले एक गैंग का खुलासा किया। पता चला कि हथियारों की खेप सिर्फ गोरखपुर और आसपास ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल तक इसकी खेप भेजी जा रही है। गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार ने अवैध असलहों की तस्करी पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस को पूरी तरह अलर्ट कर दिए हैं।
इसी का नतीजा है कि बीते 90 दिन यानी कि 3 महीनों के दौरान गोरखपुर पुलिस ने 1438 अवैध असलहे बरामद किए हैं। जबकि पुलिस ने इन मामलों में 719 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं पिछले तीन साल यानि 2019 से 2021 तक गोरखपुर जोन के 11 जनपदों से कुल 10 हजार लोगों से करीब 10 हजार असलहा बरामद हो चुके हैं। पुलिस ने इन्हें आपरेशन तमंचा चलाकर गिरफ्तार किया और आम्र्स एक्ट में चालान किया है। इनमें से ज्यादातर असलहा तस्कर हैं। यही नहीं अब गोरखपुर से असलहों की तस्करी कर बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल तक पहुंचाया जा रहा है। अभी दो दिन पूर्व ही गोरखपुर पुलिस ने डिलेवरी लेने आए दो तस्करों पश्चिम बंगाल के इच्छापुर चुनरी पांडा, वार्ड नंबर 13, थाना नवापार निवासी गोविंदा बासफोर पुत्र राजेश बॉसफोर और देवीपुर वार्ड नंबर 1 निवासी सूरज यादव पुत्र सरोज यादव को गिरफ्तार कर दो तमंचा,एक अदद जिंदा कारतूस, एक पिस्टल 32 बोर व दो जिंदा कारतूस बरामद किया है। आंकड़े कहते हैं कि हर तीन महीने में 222 लोगों को पकड़ा। यही नहीं पुलिस ने हर तीन महीने में औसतन 277 असलहा पकड़ा गया। ये अवैध असलहे आगामी चुनाव में भी खतरा बन सकते हैं।
गोरखपुर रेंज में तीन साल में 2592 पकड़े गए
गोरखपुर रेंज के गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया व कुशीनगर में 3 साल में 2592 लोग असलहे के साथ पकड़े गए। 2019 में 743, 2020 में 969 और 2021 में 880 पकड़े गए हैं। अकेले गोरखपुर जिले में ही तीन सालों में करीब 1000 लोग असलहे के साथ पकड़े जा चुके हैं और इस वर्ष करीब 360 लोग पकड़े गए हैं।
देवीपाटन मंडल में इस साल 1250 लोग असलहे के साथ गिरफ्तार
बात करें देवीपाटन मंडल के गोंडा, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती की तो यहां 2021 में 1250 लोग असलहों के साथ पकड़े गए हैं। 2020 में यहां 1052 तो 2019 में 879 लोग पकड़े गए हैं। इसी प्रकार बस्ती मंडल में 2021 में 818, 2020 में 854 और 2019 में 564 लोग असलहे के साथ पकड़े गए हैं।
बंगाल जेल में बंद जयहिंद गोरखपुर से मंगा रहा असलहा
पुलिस के अनुसार गोरखपुर के बड़हलगंज का जयहिंद गैंगेस्टर का आरोपित है। वह डी 14 नाम से पंजीकृत गैंग का सदस्य है। वह इस समय पश्चिम बंगाल जेल में बंद है। वहां उसकी मुलाकात दो दिन पूर्व पकड़े गए तस्कर व डिलेवरी ब्वाय गोविंदा व सूरज यादव से हुई थी। जिसके बाद दोनों गोरखपुर असलहे की डिलेवरी लेने आए थे। जयहिंद असलहों को बिहार के मुंगेर से खरीद कर मंगाता है।
बड़हलगंज का अविनाश उपलब्ध कराता है असलहा
जयहिंद का साथी बड़हलगंज के संसारपार निवासी अविनाश शर्मा उर्फ पिंटू ही डिलेवरी ब्वाय को असलहा मुहैया कराता है। डिलेवरी लेने आए लोगों को वह अपने घर या होटल आदि में रूकने की व्यवस्था भी कराता है। पकड़े गए डिलेवरी ब्वाय सूरज व गोविंदा और अन्य तस्कर असलहों को गोरखपुर से ले जाकर पश्चिम बंगाल के अशोक नामक व्यक्ति को देते हैं। कोतकाता में एक ज्वेलरी की दुकान में हुई डकैती में बड़हलगंज का जय गोविंद भी शामिल था। इसी आरोप में वह पकड़ा गया और वर्तमान में कोलकता के जेल में बंद है। वहीं वहां उसकी मुलाकात अन्य अपराधियों से हुई। जिसके बाद वह असलहा तस्करी के चक्कर में पड़ा। वह असलहों को बिहार, बंगाल आदि जगहों पर भिजवाता है और 10 से 15 हजार में बेचकर मुनाफा कमाता है।
कुशीनगर, देवरिया की पगडंडियों से होती है तस्करी
ये लोग कुशीनगर व देविरया के बार्डर के रास्ते असलहों को ले जाते हैं। इन इलाकों में कई पगडंडियां भी है जिनका प्रयोग कर ये शराब, असलहा, पशु, चरस, गांजा आदि की तस्करी करते हैं। कई बार तो ये सेना की वर्दी पहन कर शराब की तस्करी करते हैंं वहीं बसों व ट्रेनों में बैठकर मुख्य रास्तों से तस्करी करते हैं। कुशीनगर पुलिस ने अभी 1 जनवरी को ही सेना की वर्दी पहनकर शराब की तस्करी करने वालों को पकड़ा है। देवरिया पुलिस ने बार्डर के कई रास्तों पर इसे देखकर करीब 20 सीसीटीवी कैमरे लगाया है।
आपरेशन तमंचा के तहत लगातार हो रही धरपकड़
एडीजी जोन अखिल कुमार ने कहा कि चुनाव को देखते हुए आपरेशन तमंचा चलाया जा रहा है। इसका ही परिणाम है कि इतनी बड़ी मात्रा में असलहे के साथ लोग पकड़े गए हैं। इनमें कई बड़े असलहा तस्कर भी पकड़े गए। आगे भी कार्रवाई चलती रहेगी और धंधे में लिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा