बसपा की सीटों का जातीय गणित … खुद जीतने से ज्यादा सपा को हरा रहीं मायावती, 60 फीसदी सीटें ऐसी, जिसमें वोट बंटने से भाजपा को फायदा
यूपी इलेक्शन 2022 के लगातार बदलते समीकरण में अब पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मायावती का जातीय गणित अहम होने जा रहा है। दरअसल, शुरुआती दो चरणों की सीटों पर भाजपा, सपा गठबंधन और बसपा ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। इसमें 26 सीटें ऐसी हैं, जहां तीनों के ही उम्मीदवार हैं। भास्कर ने इन सीटों पर पिछले चुनाव और जातिगत समीकरण के हिसाब से विश्लेषण किया है। इसमें बसपा, सपा गठबंधन को बड़ा नुकसान पहुंचाती नजर आ रही है। ऐसी 15 सीटें हैं जिस पर बसपा समीकरण बिगाड़ रही है, जबकि 6 सीटों पर सीधी टक्कर होगी। वहीं, 4 सीटों पर भाजपा को नुकसान पहुंचाएगी।
आइए जानते हैं इन 26 सीटों के विश्लेषण के बारे में
1. कैराना विधानसभा सीट
इस सीट पर भाजपा की मृगांका पिछला चुनाव नाहिद हसन से हार गईं थीं। इस बार भी समीकरण वही हैं। बसपा ने ब्राह्मण चेहरा उतारा है। इसलिए सपा-आरएलडी के नाहिद हसन की बहन इकरा को सीधा फायदा मिलता दिख रहा है।
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से मृगांका सिंह
- सपा-आरएलडी से इकरा
- बसपा से राजेंद्र सिंह उपाध्याय
जातिगत समीकरण
कैराना में मुस्लिम ज्यादा हैं, इनमें गुर्जर भी हैं। इनके बाद कश्यप और जाट वगैरह आते हैं। मुस्लिम वोट आपस में नहीं बंटते, तो मुस्लिम कैंडिडेट आसानी से जीत जाते हैं। भले ही वो किसी भी पार्टी से हों। वोट बंटने पर हिंदू कैंडिडेट जीतता है।
कुल वोटर: 2,99,980 ब्राह्मण: 11 हजार (3.5%) क्षत्रिय: 4,800 वैश्य: सात हजार मुस्लिम: 1,24,120 (42.19%) गुर्जर: 25 हजार (11%) कश्यप: 34 हजार (11.65%) एससी: 36 हजार (12.15%)
2017 का परिणाम
- सपा से नाहिद हसन जीते थे। इन्हें 98830 वोट मिले थे।
- भाजपा की मृगांका सिंह को 77668 वोट मिले थे।
- रालोद को अनिल कुमार को 19992 वोट मिले थे।
- बसपा के दिवाकर देशवाल के 6888 वोट मिले थे।
2. शामली विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से तेजेंद्र सिंह निर्वाल
- सपा-आरएलडी से प्रसन्न चौधरी
- बसपा से ब्रिजेंद्र मलिक जाट
जातिगत समीकरण
जाट 70 हजार
मुस्लिम 65 हजार
कश्यप 25 हजार
गुज्जर 20 हजार
ब्राह्मण 12 हजार
वैश्य 30 हजार
दलित 45 हजार
2017 का परिणाम
- भाजपा के तेजेंद्र निर्वाल जीते थे। उन्हें, 70085 वोट मिले थे।
- कांग्रेस के पंकज कुमार मलिक को 40365 वोट मिले थे।
- रालोद के बिजेंद्र सिंह को 33551 वोट मिले थे।
- बसपा के मोहम्मद इस्लाम को 17114 वोट मिले थे।
3. बुढ़ाना विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से उमेश मलिक
- सपा-आरएलडी से राजपाल बालियान (RLD)
- बसपा से हाजी मोहम्मद अनीश
जातिगत समीकरण
बुढ़ाना विधानसभा सीट पर कुल 330066 वोटर हैं। इनमें 183592 पुरुष और 146472 महिला वोटर हैं। इस सीट पर सबसे ज्यादा मुसलमान है। मुस्लिम वोट 70000, जाटव 30000, जाट 25765, ब्राह्मण 25500, गुर्जर 31800, सैनी 4432, प्रजापति 2100, पाल 4500, कश्यप 28000, वाल्मीकि 6900, खटीक 3200, ठाकुर 21000, वैश्य 5200, त्यागी 9300, लोधी 1800, उपाध्याय 566, विश्वकर्मा 2400, सुनार 5500, कोरी 1500, नाई 1500 हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से उमेश मलिक जीते थे। इन्हें 97781 वोट मिले थे।
- सपा के प्रमोद त्यागी को 84580 वोट मिले थे।
- बसपा के सईदा बेगम को 30034 वोट मिले थे।
- रालोद के योगराज सिंह को 23732 वोट मिले थे।
4..चरथावल विधानसभा सीट
- भाजपा से सपना कश्यप
- सपा-आरएलडी से पंकज मलिक
- बसपा से सलमान सईद मुस्लिम
जातिगत समीकरण
मुजफ्फरनगर जिले के चरथावल विधानसभा में लगभग 3 लाख 15 हजार मतदाता हैं। चरथावल विधानसभा सीट के जातिगत समीकरण के आधार पर मुस्लिम, चमार, कश्यप, जाट और ठाकुर जाति के वोटर सबसे ज्यादा हैं।
मुस्लिम एक लाख चमार 55 हज़ार कश्यप 30 हज़ार जाट 30 हज़ार ठाकुर 20 हज़ार
2017 का परिणाम
- भाजपा के विजय कुमार कश्यप को 82046 वोट मिले थे।
- सपा के मुकेश कुमार चौधरी को 58815 वोट मिले थे।
- बसपा के नूर सलीम राणा को 47704 वोट मिले थे।
- रालोद के सलमान जैदी को 14442 वोट मिले थे।
5. मुजफ्फरनगर की पुरकाजी विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से प्रमोद उटवाल
- सपा-आरएलडी से अनिल कुमार
- बसपा से सुरेंद्र पाल सिंह
जातिगत समीकरण
मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी विधानसभा में लगभग 3 लाख 14 हजार मतदाता हैं। सबसे ज्यादा मुस्लिम, जाट, चमार, जाट, गुर्जर और त्यागी मतदाता हैं। करीब एक लाख मुस्लिम, 60 हजार चमार और 25 हजार जाट मतदाता हैं। उनके अलावा यहां पाल, ब्राह्मण, त्यागी और ठाकुर वोटर भी बहुत अधिक संख्या में हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से प्रमोद उटवाल जीते थे, उन्हें 77491 वोट मिले थे।
- कांग्रेस के दीपक कुमार को 66238 वोट मिले थे।
- बसपा के अनिल कुमार को 46401 वोट मिले थे
- रालोद की छोटी को 8227 वोट मिले थे।
- सपा की उमा किरण को 2570 वोट मिले थे।
6. मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से विक्रम सैनी
- सपा-आरएलडी से राजपाल सिंह सैनी
- बसपा से माजिद सिद्दीकी मुस्लिम
जातिगत समीकरण
खतौली सीट पर 77 हजार मुस्लिम, 57 हजार चमार, 27 हजार सैनी, 19 हजार पाल और करीब 17 हजार कश्यप वोटर हैं. इनके अलावा यहां गुर्जर, प्रजापति, जाट, ठाकुर और वैश्य वोटर भी अधिक मात्रा में हैं.
2017 सीट का परिणाम
- विक्रम सिंह, भाजपा , 94771
- चंदन सिंह चौहान, सपा, 63397
- शिवन सिंह सैनी, बसपा, 37380
- शाहनवाज राणा, रालोद, 12846
7. मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट
मुजफ्फरनगर जिले की यह सीट सपा गठबंधन के खाते में जा सकती है। दरअसल, इस सीट मुकाबला इतना टक्कर का था कि सपा हजार के भी कम अंतर से हार गई थी, जबकि रालोद अलग होकर लड़ी थी। इस बार दोनों के साथ होने से सीट उनकी झोली में आ सकती है। यहां कुल मतदाता 2, 73236 हैं, जिसमें पुरुष 1, 49209 और महिला मतदाता 1, 24004 हैं।
जातिगत समीकरण
यहां पिछड़ों का 35% प्रतिशत मतदाता है। जाट गुर्जर, झोझा (मुस्लिम), कश्यप व पाल की बिसात बिछती नजर आ रही है। बसपा ने अपना मुस्लिम उम्मीदवार उतारा है। यहां पिछड़ा और जाट समीकरण बना और बिगाड़ रहे हैं, इसलिए मुस्लिम वोट कटने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा और सपा में मुकाबला रहेगा।
इस बार के उम्मीदवार
- सपा-आरएलडी से चंदन चौहान
- भाजपा से प्रशांत गुर्जर
- बसपा से मोहम्मद शालिम
2017 का परिणाम
- भाजपा के अवतार सिंह भड़ाना जीते थे। 69035 वोट मिले थे।
- दूसरे नंबर पर सपा के लियाकत अली रहे। इन्हें 68842 वोट मिले थे।
- तीसरे नंबर पर बसपा के नवाजिश आलम खान थे, जिन्हें 39689 वोट मिले थे।
- रालोद के मिथिलेश पाल चौथे नंबर पर थे, इन्हें 22751 वोट मिले थे।
8. मेरठ की किठौर विधानसभा सीट
मेरठ की किठौर विधानसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है, यहां शाहिद मंजूर 15 सालों तक विधायक रहे। हालांकि, भाजपा के सत्यवीर त्यागी ने 2017 में इन्हें हरा दिया। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। इस बार भी इस सीट पर भाजपा और सपा अपने उम्मीदवार रिपीट किए हैं।
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से सत्यवीर त्यागी
- सपा-आरएलडी से शाहिद मंजूर
- बसपा से कुशल पाल मावी
जातिगत समीकरण –
- कुल मतदाता – लगभग 3 लाख 70 हजार
- मुस्लिम मतदाता – लगभग 70 हजार
- गुर्जर – 35 हजार
- त्यागी – लगभग 30 हजार
- बाकी पर जाट-गुर्जर की निर्णायक भूमिका।
2017 का परिणाम
- भाजपा के प्रत्याशी सत्यवीर त्यागी 10,800 वोटों से जीते थे।
- सत्यवीर त्यागी को कुल 89,817 वोट मिले थे।
- सपा के शाहिद मंजूर को 79,017 वोट मिले थे।
9. गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से नंद किशोर गुर्जर
- सपा-आरएलडी से मदन भैया
- बसपा से हाजी आकिल चौधरी मुस्लिम
जातिगत समीकरण
गाजियाबाद जिले के लोनी विधानसभा में लगभग 4 लाख 55 हजार मतदाता हैं। सर्वाधिक मत जाट किसान और मुस्लिम वर्ग के हैं। उसके बाद पूर्वांचल के रहने वाले लोग और ब्राह्मण, गुर्जर, त्यागी, दलित, वाल्मीकि और गढ़वाल के अलावा अन्य ओबीसी मतदाता भी शामिल हैं।
मुस्लिम 90 हजार पूर्वांचली 40 हज़ार गुर्जर 35 हज़ार ब्राह्मण 30 हज़ार दलित 30 हज़ार वाल्मीकि 23 हज़ार त्यागी 18 हज़ार वैश्य 15 हज़ार गढ़वाली 18 हज़ार अन्य 2 लाख
10. मुरादनगर विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से अजीत पाल त्यागी
- सपा-आरएलडी से सुरेंद्र कुमार मुन्नी
- बसपा से हाजी अय्यूब इदरीशी मुस्लिम
जातिगत समीकरण
जाट 55 हज़ार
त्यागी 40 हज़ार
मुस्लिम 45 हजार
ब्राह्मण 40 हज़ार
दलित 45 हजार
पंजाबी 20 हज़ार
यादव 17 हज़ार
वैश्य 25 हज़ार
ओबीसी 75 हजार
11. गाजियाबाद की मोदीनगर विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से मंजू सिवाज
- सपा-आरएलडी से सुदेश शर्मा
- बसपा से पूनम गर्ग
जातिगत समीकरण
गाजियाबाद जिले के मोदीनगर विधानसभा में लगभग 3 लाख 30 हजार मतदाता हैं। यहां ओबीसी 1 लाख 25 हजार, जाट 50 हज़ार, मुस्लिम 50 हज़ार, ब्राह्मण 35 हज़ार, दलित 30 हज़ार और वैश्य 25 हजार हैं।
12. हापुड़ जिले की धौलाना विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से धर्मेश तोमर
- सपा-आरएलडी से असलम चौधरी
- बसपा से वासिद प्रधान
जातिगत समीकरण
हापुड़ जिले की धौलाना विधानसभा में लगभग 3 लाख 80 हजार मतदाता हैं। यहां मुस्लिम 1 लाख 50 हज़ार, ठाकुर (क्षत्रिय) 70 हज़ार, दलित 50 हज़ार, ब्राम्हण 20 हज़ार, यादव 8 हज़ार, जाट 7 हज़ार और अन्य 45 हज़ार हैं।
13. गौतमबुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट
जेवर विधानसभा सीट 2012 के परिसीमन के पहले तक रिजर्व सीट थी। इस सीट पर अब तक हुए पिछले 9 चुनावों में तीन-तीन बार कांग्रेस-बसपा और भाजपा को जीत मिलती रही है। जेवर विधानसभा में 59% से ज्यादा शहरी मतदाता हैं। पिछले 2 चुनावों में भी यहां मुकाबला कांग्रेस-बसपा और भाजपा इन तीनों पार्टियों के बीच ही रहा है। 2017 में भी मुख्य मुकाबला बसपा और भाजपा में देखने को मिला था।
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से धीरेंद्र सिंह
- सपा-आरएलडी से अवतार सिंह भड़ाना
- बसपा से नरेंद्र भाटी डाडा गुर्जर
जातिगत समीकरण
जेवर सीट पर गुर्जर, मुस्लिम और एससी वोटर सबसे ज्यादा हैं। इसके अलावा ठाकुर समुदाय भी अच्छी पकड़ रखता है। पिछले चुनावों में भाजपा के धीमेंद्र सिंह को गुर्जर, ठाकुर और जाट वोटरों का अच्छा फायदा मिला था। जिसके चलते उन्हें इस सीट पर जीत हासिल हुई थी।
ठाकुर 60 हजार
गुर्जर 85 हजार
बनिया, वैश्य 20 हजार
एससी 70 हजार
मुस्लिम 85 हजार
जाट 35 हजार
अन्य जातिया 80 हजार
2017 का परिणाम
भाजपा प्रत्याशी धीरेंद्र सिंह यहां से चुनाव जीतकर विधायक बने। उन्होंने बसपा के वेदराम भाटी को इस चुनाव में हराया था। इस चुनाव में भाजपा के धीरेंद्र सिंह को 1,02,979 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बसपा के वेदराम भाटी को 80,806 वोट मिले थे। वहीं, तीसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के नरेंद्र नागर थे, जिन्हें 13,239 वोट मिले थे, जबकि चौथे नंबर पर रालोद के कमल शर्मा थे, जिन्हें 9016 वोट मिले थे।
14. बुलंदशहर की स्याना विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से देवेंद्र सिंह लोधी
- सपा-आरएलडी से दिलनवाज खान
- बसपा से सुनील भारद्वाज
जातिगत समीकरण
बुलंदशहर जिले के स्याना विधानसभा में लगभग 3 लाख 70 हजार मतदाता हैं। स्याना विधानसभा सीट के जातिगत समीकरण के अनुसार यहां मुस्लिम और दलित मतदाता प्रभावी नजर आते हैं। लोधी, ब्राह्मम्ण, ठाकुर और वैश्य मतदाता भी अहम भूमिका में हैं।
मुस्लिम 52 हज़ार जाटव 50 हज़ार बाल्मीकि 5 हज़ार लोधी 70 हजार कश्यप 15 हजार ब्राह्मण 30 हज़ार ठाकुर ( क्षत्रिय ) 45 हजार वैश्य 10 हज़ार गुज्जर 17 हजार जाट 38 हजार प्रजापति 10 हजार अन्य 40 हज़ार
15. बुलंदशहर की शिकारपुर विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से अनिल शर्मा
- सपा-आरएलडी से किरन पाल सिंह (RLD)
- बसपा से मो. रफीक उर्फ फड्डा मुस्लिम
जातिगत समीकरण
बुलंदशहर जिले के शिकारपुर विधानसभा में लगभग 3 लाख 10 हजार मतदाता हैं। शिकारपुर विधानसभा सीट के जातिगत समीकरणों के अनुसार यह सीट ब्राह्मण बहुल सीट हैं। जाट वोटर भी प्रभावी भूमिक में हैं। जबकि दलित, मुस्लिम और ठाकुर वर्ग के वोटर भी अहम माने जाते हैं। शिकारपुर विधानसभा सीट पर ब्राह्मण 45 हजार और जाट मतदाता 42 हजार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा के अनिल कुमार चुनाव जीते थे। इन्हें 1, 01, 912 वोट मिले थे।
- बसपा के मुकुल उपाध्याय को 51,667 वोट मिले थे।
- अनिल कुमार पिछला चुनाव बसपा के टिकट पर लड़े थे। दूसरे नंबर पर रहे थे।
- कांग्रेस के उदय करण सिंह तीसरे नंबर पर थे, उन्हें 32,914 वोट मिले थे।
- रालोद के मुकेश शर्मा को 7734 वोट मिले थे।
16. अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से अनूप प्रधान वाल्मीकि
- सपा-आरएलडी से भगवती प्रसाद सूर्यवंशी
- बसपा से प्रेमपाल सिंह जाटव
जातिगत समीकरण
खैर (एससी) विधानसभा में लगभग 3 लाख 75 हजार मतदाता हैं। यहां जाट 1 लाख 10 हज़ार, ब्राह्मण 50 हज़ार, जाटव 45 हज़ार, मुस्लिम 25 हज़ार, ठाकुर (क्षत्रिय) 20 हज़ार, गड़रिया 13 हज़ार, वैश्य 13 हज़ार
और अन्य 5 हज़ार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से अनूप वाल्मीकि जीते थे। इन्हें 124198 वोट मिले थे।
- बसपा से राकेश कुमार मौर्य को 53477 वोट मिले थे।
- रालोद के ओम पाल सिंह को 41888 वोट मिले थे।
- सपा के प्रशांत कुमार को 7496 वोट मिले थे।
17. बरौली विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से ठाकुर जयवीर सिंह
- सपा-आरएलडी से प्रमोद गौड़
- बसपा से नरेंद्र शर्मा
जातिगत समीकरण
लगभग 3 लाख 55 हजार मतदाता हैं। यहां मुस्लिम 30 हज़ार, वैश्य 3 हज़ार, ब्राह्मण 27 हज़ार, ठाकुर (क्षत्रिय) 66 हज़ार, अन्य जनरल 7 हज़ार, जाट 22 हज़ार, कुम्हार 5 हज़ार, लोधी 45 हज़ार, यादव 1 हजार, गड़रिया 20 हजार, कहार 4 हजार, नाई 4 हजार, बंजारा 6 हजार, अन्य पिछड़ी जातियां 3 हज़ार, जाटव 43 हजार, वाल्मीकि 6 हजार, खटीक 10 हजार और धोबी 5 हजार, अन्य एससी/एसटी जातियां 6 हजार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा के दलवीर सिंह जीते थे। इन्हें 125545 वोट मिले थे।
- बसपा के ठाकुर जयवीर सिंह को 86782 वोट मिले थे।
- कांग्रसे के केशव सिंह को 17238 वोट मिले थे।
- रालोद के नीरज शर्मा 1829 वोट मिले थे।
18. कोल विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से अनिल पाराशर
- सपा-आरएलडी से सलमान सईद
- बसपा से मो. बिलाल
जातिगत समीकरणः लगभग 3 लाख 60 हजार मतदाता हैं। यहां मुस्लिम 1.25 लाख, ब्राह्मण 60 हजार, दलित 50 हज़ार, ठाकुर (क्षत्रिय) 50 हज़ार, वैश्य 35 हज़ार, बघेल 13 हज़ार, जाट 13 हज़ार, सिंधी 13 हज़ार और पंजाबी 13 हज़ार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा के अनिल पाराशर जीते थे। इन्हें 93814 वोट मिले थे।
- सपा के शाज इशाक उर्फ अज्जू इश्क को 42851 वोट मिले थे।
- कांग्रेस के विवेक बंसल को 38623 वोट मिले थे।
- बसपा के राम कुमार शर्मा को 37909 वोट मिले थे।
19. इगलास विधानसभा सीट
इगलास सीट पर भाजपा के राजकुमार सहयोगी विधायक हैं। इगलास विधानसभा सीट से चौधरी चरण सिंह की पत्नी और उनकी बेटी भी विधायक रही हैं। इसलिए रालोद ने जाट समाज को अपनी तरफ करने की कोशिश की है।
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से राज कुमार सहयोगी
- सपा-आरएलडी – बीरपाल सिंह दिवाकर
- बसपा से सुशील कुमार जाटव
जातिगत समीकरण : यह सीट जाट बाहुल्य है। इस सीट पर जाट करीब 1 लाख जाट वोटर हैं, जबकि ब्राह्मण 80 हजार, अनुसूचित जातियां 50 हजार, बघेल 30 हजार, वैश्य 20 हजार हैं। यहां जाट और ब्राह्मण वोटर जिसकी तरफ हैं उसकी जीत होगी।
2017 का परिणाम
- भाजपा से राजवीर दिलेर जीते थे। इन्हें, 128000 वोट मिले थे।
- बसपा के राजेंद्र कुमार को 53200 वोट मिले थे।
- रालोद के सुलेखा सिंह को 28141 वोट मिले थे।
- कांग्रेस के गुरुविंदर सिंह को 20934 वोट मिले थे।
20. मथुरा की छाता विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से चौधरी लक्ष्मी नारायण
- सपा-आरएलडी से तेजपाल सिंह
- बसपा से सोनपाल सिंह जाट
जातिगत समीकरणः छाता सीट पर जाट 90 हजार, ठाकुर (क्षत्रिय) 70 हजार, ब्राह्मण 45 हजार, जाटव 30 हजार, मुस्लिम 15 हज़ार, गुर्जर 15 हजार, वाल्मीकि 15 हजार, बघेल 15 हजार और अन्य जातियां 50 हजार
2017 का परिणाम
- भाजपा से चौधरी लक्ष्मी नारायण जीते थे। इन्हें 117537 वोट मिले थे।
- निर्दलीय अतुल सिंह को 53699 वोट मिले थे।
- बसपा के मनोज पाठक को 41290 वोट मिले थे।
- रालोद के ऋषि राज को 9801 वोट मिले थे।
21. मथुरा की गोवर्धन विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से मेघ श्याम सिंह
- सपा-आरएलडी से प्रीतम सिंह
- बसपा से राज कुमार रावत
जातिगत समीकरण
इस सीट पर लगभग 3 लाख 10 हजार मतदाता हैं। यहां ठाकुर (क्षत्रिय) 80 हजार, जाटव 40 हजार, ब्राह्मण 50 हजार, जाट 50 हजार, ओबीसी 35 हजार, वैश्य 25 हजार और मुस्लिम 10 हजार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से करिंदा सिंह जीते थे। इन्हें 93538 वोट मिले थे।
- बसपा से राज कुमार रावत को 60529 वोट मिले थे।
- रालोद के नरेंद्र सिंह को 40999 वोट मिले थे।
22. मथुरा की बलदेव विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से पूरन प्रकाश जाटव
- सपा-आरएलडी से बबीता देवी
- बसपा से अशोक कुमार सुमन
जातिगत समीकरण
बलदेव (एससी) विधानसभा में लगभग 3 लाख 50 हजार मतदाता हैं। यहां जाट 1 लाख 5 हज़ार, अनुसूचित 60 हज़ार, ब्राह्मण 50 हज़ार, सैनी 40 हजार, बघेल 40 हजार, यादव 40 हजार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से पूरन प्रकाश जीते थे। इन्हें 88411 वोट मिले थे।
- रालोद से निरंजन सिंह धनगर को 75203 वोट मिले थे।
- बसपा से प्रेम चंद को 53539 वोट मिले थे।
23. आगरा रूरल विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से बेबीरानी मौर्य
- सपा-आरएलडी से महेश कुमार जाटव
- बसपा से किरन प्रभा केसरी
जातिगत समीकरण
आगरा ग्रामीण विधानसभा में लगभग 3 लाख 90 हजार मतदाता हैं। यहां जाट 95 हजार, जाटव 80 हजार, दिवाकर 40 हजार, क्षत्रिय 40 हजार, ब्राह्मण 30 हजार, वाल्मीकि 20 हजार, कुशवाह 40 हजार, मुस्लिम 30 हजार और वैश्य 25 हजार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा की हेमलता दिवाकर जीती थीं। इन्हें 129887 वोट मिले थे।
- बसपा के कालीचरण सुमन को 64591 वोट मिले थे।
- कांग्रेस के उपेंद्र सिंह को 31312 वोट मिले थे।
- रालोद के नारायण सिंह सुमन को 17446 मिले थे।
24. आगरा की फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से चौधरी बाबूलाल
- सपा-आरएलडी से बृजेश चाहर
- बसपा से मुकेश कुमार राजपूत
जातिगत समीकरणः लगभग 3 लाख 40 हजार मतदाता हैं । यहां जाट 90 हजार, ब्राह्मण 60 हजार, जाटव 45 हजार, क्षत्रिय 40 हजार, मुस्लिम 30 हजार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से चौधरी उदयभान सिंह जीते थे। इन्हें 108586 वोट मिले थे।
- बसपा से सूरजपाल सिंह को 56249 वोट मिले थे।
- रालोद के बृजेश कुमार चाहर को 38307 वोट मिले थे।
- सपा के लाल सिंह को 21884 वोट मिले थे।
25. आगरा की खैरागढ़ विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से भगवान सिंह कुशवाहा
- सपा-आरएलडी से रौतान सिंह
- बसपा से गंगाधर सिंह कुशवाहा
जातिगत समीकरणः खेरागढ़ विधानसभा में लगभग 3 लाख 9 हजार मतदाता हैं। यहां ठाकुर ( क्षत्रिय ) 75 हज़ार, ब्राह्मण 65 हज़ार, जाट 20 हज़ार, जाटव 20 हज़ार और मुस्लिम 10 हज़ार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से महेश कुमार गोयल जीते थे। इन्हें 93510 वोट मिले थे।
- बसपा से भगवान सिंह कुशवाहा जीते थे। इन्हें 61511 वोट मिले थे।
- कांग्रेस की कुसुमलता दीक्षित को 23088 वोट मिले थे।
26. आगरा की बाह विधानसभा सीट
इस बार के उम्मीदवार
- भाजपा से रानी पक्षालिका सिंह
- सपा-आरएलडी से मधुसूदन शर्मा
- बसपा से नितिन वर्मा
जातिगत समीकरणः लगभग 3 लाख 15 हजार मतदाता हैं। यहां ठाकुर ( क्षत्रिय ) 80 हज़ार, ब्राह्मण 80 हज़ार, जाटव 40 हज़ार और निषाद 40 हज़ार हैं।
2017 का परिणाम
- भाजपा से रानी पक्षालिका सिंह जीती थीं। इन्हें 80567 वोट मिले थे।
- बसपा के मधुसूदन शर्मा को 57427 वोट मिले थे।
- सपा से हंसकली अंशु रानी निषाद को 46885 वोट मिले थे।
- रालोद के सुधीर दुबे को 1665 वोट मिले थे।