सोशल मीडिया पर पेंशन अभियान … अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने खींचा राजनीतिक दलों का ध्यान, चुनावी मुद्दा बनाने की मांग
अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने पुरानी पेंशन को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान शुरू कर दिया है। रविवार को पूरे प्रदेश में इसको लेकर अभियान शुरू किया गया। इस दौरान #voteforOPS अभियान चलाया गया। अटेवा पेंशन बचाओ मंच के विजय बंधु ने बताया कि शिक्षक-कर्मचारी अपनी आवाज को सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक दलों तक पहुंचाना चाहते हैं। सोशल मीडिया एक बड़ा प्लेटफार्म है।
वर्तमान चुनाव में सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका हो गई है। चुनाव आयोग के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार शिक्षक-कर्मचारी और भी ज्यादा महत्वपूर्ण और निर्णायक हो गया है। इसीलिए शिक्षक-कर्मचारी अपनी पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा के बैनर तले विभिन्न माध्यमों से अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं।
ट्विटर पर चलाया अभियान
अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष व NMOPS (National Movement for Old Pension Scheme) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार ‘बंधु’ के आह्वान पर कर्मचारियों, शिक्षकों, अधिकारियों की पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए सोशल मीडिया में ट्विटर पर #voteforOPS अभियान चलाया गया।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग
इस अभियान में देश व उत्तर प्रदेश के शिक्षक-कर्मचारियों ने भाग लिया। इससे यह हैश टैग लगातार ट्रेंड में बना रहा। ट्विटर अभियान के माध्यम से प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री व राज्यों के मुख्यमंत्रियों से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की गई। उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों के चुनाव को ध्यान में रखते हुए विभिन्न दलों के प्रमुख नेतागणों से पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को अपने घोषणा पत्र में रखने व प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की भी अपील ट्विटर अभियान के माध्यम से की गई।
सोशल मीडिया पर लड़ा जा रहा चुनाव
अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉक्टर नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि उप्र में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना लगी है, और पूरा चुनाव सोशल मीडिया के माध्यम से लड़ा जा रहा है। इसलिए शिक्षक-कर्मचारियों ने भी अपनी बात रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। शिक्षक-कर्मचारियों ने अपनी ताकत का अहसास करवा दिया है। अटेवा लगातार इस मुद्दे को लड़ रहा है, हमने बार-बार इस मुद्दे को उठाया व जिम्मेदारों तक अपनी बात पहुंचाई है।