दूर करें कंफ्यूजन:एक N-95 मास्क को कितनी बार पहनना चाहिए? इसे सैनिटाइज करने का सही तरीका क्या है? जानिए इसके बारे में सब कुछ

दुनिया भर में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अपने पैर पसार रहा है। इस बीच एक्स्पर्ट्स लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनके अनुसार, कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए N-95 मास्क सबसे बेहतर होता है। यह हमें वायरस के कणों से 95% तक सुरक्षा देता है। वहीं सर्जिकल मास्क 75% तक और कपड़े का मास्क 60% तक ही कारगर होता है।

विशेषज्ञों के कहने पर आपने कपड़े के मास्क को N-95 मास्क से तो बदल लिया होगा, लेकिन क्या आपको इसके सही इस्तेमाल की पूरी जानकारी है? N-95 मास्क पहनने के साथ-साथ हमें यह भी जानना जरूरी है कि इसका उपयोग कैसे, कितनी बार और कितने समय तक किया जा सकता है।

आइए N-95 मास्क से जुड़े हर पहलू को विस्तार से समझते हैं..

– कोरोना से बचने के लिए N-95 मास्क पहनना ही क्यों जरूरी है?

N-95 मास्क एक मेडिकल ग्रेड मास्क है यानी दुनिया के सारे हेल्थ वर्कर्स इसका उपयोग करते हैं। मेडिकल फील्ड में इसे गोल्ड स्टैंडर्ड का मास्क माना जाता है। यह पॉलीप्रोपाइलीन फाइबर से बने होते हैं, जो हवा से कोरोना वायरस को आपके शरीर के अंदर आने से रोकते हैं। N-95 मास्क छोटे और बड़े एयरोसॉल को फिल्टर करते हैं। वहीं, कपड़े वाले मास्क सिर्फ बड़े एयरोसॉल को फिल्टर करते हैं। सर्जिकल मास्क हमारे चेहरे पर अच्छी तरह फिट नहीं हो पाते। इसलिए क्लॉथ और सर्जिकल मास्क से ज्यादा अच्छा N-95 मास्क को माना जाता है।

 

क्लॉथ और सर्जिकल मास्क से ज्यादा अच्छा N-95 मास्क को माना जाता है।

– आपका N-95 मास्क कैसा होना चाहिए?

आपके N-95 मास्क की फिटिंग ऐसी होनी चाहिए जिससे आपका मुंह, नाक और चिन अच्छी तरह कवर हो जाएं। इसके साथ ही गालों के दोनों तरफ और चिन के नीचे जरा सा भी गैप नहीं छूटना चाहिए। मास्क की डोरियां ढीली नहीं होनी चाहिए। N-95 मास्क बाजार में अलग-अलग साइज में उपलब्ध होते हैं। आप छोटे, मीडियम और बड़े साइज में इनका चयन कर सकते हैं।

– ऐसे N-95 मास्क से रहें दूर

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मास्क में अगर वाल्व हो तो उसे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसे मास्क से सांस बिना फिल्टर हुए ही आर-पार हो जाती है। इसके अलावा, बाजार में कुछ नकली N-95 मास्क भी उपलब्ध हैं, जिनसे सतर्क रहना जरूरी है। असली N-95 मास्क का पता लगाने के लिए इन 3 चीजों पर गौर करें:

  • मास्क पर ब्रांड मैन्युफैक्चरर और ट्रेडमार्क साफ दिखना चाहिए।
  • मास्क पर मौजूद ब्रांड का नाम CDC इंडेक्स में चेक कर सकते हैं। इससे पता चल जाएगा कि मास्क को NIOSH ने मंजूरी दी है कि नहीं। [भारत के ICMR की तरह अमेरिका की स्वास्थ्य एजेंसी है CDC (सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) और NIOSH (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ) CDC का हिस्सा है।]
  • अगर ऑनलाइन मास्क खरीद रहे हैं, तो मास्क की हिस्ट्री और रिव्यू जरूर चेक करें।

– N-95 मास्क का इस्तेमाल कितनी बार करना चाहिए?

ये आपके मास्क पर निर्भर करता है। N-95 मास्क दो तरह के होते हैं- धुलने वाले और न धुलने वाले। कई पैकेट्स पर ये लिखा होता है कि आप अपने मास्क को कितनी बार धोकर इस्तेमाल कर सकते हैं। पैकेट के निर्देश फॉलो करके आप इन मास्क का उपयोग कर सकते हैं।

इसके अलावा, बाजार में बिकने वाले कुछ N-95 मास्क के ऊपर ‘सिंगल यूज’ का टैग भी लगा होता है। ऐसे में इन मास्क को एक बार इस्तेमाल करके फेंकना चाहिए या नहीं, लोगों को इस पर भी बहुत कंफ्यूजन होता है। अमेरिका की वर्जीनिया टेक रिसर्च यूनिवर्सिटी की लिनसी मार कहती हैं कि ये टैग हेल्थ वर्कर्स के लिए मान्य होता है। चूंकि ये लोग दिन भर हाई रिस्क जोन में रहते हैं, इसलिए ये मास्क को केवल एक बार यूज करके डिस्पोज कर देते हैं।

लिनसी मार के मुताबिक, अगर आप मेडिकल फील्ड में नहीं हैं, तो आप सिंगल यूज N-95 मास्क को 1 हफ्ते तक इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ विशेषज्ञ इसे 40 घंटों तक यूज करने की सलाह देते हैं, जिसमें कोई बुराई नहीं है। इतने समय बाद वैसे भी ये मास्क गंदा, ढीला और रफ हो जाता है।

कुछ डॉक्टर्स कहते हैं कि आपको 2-3 मास्क रोटेशन में पहनने चाहिए। यानी मास्क को यूज करने के बाद उसे 2-3 दिन का रेस्ट दें। इससे संक्रमण का खतरा और कम हो जाएगा।

हेल्थ वर्कर्स दिन भर हाई रिस्क जोन में रहते हैं, इसलिए वे N-95 मास्क को केवल एक बार यूज करके डिस्पोज कर देते हैं।

– N-95 मास्क को सैनिटाइज कैसे करें?

इस सवाल के जवाब को लेकर अधिकतर लोगों को कंफ्यूजन होता है। यदि आपका मास्क वॉशेबल है, तो आपको उसे उतारने के तुरंत बाद धो देना चाहिए। पर अगर आपका मास्क वॉशेबल नहीं है, तो आपको उसे बिल्कुल नहीं धोना चाहिए। लिनसी मार बताती हैं कि N-95 मास्क में स्पेशल इलेक्ट्रोस्टैटिक मैकेनिज्म होता है, जिसके जरिए वो वायरस को फिल्टर करता है। मास्क में पानी लगते ही ये मैकेनिज्म खराब हो जाता है।

लिनसी मार के मुताबिक, नॉन-वॉशेबल मास्क इस्तेमाल करने के बाद उसे धूप में रख देना चाहिए। गर्मी से वायरस के कण जल्दी मर जाते हैं। इसके अलावा आपको मास्क यूज करने के बाद उसे 2-3 दिन के लिए पेपर बैग या प्लास्टिक बैग में रख देना चाहिए। इससे संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के अनुसार, N-95 मास्क को हाइड्रोजन पेरॉक्साइड (H2O2) से भी सैनिटाइज किया जा सकता है।

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