पुलिस के सिरदर्द बने UP के टॉप-10 इनामी अपराधी … राजनीति में हाथ आजमा चुके इनमें से कुछ को न गिरफ्तार कर पाई, न एनकाउंटर कर सकी

यूपी की योगी सरकार में एक तरफ से पुलिस ने कुख्यातों का सफाया किया। अवैध संपत्ति को कुर्क करने करने का अभियान चलाया। कानपुर में बाहुबली विकास दुबे और मेरठ के बदन सिंह बद्दो की कोठी पर बुलडोजर चलाया गया है। मगर, एनकाउंटर वाले यूपी में अभी भी टॉप-10 वांटेड अंडर ग्राउंड हैं।

यूपी एसटीएफ, प्रदेश की पुलिस और ब्रांडेड कपड़े पहनकर चलने वाली एसओजी इन इनामी अपराधियों का एनकाउंटर तो दूर, यह तक नहीं पता लगा पाई कि वे कहां लापता हैं। इन कुख्यातों की कहानी कुछ ऐसी है कि पहले यह नेता से गुंडे बने और फिर नेता बने और पुलिस को मारा।

1. सुभाष यादव

प्रतापगढ़ में कभी सुभाष यादव की तूती बोलती थी।
प्रतापगढ़ में कभी सुभाष यादव की तूती बोलती थी।

प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा के विनैका निवासी सुभाष यादव पर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित है। सुभाष और उसके भाई सभापति यादव की कभी इलाके में तूती बोली थी। जिला पंचायत व ब्लॉक प्रमुखी के चुनाव में कोई सामने नहीं आता था। रेड़ी बवाल में पुलिस को सुभाष यादव की तलाश है। उसकी गिफ्तारी के लिए एसटीएफ और पुलिस की टीम लगी हुई है। अभी तक यहीं पता चल सका की मोस्ट वांटेड सुभाष कहां छिपा है। यूपी पुलिस की वांटेड की लिस्ट में सुभाष टॉप पर है।

2. सभापति यादव

प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा के विनैका निवासी सुभाष यादव के भाई सभापति यादव पर भी पांच लाख का इनाम घोषित है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख सभापति यादव का एक समय इलाके में वर्चस्व था। योगी सरकार में यह अंडरग्राउंड है। उसकी तलाश में यूपी एसटीएफ और एसओजी ने जाल बिछा रखा है। सभापति यादव पुलिस पर भी हमले कर चुका है।

3. मनीष सिर्फ सोनू

दो लाख का इनाम मनीष उर्फ सोनू पर 10 से अधिक केस दर्ज हैं।
दो लाख का इनाम मनीष उर्फ सोनू पर 10 से अधिक केस दर्ज हैं।

बनारस में प्रॉपर्टी डीलर नारायण दत्त तिवारी की हत्या में वांछित चल रहे मनीष उर्फ सोनू पर दो लाख रुपए का इनाम है। उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में दस से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। यह कुख्यात अपने गैंग के साथ हत्या कर चुका है। गैंग तीन बदमाशों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन मनीष उर्फ सोनू अंडरग्राउंड है। उसकी वजह से कई परिवार खौफ के साए में रह रहे हैं।

4. राघवेंद्र यादव

ढाई लाख का इनामी राघवेंद्र यादव के गैंग को पुलिस ने तोड़ दिया है।
ढाई लाख का इनामी राघवेंद्र यादव के गैंग को पुलिस ने तोड़ दिया है।

गोरखुपर में एक परिवार के चार लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात राघवेंद्र यादव का कोई सुराग नहीं है। उस पर ढाई लाख रुपए का इनाम है। गोरखुपर के झंगहा थाना क्षेत्र के सुगहा गांव निवासी राघवेंद्र यादव यूपी पुलिस की वॉन्टे​ड सूची में टॉप 2 में है। राघवेंद्र के गैंग को पुलिस ने तोड़ दिया है। मगर, वह आज भी पुलिस और एसटीएफ के लिए सिरदर्द बना हुआ है। साल 2018 में इसी बदमाश ने कचहरी से लौट रहे रिटायर्ड दरोगा जयहिंद और उनके बेटे नागेंद्र की भी गोली बरसाकर हत्या की थी।

5. सुमित

दो लाख के इनामी सुमित ने ब्लॉक प्रमुख भूरा की हत्या की थी।
दो लाख के इनामी सुमित ने ब्लॉक प्रमुख भूरा की हत्या की थी।

जेल से फरार कुख्यात मुरादाबाद के सुमित सिंह पर दो लाख रुपए का इनाम घोषित है। सुमित हजरतगंज गढ़ी के नवैनी गांव का रहने वाला है। ब्लॉक प्रमुख भूरा की हत्या में साल 2015 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। गोरखपुर के कुख्यात चंदन सिंह के साथ मिलकर सुमित ने ब्लॉक प्रमुख भूरा की हत्या की थी। उसकी चल और अचल संपत्ति को पुलिस ने कुर्क कर दिया है। जेल से भागने वाले इस कुख्यात का कोई अता-पता पुलिस और एसटीएफ नहीं लगा सकी है।

6. बदन सिंह बद्दो

पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था ढाई लाख का इनामी बद्दो।
पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था ढाई लाख का इनामी बद्दो।

मेरठ के बेरीपुरा निवासी कुख्यात बदन सिंह बद्दो की तलाश में पिछले तीन साल से यूपी पुलिस, एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की टीम लगी है। पुलिस कस्टडी से फरार बद्दो पर ढाई लाख रुपए का इनाम है। उसकी पांच करोड़ रुपए की आलीशान कोठी को पुलिस ने बुलडोजर से मिट़्टी में मिलाते हुए अवैध संपत्ति कुर्क कर ली। उम्र कैद की सजा सुनाए जाने के बाद वह गाजियाबाद से मेरठ पहुंचा और होटल में पुलिस को पार्टी देने के बहाने फरार हो गया।

7. शाहबुद्दीन

दो लाख के इनामी शाहबुद्दीन का 16 साल से कोई सुराग नहीं।
दो लाख के इनामी शाहबुद्दीन का 16 साल से कोई सुराग नहीं।

नवंबर 2005 में प्रयागराज में हुए कृष्णानंद राय हत्याकांड में फरार चल रहे शाहबुद्दीन पर दो लाख का इनाम है। उसकी तलाश सीबीआई को भी है। लंबे समय से यह कुख्यात फरार चल रहा है। इसी कुख्यात के साथी और एक लाख के इनामी हरीश को एसटीएफ ने सितंबर 2021 में मार गिराया। 16 साल से शाहबुद्दीन को पुलिस, एसटीएफ और सीबीआई को कोई सुराग नहीं लगा।

8. अतौर्हमान उर्फ बाबू उर्फ सिकंदर

2 लाख का इनामी अतौर्हमान
2 लाख का इनामी अतौर्हमान

मुख्तार अंसारी के करीबी रहे अताउर्रहमान उर्फ बाबू उर्फ सिकंदर पर दो लाख का इनाम है। यह कुख्यात गाजीपुर के मोहम्माबाद इलाके का रहने वाला है। हत्या के मामले में लंबे समय से वांछित चल रहे बाबू उर्फ सिकंदर की पुलिस, एसटीएफ और सीबीआई को तलाश है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर कई बार बिहार में भी एसटीफ दबिश दे चुकी है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला है।

9. हरीश भौंराकला

2 लाख का इनामी हरीश भौराकला
2 लाख का इनामी हरीश भौराकला

वेस्ट यूपी के मुजफ्फरनगर के भौंराकला इलाके के रहने वाले हरीश भौरांकला पर दो लाख का इनाम है। मुजफ्फरनगर और शामली में इस कुख्यात के नाम से अभी भी खौफ है। उसकी तलाश में एसटीएफ लगी हुई है। कुछ समय पहले उसके हरियाणा में छिपे होने की सूचना एसटीएफ और पुलिस को मिली थी। उस पर हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

10. विनोद जखैता

बुलंदशहर का कुख्यात विनौत जखैता
बुलंदशहर का कुख्यात विनौत जखैता

यूपी पुलिस की लिस्ट में कई अपराधी 50 हजार रुपए के इनामी हैं। बुलंदशहर का विनोद जखैता भी लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। वह लंबे समय से फरार चल रहा है। इसके लिए पुलिस और एसटीएफ ने देहरादून तथा हरिद्वार में भी जाल बिछाया, लेकिन इस कुख्यात का कोई सुराग नहीं लगा।

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