मुजफ्फरनगर…प्रमुख जाट नेताओं को भूले अमित शाह … बैठक में भाकियू के राकेश टिकैत, सर्वखाप पंचायत के सुभाष बालियान, देशवाल खाप के शरणवीर सिंह को बुलावा नहीं
गठबंधन की काट ढूंढ रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा गृहमंत्री अमित शाह ने 253 जाट नेताओं को बुधवार को वार्ता के लिए बुलाया है। इनमें एक दर्जन से अधिक मुजफ्फरनगर तथा शामली के जाट नेता शामिल हैं। हालांकि, तीन प्रमुख जाट नेताओं को इस वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया है। भाकियू के राकेश टिकैत, सर्वखाप पंचायत के सुभाष बालियान देशवाल खाप के छोटे बाबा शरणवीर सिंह जैसे प्रमुख जाट नेताओं को इस वार्ता की कोई जानकारी भी नहीं दी गई।
कृषि कानूनों के विरोध में एक वर्ष से अधिक समय तक चला आंदोलन कई आश्वासनों के बाद समाप्त हो गया था। केंद्र सरकार ने आंदोलन करने वाले किसानों को लिखित में आश्वस्त किया था कि उनकी मांगे मान ली जाएंगी। बावजूद अभी तक इस मामले में कोई सकारात्मक पहल होती दिखाई नहीं दी। इसका परिणाम मौजूदा विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के विरोध के रूप में धीरे-धीरे सामने आ रहा है।
इन हालात से निपटने तथा भाजपा को सियासी नुकसान से बचाने के लिए ही गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी यूपी के 253 जाट नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता दिल्ली में हो रही है। वार्ता में मुजफ्फरनगर-शामली से 10 जाट नेता शामिल हो रहे हैं, लेकिन कई प्रमुख संगठन तथा खाप नेताओं को वार्ता से दूर रखा गया है।
राकेश टिकैत बोले, जाट महासभा को बुलाया होगा

भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा किसान आंदोलन के प्रवर्तक रहे चौ. राकेश टिकैत कहते हैं कि वह तो किसान नेता हैं, जाट नेता नहीं। इसलिए गृहमंत्री ने जाट महासभा के लोगों को बुलाया होगा। उन्हें इस वार्ता का कोई निमंत्रण नहीं दिया गया। वह जाति की राजनीति नहीं करते, बल्कि किसानों के हक के लिए लड़ते हैं।
देशवाल खाप के शरणवीर सिंह को जानकारी नहीं

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जाट नेताओं में शुमार तथा देशवाल खाप के छोटे बाबा शरणवीर सिंह को गृहमंत्री की मीटिंग की कोई जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि किसानों को आश्वासन देकर आंदोलन से हटा दिया गया था। मगर, आज तक उन वायदों पर कुछ नहीं हुआ। बाबा शरणवीर सिंह कहते हैं आंदोलन समाप्त कराने के नाम पर किसानों को सिर्फ गुमराह किया गया है।

सर्वखाप पंचायत महामंत्री सुभाष बालियान हैरान
सर्वखाप पंचायत महामंत्री सुभाष बालियन इस बात पर हैरान है कि गृहमंत्री प्रमुख जाट नेताओं को बुलाकर दिल्ली में वार्ता कर रहे हैं। उनके व्यवसाय जैसे खेती किसानी के मामले में वह मौन हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस वार्ता की तो जानकारी है, लेकिन उसके लिए उनके पास कोई आमंत्रण नहीं आया। बालियान ने कहा कि वह नहीं जानते कि वार्ता का मुद्दा क्या रहेगा।

नहीं जा पाए गठवाला खाप मुखिया बाबा राजेंद्र मलिक
गठवाला के खाप के मुखिया बाबा राजेंद्र सिंह मलिक को अमित शाह से वार्ता के लिए बुलाया गया था। बाबा राजेंद्र मलिक कहते हैं कि उन्हें कई दिन से बुखार है। इसलिए, एहतियातन वह नहीं गए। उन्होंने कहा कि मुझ पर सामाजिक जिम्मेदारी है न कि राजनीतिक। वह राजनीतिक गतिविधियों से अपने को दूर रखना चाहते हैं। राजनीतिक लोगों के कौल फेल का कुछ पता भी नहीं होता। हालांकि, उन्हें यह भी नहीं मालूम की गृहमंत्री क्या वार्ता करना चाहते हैं।
हमें बुलाते तो सवालों के जबाव देने पड़ते

अखिल उत्तर प्रदेश जाट महासभा के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी का कहना है न हमें कोई सूचना मिली न हमें किसी ने इस वार्ता के लिए बुलाया। उन लोगों ने शायद अपनी पार्टी से जुड़े लोगों को बुला लिया है। हमें कोई सूचना नहीं है। पश्चिमी यूपी में अलीगढ़ से मुरादाबाद तक लगभग 28 जिलों में हमारा संगठन संचालित है। हर जिले में हमारी विंग है और जाट परिवार हमसे जुड़े हैं।
किसी भी जिले से हमारे संगठन के सदस्य, पदाधिकारी को नहीं बुलाया गया। अपनी पार्टी के चुनिंदा लोगों को बुलाकर संदेश देना होगा, हमें बुलाते तो हमारे सवालों का जवाब देना पड़ता। शायद उन्हीं सवालों से बचने के लिए हमें नहीं बुलाया गया। हमारे संगठन को नहीं बुलाया गया।