राकेश टिकैत के सरकार पर संगीन आरोप … ये DM सरकारी पार्टी की काउंटिंग 15 हजार वोटों से शुरू करेंगे, विपक्ष की जीरो से

जाट वोटर्स और जयंत चौधरी पर दिए गए अमित शाह के बयान के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति जीत-हार के लिए काफी मायने रख रही है। ऐसे में, किसान नेता राकेश टिकैत ने दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में साफ तौर पर कहा है कि जीतने के लिए सरकार कुछ भी कर सकती है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि वोटों की गिनती वाले दिन DM और SSP सरकार की पार्टी की काउंटिंग 15 हजार वोटों से कराएंगे जबकि विपक्ष की काउंटिंग जीरो से होगी।

बता दें कि दो दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने RLD नेता जयंत चौधरी को ऑफर दिया। साथ ही, ये भी कहा था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान सरकार को पसंद कर रहा है। किसान नेता राकेश टिकैत से दैनिक भास्कर रिपोर्टर आदित्य तिवारी ने बात की। आइए जानते हैं, इस धमाकेदार इंटरव्यू में टिकैत ने क्या कुछ कहा…

सवालः पश्चिम यूपी के जाट नेताओं ने अमित शाह से मुलाकात की, जाट किसके साथ हैं?

जवाबः उनकी महासभा का कोई पदाधिकारी और आदमी होगा, इसकी हमें तो जानकारी नहीं है। हम कोई जाति संगठन नहीं चलाते हैं, जिस जाति की आप बात कर रहे हैं, उनका कोई महासंगठन होगा, कमेटी होगी। उनसे बात करेंगे तो वह बता देंगे।

सवालः 13 महीने आपने किसानों के लिए दिल्ली में संघर्ष किया, तब कोई नहीं आया आपसे मिलने। अब आप क्या देखते हैं वोटर चुनाव में किधर ?

जवाबः जिसने 13 महीने आंदोलन किया, वह सरकार की तलाश कर रहा था। सरकार उसको 13 महीने में मिल गई, दे लेगा वोट जिसे देना होगा। अब सरकार गांव में आने की कोशिश कर रही है, उससे गांव वाले प्रश्न कर रहे हैं अब देखो वह वोट किसको देता है। सरकार से प्रश्न पूछे जा रहे हैं, वह जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

सवालः पश्चिमी यूपी में सरकार के लोग प्रचार नहीं कर पा रहे हैं। इसके पीछे किसान यूनियन तो नहीं है, या फिर वहां की जनता खुद यह कर रही है?

जवाबः वह केवल जनता ही कर रही है, वहां के जो नौजवान हैं। गांव के लोग हैं जो बेरोजगार हो गए हैं। वह लोग कर रहे हैं। 1000 में सिलेंडर ले रहे, वो लोग कर रहे हैं। लकड़ी चुनकर रोटियां बनाने वाले कर रहे हैं। लोग परेशान हैं, इसलिए वह प्रश्न कर रहे हैं।

सवालः फिर एक बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हिंदू मुसलमान का टाइटल बाहर आ रहा है। ऐसे में किसानों के मुद्दे पर चुनाव होना चाहिए?
जवाबः 
वह जो कोशिश कर रहे हैं, यह तो अब नहीं चलेगा। वह मॉडल पुराना हो गया है। फिर स्टार्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। आयशर ट्रैक्टर अगर आपने देखा होगा तो स्टार्ट करते समय उसका प्रेशर अगर टूटता नहीं था तो वह बैक मारता था। वैसे ही है स्टार्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, वह बैक मार रहा है। इन्हीं के हाथ पैर टूट रहे हैं। जैसे ट्रैक्टर स्टार्ट करने के लिए प्रेशर कितना पड़ता है, वह प्रेशर नहीं तोड़ पा रहे हैं।

सवालः अचानक यह बात उठी कि जयंत भाजपा की तरफ हो जाएंगे। क्या आप लोगों के बीच में ऐसी कुछ बातें चल रही हैं क्या?

जवाबः हमारा किसी भी पॉलिटिकल पार्टी से संबंध नहीं है। कौन कहां जा रहा है ये वह खुद समझे। हम तो पॉलिटिकल पार्टी से दूर रहते हैं। हम केवल किसान आंदोलन चलाते हैं। किसान आंदोलन से यह हो गया कि सब पार्टी अब किसानों की बात करने लगी हैं। किसान आंदोलन की बड़ी जीत है।

सवालः क्या किसान आंदोलन को सभी राजनीतिक पार्टियां भुना रही हैं, और एक तरफ 13 महीने में भाजपा आपके पास नहीं पहुंची?

जवाबः जिस भी राजनीतिक पार्टी को भुनाना है, भुना ले। हम भी यही चाहते हैं कि सभी राजनीतिक पार्टियां हैं, किसान का नाम लें। गांव के गरीब आदमी का नाम लें, जिसको भी लेना है…और ले ले।

सवालः किसान आंदोलन के समाप्त होने के बाद कहीं न कहीं आप भाजपा के प्रति सॉफ्ट हो गए हैं। पहले कहते थे हम खिलाफ वोट मागेंगे, ऐसा क्या हुआ?

जवाबः हम कहां सॉफ्ट हैं, हमारी लड़ाई तो सरकार के खिलाफ है, किसी पार्टी से थोड़ी। पार्टी और सरकार अलग-अलग होती है। आज भी भारत सरकार हो या उत्तर प्रदेश सरकार। उसकी पॉलिसी जो गलत होगी हम उसके खिलाफ होंगे।

सवालः कृषि बिल के अलावा आपकी जो मांगें थीं, क्या वह सभी मान ली गई हैं या फिर अभी आश्वासन ही दिया गया है?

जवाबः हमारे जो मुद्दे हैं वह सरकार से हैं। पार्टी और सरकारों को नहीं जोड़ा जाएगा। हम दोनों के बीच में डिफरेंस रखते हैं। उत्तर प्रदेश और देश में भाजपा की सरकार नहीं है। मोदी सरकार है जिसे कंपनियां चलाती हैं। सरकार अगर किसी भी पार्टी का फेवर लेगी तो हम जरूर उसका विरोध करेंगे।

सवालः उत्तर प्रदेश में पहले चरण से चुनाव शुरू हो रहा है। ऐसे में, आप कौन सी पार्टी को कितनी सीटें दे रहे हैं?

जवाबः हमें क्या मालूम कि कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल रही हैं? लेकिन जब सरकारी अधिकारी गिनती पर जाएंगे तो सरकार की पार्टी की 15 हजार से वोटों की गिनती शुरू करेंगे। उस पर ध्यान सबको रखना है। डीएम और एसएसपी जब गिनती पर जाएंगे 15 हजार वोट सरकार की तरफ से लेकर जाएंगे। सरकार के पक्ष की जो पार्टी होगी, उसकी गिनती 15 हजार से शुरू करेंगे और जो विपक्ष अपने आप को मानता होगा, उसकी जीरो से गिनती शुरू होगी। हमें इतना पता है।

सवालः आपको मालूम है, जो सरकारी अधिकारी हैं, वह 15000 वोट लेकर जाएंगे?

जवाबः हां, हमें केवल इतना ही मालूम है वोट लेकर जाएंगे। डीएम 15000 के साथ शुरू करेंगे। हम इससे अलग हैं, हम तो जो मुद्दे होते है वो केवल बता देते हैं। हम केवल वोट देने जाएंगे, हम केवल लड़ रहे हैं। क्या सभी मुद्दों के लिए केवल हम ही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *