प्रसव के दौरान नवजात की मौत का मामला:कल्लो के बच्चे की गर्भ में ही हो गई थी मौत, डॉक्टर को नोटिस
- परिजन को समझा न पाने पर की गई कार्रवाई
पांच दिन पहले जिला अस्पताल परिसर में प्रसव के दौरान हुई नवजात की मौत के मामले में जांच रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में आया है कि प्रसूता के बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई थी। हालांकि परिजन को यह बात न समझा पाने के कारण ड्यूटी डाक्टर बबिता अहिरवार को एक वेतन वृद्धि रोकने का नोटिस जारी किया गया है।बता दें कि कल्लो (25) पत्नी रामलखन मिर्धा निवासी रनूपुरा को 24 जनवरी की रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी। इसके बाद वे 24 जनवरी की रात ही उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए। रात करीब 11 बजे ड्यूटी पर डॉ. बबीता अहिरवार मौजूद थी, जिन्होंने प्रसूता के परिजन से अल्ट्रसाउंड की रिपोर्ट मांगी।
वहीं प्रसूता के देवर श्रीकृष्ण ने आरोप लगाया कि जब हमने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट न होने की बात कही तो ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने पांच हजार रुपए मांगे। जब मैंने पैसे देने से इंकार किया तो उन्होंने इलाज करने से इंकार कर दिया। इस दौरान उनकी भाभी दर्द से कराहती रही। साथ ही अस्पताल परिसर में उनका प्रसव हो गया, जिसमें बच्चे की मौत हो गई। इस मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए थे, जिसकी जांच रिपोर्ट शनिवार को आ गई। रिपोर्ट में आया है कि कल्लो के बच्चे की मौत गर्भ में ही हो गई थी।
24 जनवरी की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में आईयूडी (इंट्रा यूट्राइन डेथ) का जिक्र है। वहीं पीएम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है। हालांकि इस मामले में परिजन की सही ढंग से काउंसलिंग न कर पाने पर ड्यूटी पर मौजूद डा बबिता अहिरवार को नोटिस देकर सात दिन में जवाब मांगा गया है। जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।