एक आईफोन पर 4 गुना तक कमाती है एपल … 3 महीने में शाओमी से 70 लाख, तो सैमसंग से 49 लाख फोन कम बेचकर भी नंबर-1, जानिए किस मॉडल पर कितना कमा रही

भारत में एपल आईफोन की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। महंगा होने के बाद भी इसकी बिक्री का ग्राफ लगातार ऊंचा हो रहा है। 2021 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) के दौरान एपल ने भारतीय बाजार में 23 लाख आईफोन बेचे। पिछले साल की इसी तिमाही के आधार पर उसे 34% ग्रोथ मिली है। दिलचस्प बात ये है कि इस दौरान शाओमी ने 93 लाख और सैमसंग के 72 लाख स्मार्टफोन बेचे। यानी, एपल इन दोनों कंपनियों से तीन गुना कम फोन बेचने के बाद भी पहले नंबर पर रही।

एपल ने शाओमी से 70 लाख और सैमसंग से 49 लाख फोन कम बेचे। इसके बाद भी वो कमाई के मामले में पहले नंबर पर रही। इसकी बड़ी वजह ये है कि एपल अपने हर आईफोन पर बड़ा मुनाफा कमाती है। ये मुनाफा उसकी फ्रैक्ट्री कॉस्ट की तुलना में दोगुना या उससे भी ज्यादा होता है। चलिए आपके एपल की कमाई के इसी मुनाफे के बारे में बताते हैं।

सबसे पहले जानते हैं कि भारत में आईफोन के किस मॉडल की डिमांड सबसे ज्यादा है।

  • रिसर्च फर्म CMR के मुताबिक, एपल ने 2021 में भारतीय बाजार में 54 लाख आईफोन बेचे। 2020 की तुलना में उसे 48% की ग्रोथ मिली। इसमें से 22 लाख आईफोन फेस्टिव सीजन, यानी अक्टूबर से दिसंबर के बीच बेचे गए। इस दौरान सबसे ज्यादा डिमांड आईफोन 12 की रही। आईफोन के कुल मार्केट शेयर में आईफोन 12 का 40% योगदान रहा। इसके बाद आईफोन 11, आईफोन SE (2020), आईफोन 13 और आईफोन 13 प्रो मैक्स मॉडल की डिमांड रही।
  • आईफोन 13 सीरीज को सितंबर 2021 में भारत में लॉन्च किया गया था। आईफोन 13 प्रो और 13 प्रो मैक्स देश में सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल भी हैं। इसी वजह से एपल आईफोन 13 सीरीज का प्रोडक्शन भारत के फॉक्सकॉन और विस्ट्रॉन प्लांट में कर रही है। भारतीय ग्राहक 70% आईफोन के मॉडल मेड इन इंडिया इस्तेमाल करते हैं।

आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट और सेलिंग प्राइस में कितना अंतर

टेक इनसाइट्स (TechInsights) की रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन 13 प्रो की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट 570 डॉलर (करीब 42,500 रुपए) है, जबकि एपल आईफोन 13 प्रो के 128GB मॉडल को 1,19,900 रुपए, 256GB मॉडल को 1,29,900 रुपए, 512GB मॉडल को 1,49,900 रुपए और 1TB मॉडल को 1,69,900 रुपए में बेचती है। अमेरिका में आईफोन 13 प्रो फैक्ट्री कॉस्ट से 1.9 गुना महंगा बेचा जाता है, जबकि भारत में ये 4 गुना तक महंगा बिक रहा है। आईफोन 13 प्रो की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट आईफोन 12 प्रो की तुलना में ज्यादा है। आईफोन 12 प्रो की फैक्ट्री कॉस्ट 549 डॉलर (करीब 40,800 रुपए) थी।

फोन के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों पर बराबर खर्च
टेक एक्सपर्ट प्रावल शर्मा ने बताया कि फोन की कीमत एक यूनिट पर नहीं, बल्कि कितने मिलियन का ऑर्डर मिल रहा है इस बात से तय की जाती है। फोन की कीमत हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में 40-60 रेश्यो में होती है। ऐसा मान सकते हैं कि कंपनी को एक सबसे सस्ते 4G एंड्रॉयड स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए हार्डवेयर में करीब 1500 से 2000 रुपए खर्च करने होते हैं। इसमें भी डिस्प्ले साइज, कैमरा मेगापिक्सल का अहम रोल होता है। वहीं, सॉफ्टवेयर के लिए करीब 2000 रुपए तक खर्च करने होते हैं। जिन सॉफ्टवेयर में अपडेट नहीं मिलता उनकी कीमत कम हो जाती है।

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