ये स्टिंग नहीं, आंकड़ों का सच है …. पश्चिमी यूपी में 113 में से 85 सीटों पर बसपा टिकट बंटवारे का जातीय गणित भाजपा के पक्ष में

यूपी चुनाव पर ‘मैच फिक्सिंग’ के बादल मंडराने लगे हैं। बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर शम्सुद्दीन राइन के स्टिंग में बसपा की 50 सीटों की डील फाइनल हुई या नहीं, लेकिन इस सच्चाई से पर्दा उठ गया कि सब कुछ फेयर तो नहीं है। सिर्फ दिखावे की लड़ाई है। इस फिक्सिंग की कहानी के पहले पन्नों में पश्चिम उत्तर प्रदेश के 16 जिलों की कुल 136 विधानसभा सीटें आती है। इन पर पहले दो चरण में मतदान होना है।

चरणवार विश्लेषण में बसपा ने 88 सीटों पर सपा का खेल बिगाड़ते हुए भाजपा की मदद कर रही है। इनमें 38 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इन सभी सीटों पर सपा ने भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। जोकि भाजपा के उम्मीदवार को टक्कर दे रहे थे। ऐसे में बसपा के उम्मीदवार इनके वोटों में ही सेंध लगाएंगे।

अब अगर गैर मुस्लिम उम्मीदवारों को भी मिला दें तो 113 में से 85 सीटें ऐसी हैं। जिसमें बसपा सपा को सीधे नुकसान पहुंचाती दिख रही है। जाहिर है, अगर ऐसा हुआ तो भाजपा इन सभी पर बाजी मार लेगी। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बसपा हराने-जिताने का ही काम कर रही है, बल्कि 113 में से 25 सीटें ऐसी हैं, जिन पर बसपा 2017 के चुनाव में नंबर 2 पर रही थी। उसका मुकाबला भाजपा के साथ हुआ था। इस बार भी मुकाबला इन सीटों पर भाजपा से ही है।

यूपी में पहले चरण की वोटिंग से ठीक दो दिन पहले पार्टियां टिकट की डील कैसे करती हैं। इसके पीछे की हकीकत स्टिंग में कैद हो गई। इसमें बसपा कोऑर्डिनेटर शम्सुद्दीन राइन 300 करोड़ रुपए लेकर भाजपा को 50 सीट देने पर हामी भरते नजर आ रहे हैं। राइन खुद बता रहे हैं कि उनकी पार्टी में एक टिकट का रेट ढाई से तीन करोड़ रुपए है।

ये वही शम्सुद्दीन राइन हैं, जिन्हें नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बसपा छोड़ने के बाद मायावती के टॉप के करीबियों में गिना जाता है। 2020 में शम्सुद्दीन को उत्तर प्रदेश के 5 मंडलों का मुख्य सेक्टर प्रभारी के साथ उत्तराखंड के स्टेट कोऑर्डिनेटर भी बनाया गया था।

ये भी बता दें कि 16 जनवरी को कानपुर में लखनऊ नंबर की एक स्कार्पियो से पुलिस ने 50 लाख रुपए बरामद किए थे। ये गाड़ी आमीन राइन चला रहा था। आमीन उरई का रहने वाला है। जांच में पता चला था कि आमीन बसपा नेता शम्सुद्दीन राइन का रिश्तेदार है।

भाजपा-सपा गठबंधन के चुनाव में बसपा का रोल

  • 113 सीटों पर बसपा मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर 37 सीटों पर सपा का नुकसान कर रही है।
  • मुस्लिम-गैर मुस्लिम उम्मीदवार मिलाकर 85 सीटों पर बसपा, सपा का नुकसान कर रही है।
  • 25 सीटों पर भाजपा से मुकाबले में है, या ये कहें कि नुकसान करेगी।
  • 3 सीटों पर बसपा कोई असर नहीं डाल रही है।

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