शायद आप मुझे आखिरी बार ज़िंदा देख रहे हैं’, अमेरिका के सामने मदद के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति की भावुक अपील

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की अपने देश के अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने अमेरिका से और लड़ाकू विमान भेजने की मांग की और जल्द से जल्द रूस से तेल आयात कम करने की भावुक अपील की है …. 

यूक्रेन पर रूसी हमला जारी है जिससे वहाँ चारों तरफ तबाही का मंजर है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को सीधे अमेरिकी सांसदों से बात की और रूसी हमले को रोकने की अपील की। इस दौरान ज़ेलेंस्की ने कहा कि वो युद्ध को रोकने के लिए अतिरिक्त मदद की मांग भी की। रिपोर्ट के अनुसार जेलेन्सकी ने कहा कि अमेरिका पूर्वी यूरोपीय साझोदारों से विमानों को भेजकर मदद करे। यदि मदद नहीं मिली तो शायद उन्हें वो आखिरी बार जिंदा देख रहे हों। इससे पहले भी कई मीडिया रेपोर्ट्स में सामने आ चुका है कि रूस राष्ट्रपति जेलेन्सकी की हत्या की तीन बार कोशिश कर चुका है।

एक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सीनेट और हाउस के 280 से अधिक सदस्यों के साथ जूम पर कॉल के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा, अधिक सैन्य सहायता और मानवीय सहायता के साथ-साथ रूसी तेल की खरीद पर दुनिया भर में प्रतिबंध के लिए तुरंत एक्शन लेने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने भावुक होकर कहा कि ‘यदि ये रूसी हमला नहीं रोका गया तो शायद आप मुझे आखिरी बार ज़िंदा देख रहे हैं।’

यूक्रेन को “नो-फ्लाई ज़ोन” घोषित करने की मांग

ज़ेलेंस्की ने कॉल पर यूक्रेन को “नो-फ्लाई ज़ोन” घोषित करने को लेकर भी बात की। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी सीनेटरों को चेताया कि जपोरिजिया न्यूक्लियर रिएक्टर और चेर्नोबिल रिएक्टर पर कोई घटना हुई तो ये पूरे यूरोप को अपनी चपेट में ले लेगा। गौरतलब है कि रूस ने इन्हीं दो प्लांटों पर कब्जा कर लिया है।

अमेरिकी सीनेटरों ने जेलेंस्की की सुरक्षा को खतरे में डाला

अमेरिकी सीनेटरों और जेलेंस्की के बीच हुई ज़ूम कॉल को गोपनीय रखने की बात खो गई थी इसके बावजूद दो अमेरिकी सीनेटर सेंस मार्को रुबियो और स्टीव डाइन्स ने जूम कॉल का स्क्रीनशॉट शेयर कर दिया। इससे जेलेन्सकी की सुरक्षा खतरे में आ गई है। अब इनकी आलोचना की जा रही है।

यूरोप से भी मदद की कर चुके हैं मांग

अमेरिकी सीनेटरों से यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर यूरोपीय नेताओं से मदद का आह्वान भी किया था। यूरोपीय नेताओं से भी उन्होंने कहा था ‘ ये आखिरी बार हो सकता है कि आप मुझे जिंदा देखें।’

जिस तरह से रूसी सेना यूक्रेन के शहरों को तबाह कर कब्जा कर रही है उससे यूक्रेन के राष्ट्रपति की चिंताएं बढ़ना लाजमी हैं। वो अमेरिका और यूरोप से अतिरिक्त सैन्य बल की मदद की मांग कर रहे हैं परंतु सिवाये प्रतिबंध और निंदा के कोई एक्शन नहीं लिया गया है।

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