एक सड़क पर तीन टोल बूथ, पांच सौ किमी के सफर में एक हजार रुपए तक का खर्च
टोल की सड़क बना दीं, पर नहीं की वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था…
भोपाल. मध्यप्रदेश में टोल के नाम पर लूट चल रही है। कुछ जगहों पर एक ही सड़क पर तीन टोल बूथ बने हुए हैं। हाल ये है कि केवल कुछ सौ किमी की यात्रा में टोल के रूप में लोगों को 1 हजार रुपए तक चुकाने पड़ रहे हैं। इन सडक़ों के वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से मजबूरी में वाहन चालकों को टोल की सडक़ों से ही गुजरना पड़ता है।

पांच सौ किमी तक सफर करने के लिए करीब पांच सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक खर्च- प्रदेश में एमपीआरडीसी और एनएचएआइ की करीब सात हजार किमी में टोल की सडक़ों का जाल है। पांच सौ किमी तक सफर करने के लिए लोगों को करीब पांच सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक खर्च करना होते हैं। अगर किसी वाहन चालक के पास यह राशि देने की क्षमता नहीं है तो वह किसी अन्य मार्ग से होकर अपने गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंच सकता है।
इसका कारण यह है कि इनमें से अधिकांश सडक़ों के वैकल्पिक मार्ग नहीं हैं। सरकार ने इन सडक़ोंं के समानांतर कोई कच्चे-पक्के अथवा एक लेन मार्ग नहीं बनाए हैं। भोपाल से इंदौर जाने तीन टोल पड़ते हैं। पहले टोल का विकल्प भोपाल से रातीबड़ होते हुए सीहोर में प्रवेश के लिए मार्ग है, लेकिन सीहोर के बाद दूसरा मार्ग नहीं है। दूसरा टोल सोनकक्ष, तीसरा देवास में है।
बिना टोल की सडक़ों की व्यवस्था करने की मांग भी उठ रही- इसी तरह भोपाल से नर्मदापुरम सीधे जाने के लिए मंडीदीप पर टोल पड़ता है। इससे बचने के लिए लोग भोजपुर से औबेदुल्लागंज का मार्ग चुनते हैं। इससे करीब 15 किमी अतिरिक्त का रास्ता तय करना पड़ता है। इधर आमजन के लिए बिना टोल की सडक़ों की व्यवस्था करने की मांग भी उठ रही है। लोगों का कहना है कि सरकार का दायित्व है कि वह सभी को सहज, सस्ता और सुलभ मार्ग उपलब्ध कराए।