Yogi Govt 2.0: शपथ ग्रहण से पहले ही योगी ने मंच पर बता दिया…फ्लावर नहीं फायर हूं!
योगी मंत्रिमंडल के महामंच पर शपथ से ठीक पहले जो कुछ हुआ, उसकी एक-एक तस्वीर अपने आप में सियासी कहानी का अनकहा समंदर है. यूपी में योगी पार्ट-टू के औपचारिक आगाज से पहले…लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले…योगी आदित्यनाथ के अंदाज-ए-बयां ने सारा मंजर बदलकर रख दिया.
योगी मंत्रिमंडल के महामंच पर शपथ से ठीक पहले जो कुछ हुआ, उसकी एक-एक तस्वीर अपने आप में सियासी कहानी का अनकहा समंदर है. यूपी में योगी पार्ट-टू के औपचारिक आगाज से पहले…लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले…पीएम मोदी के मंच पर आने से पहले…नई सरकार की सूरत साफ होने से पहले…योगी आदित्यनाथ के अंदाज-ए-बयां ने सारा मंजर बदलकर रख दिया. यकीन मानिए, योगी के शपथग्रहण में आपने जो कुछ देखा, उससे भी दिलचस्प और कई राजनीतिक किस्सागोई समेटे हुए जो तस्वीर नजर आई, उन पर शायद आपकी नजर न पड़ी हो. अगर पड़ी भी होगी, तो तस्वीर के पीछे की कहानी आप तक नहीं पहुंच पाई होगी. योगी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण की अनकही तस्वीर का हर अंदाज आपको कुछ न कुछ कहानी बताएगा.
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले योगी आदित्यनाथ मंच पर आए. अचानक मंच पर हलचल बढ़ गई. यूपी के पूर्व राज्यपाल राम नाईक का हाथ पकड़ा, उन्हें नमस्कार किया. इसके फौरन बाद दो लोगों ने उनके पैर छुए. उनमें एक केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर भी थे. योगी तेज कदमों से अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के सामने पहुंचे. वो खड़ी हुईं. दोनों ने एक दूसरे को नमस्कार किया. योगी ने एक पल के लिए उनका हालचाल पूछा. इसके बाद केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के सामने पहुंचे. उन्होंने भी सीएम योगी को नमस्कार किया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने भी योगी का अभिवादन किया.
योगी बढ़ते जा रहे थे. तब तक उनके पीछे से केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय आए. उन्होंने योगी को नमस्कार किया. इसके बाद यूपी के चुनाव सह प्रभारी और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर अपनी कुर्सी से थोड़ा आगे आकर योगी से मिले. दोनों ने हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया. अनुराग ठाकुर के साथ यूपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल भी खड़े थे. बंसल ने अनुराग ठाकुर की ही तरह योगी को नमस्कार किया. लेकिन, योगी ने उधर देखकर कोई जवाब नहीं दिया. बंसल फौरन तीन कदम पीछे हट गए. इसी दौरान केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने झुककर योगी को प्रणाम किया. उन्होंने अभिवादन स्वीकार किया.
अब योगी आगे बढ़ने लगे तो मास्क लगाए एक नेता ने उनके पैर छुए. इस दौरान डिप्टी सीएम केशव मौर्य पहले से ही हाथ जोड़कर खड़े थे. योगी ने उनकी तरफ देखा और सिर हिलाते हुए आगे बढ़ गए. हालांकि, केशव मौर्य के बाएं हाथ की ओर खड़े नए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के नमस्कार का जवाब उन्होंने जरूर दिया. खैर, तब तक सुनील बंसल सिर पर हाथ रखकर योगी से कुछ फासले पर आगे की ओर चलने लगे. योगी एक और नेता का हालचाल लेते हुए आगे बढ़े तो हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उनका अभिवादन किया.
अब सुनील बंसल मुड़े और अपनी घड़ी ठीक करते हुए योगी के करीब पहुंच गए. योगी मंच पर मौजूद नेताओं से मिल रहे थे. सुनील बंसल एक पल के लिए वहीं खड़े रहे. लेकिन जैसे ही योगी नंद गोपाल नंदी के नमस्कार का जवाब देते हुए आगे बढ़ने लगे, तो सुनील बंसल योगी से विपरीत दिशा में जाने लगे. योगी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के हाथों में हाथ रखकर उनका अभिवादन किया. जयराम ठाकुर भी थोड़ा झुके. पास में ही योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद खड़े थे. यहां से योगी ने मंच पर यू टर्न ले लिया. वो कुछ और लोगों से मिलने लगे. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह योगी की ओर आने लगे, तो योगी ने भी फिर से मुड़कर अभिवादन स्वीकार करना शुरू किया. ठीक उसी जगह से जहां से वो वापस मुड़े थे.
अब उनके सामने जितिन प्रसाद थे और उनके बराबर में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए राकेश सचान खड़े थे. उनके बराबर में एके शर्मा भी हाथ जोड़कर योगी के अभिवादन में खड़े थे. तब तक दयाशंकर सिंह आए और योगी आदित्यनाथ के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. इस दौरान योगी ने जितिन प्रसाद, राकेश सचान और एके शर्मा को नमस्कार करने के साथ ही बैठने का इशारा कर दिया. एके शर्मा मुस्कुराए अभिवादन में हाथ जोड़े हुए थोड़ा झुके. तब तक योगी ने फिर यू टर्न लिया और राकेश सचान को फिर बैठने का इशारा करते हुए मंच के दूसरी ओर जाने लगे. इस बार उन्होंने फिर हरियाणा के सीएम खट्टर को देखा, तो वो फिर खड़े होकर अभिवादन करने लगे. योगी मंच की व्यवस्था के बारे में कुछ पूछते हुए आगे बढ़े, तो डिप्टी सीएम केशव मौर्य, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मंत्री सुरेश खन्ना खड़े थे.
योगी ने हाथ से इशारा करते हुए कुछ कहा, तो केशव प्रसाद मौर्य ने हाथ जोड़कर मुस्कुराते हुए फिर अभिवादन किया. योगी ने सबको बैठने का इशारा किया. इसके फ़ौरन बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अपनी कुर्सी की ओर चली गई. केशव मौर्य भी अपनी कुर्सी पर बैठ गए. सुरेश खन्ना ने भी कुर्सी संभाली. योगी मंच पर लगातार सबको बैठने का इशारा करते रहे. वो मंच पर बैठे राजनाथ सिंह और अनुराग ठाकुर के पास पहुंचे. राजनाथ ने बैठे बैठे ही योगी से कुछ कहा, योगी ने फिर यू टर्न लिया, तब तक उनके ठीक पीछे यूपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल खड़े थे. राधा मोहन सिंह ने उनके पैर छुए. इस बार सुनील बंसल और योगी दोनों ने एक-दूसरे को नजरअंदाज किया.
योगी मंच की आखिरी पंक्ति में खड़े केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले से मिले. अब योगी मंच पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को कुछ समझाने लगे. तभी सुनील बंसल उनके दाहिनी ओर आकर खड़े हुए. दोनों ने एकदूसरे को देखा और फिर योगी अपनी बाईं ओर खड़े शख्स से कुछ कहने लगे. उस शख़्स ने सेल्फ़ी की गुज़ारिश की. सुनील बंसल ने जेब से एक काग़ज़ निकाला. फिर सेल्फी की रेंज से खुद को दूर किया, मुड़े और दूसरी ओर खड़े हो गए. योगी ने भी अपनी जगह से यू टर्न लिया और मंच की व्यवस्था संभालने लगे. थोड़ी देर बाद वो राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास अपनी कुर्सी पर बैठ गए. इस बार सुनील बंसल उनके पास आए. घड़ी की ओर इशारा करते हुए कुछ बताने लगे.
योगी ने हाथों से इशारा किया, बंसल मुड़े, योगी ने फिर कुछ कहा और उसके बाद सुनील बंसल वहां से चले गए. इसके बाद मंच पर प्रधानमंत्री मोदी आए. सबका अभिवादन करते और स्वीकार करते हुए पीएम मोदी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास आए. यहां तक की पूरी तस्वीर में सिर्फ एक फ़साना नुमायां होता है कि योगी आदित्यनाथ सिर्फ़ यूपी नहीं बल्कि बीजेपी के लिए देश की सियासत का बड़ा चेहरा बन चुके हैं. उनके मंच पर कई राज्यों के मुख्यमंत्री उन्हें देखकर कई-कई बार खड़े हुए. योगी आदित्यनाथ मंच पर घूम-घूमकर जिस अंदाज़ में निर्देश दे रहे थे, वो बता रहा था कि संगठन से सरकार तक और समर्थकों से लेकर अंदरूनी विरोधियों तक योगी फ्लावर नहीं फायर हैं.