समझे म्यूच्युअल फंड के रिस्क व प्रॉफिट का गेम, ये गणित समझ गए तो फायदा ही फायदा

एक्सपर्टस का मानना है कि फिक्स डिपाजिट एक तरह से घाटे का सौदा होता है। फिलहाल ज्यादातर बैंक फिक्स डिपाजिट पर पांच से छह फ़ीसदी का ब्याज देते हैं। जबकि महंगाई की दर 7 फ़ीसदी के करीब है। ऐसे में आपका फायदा 1 फ़ीसदी कम होता है। इसलिए आप चाहे तो इस पैसे को म्युचुअल फंड की शॉर्ट टर्म फंड में रखें, जहां पर सालाना 7 से 8% तक फायदा मिल सकता है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में भी निवेश कर सकते हैं। यानी शार्ट टल से सीधे आपका पैसा एसआईपी में चला जाएगा तो आपको दो तरह से इसका फायदा मिलेगा। ‌

लखनऊ. देखने में निवेश करना काफी आसान काम लगता है लेकिन निवेश का बेहतर लाभ प्राप्त करना कोई आसान काम नहीं हैं। अधिक व सुरक्षित लाभ के लिए निवेश करना कोई आसान काम नहीं है। आज बाजार में निवेश करने के कई विकल्प मौजूद हैं। कुछ परंपरागत निवेश है जो सुरक्षित है तो कुछ ऐसे हैं जिनमें थोड़ा रिस्क रहता है। निवेश के बारे में यह कहा जा सकता है कि जहां जितना रिस्क है वहां पर उतना फायदा। इन दिनों म्यूच्युअल फंड में निवेश को लेकर खूब चर्चाएं होती हैं। आज हम आपको म्यूच्युअल फंड फंड के गणित के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्टस
एक्सपर्स का कहना है कि अगर आप मियूच्युअल फंड में निवेश करने की योजना तैयार कर रहे हैं तो इस समय ऐसी थीम में निवेश करें जो अभी तक प्रदर्शन नहीं कर पाई है। आप चाहे तो इसके लिए हाउसिंग थीम का चुनाव कर सकते हैं। क्योंकि ऐसेट एलोकेशन बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाता है और कोरोना वायरस इन सेक्टर तेजी में है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने के कई कारण हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आपके पैसे का प्रबंध एक ऐसा फंड प्रबंधक करता है जिसे इसमें महारत हासिल होती है। फंड प्रबंधक को आपके पैसे के निवेश की जानकारी होती है। फंड प्रबंधक नुकसान से बचाने के लिए आपके पैसे को बहुत ही सोच समझकर इक्विटी मार्केट, डेट मार्केट या किसी अन्य साधन में निवेश करता है। ‌
फिक्स डिपॉजिट घाटे का सौदा
एक्सपर्टस का मानना है कि फिक्स डिपाजिट एक तरह से घाटे का सौदा होता है। फिलहाल ज्यादातर बैंक फिक्स डिपाजिट पर पांच से छह फ़ीसदी का ब्याज देते हैं। जबकि महंगाई की दर 7 फ़ीसदी के करीब है। ऐसे में आपका फायदा 1 फ़ीसदी कम होता है। इसलिए आप चाहे तो इस पैसे को म्युचुअल फंड की शॉर्ट टर्म फंड में रखें, जहां पर सालाना 7 से 8% तक फायदा मिल सकता है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में भी निवेश कर सकते हैं। यानी शार्ट टल से सीधे आपका पैसा एसआईपी में चला जाएगा तो आपको दो तरह से इसका फायदा मिलेगा। ‌
जानें क्या होता है म्यूचुअल फंड
बीमा अवधि या किसी और विकल्प की तरह या भी निवेश का साधन है। हालांकि, विदेशी बाजारों के मुकाबले भारती म्यूचुअल फंड उद्योग अभी उतना परिपक्व को नहीं है। लेकिन पांच से 7 वर्षों में इस ने अच्छी बढ़त हासिल की है। इस समय यह उद्योग 3800000 करोड रुपए के पार है। यानी निवेशकों को जो निवेश किया हुआ पैसा है उसका मूल इस स्तर पर है।

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