इंदौर … जहां हादसा वहां 3 जगह एस कर्व, ढाई किमी में 30 दिन में 22 हादसे, 4 मौत; जांच टीम बोली- तिराहा खतरनाक

गांधी नगर के जिस हिस्से में किड्स स्कूल बस की टक्कर से एक परिवार के तीन लोगों (पिता-पुत्र और बेटी) की मौत हो गई, वहां लगातार हादसे हो रहे हैं। पिछले एक माह में ही लगभग दो दर्जन वाहन चालक हादसे का शिकार हो गए। घटना के बाद बुधवार को प्रशासनिक अफसरों ने घटना स्थल का जायजा लिया तो मार्ग को लेकर कई खामियां मिलीं।

आरटीओ जितेंद्र सिंह रघुवंशी ने इस जगह को खतरनाक माना। इस जगह को लेकर आईडीए की भी लापरवाही सामने आ रही है। दरअसल, आईडीए ने सुपर कॉरिडोर का गांधी नगर रोड से दिलीप नगर तिराहे तक जो मार्ग एक्सटेंशन किया है, उसमें तीन बड़े कर्व ऐसे हैं जो सामने से रफ्तार में आने वाले वाहन चालकों को गफलत में डाल देते हैं। इस कारण रोज वाहन टकराते ही हैं।

इंजीनियरिंग पर भी सवाल

कॉरिडोर के ढाई किमी के इस नए हिस्से की इंजीनियरिंग भी समझ से परे है। आईडीए ने यहां मार्ग अधूरा छोड़ दिया। गांधी नगर से आने वाले मार्ग से दिलीप नगर तिराहे तक यहां तीन बार ‘एस’ कर्व मिलता है। रात में यहां मार्ग की सभी लाइटें बंद रहती हैं। इससे दिलीप नगर से सुपर कॉरिडोर की ओर जाने वाले मार्ग पर आधा किमी का एक हिस्सा पूरी तरह से बंद है।

यहां 80 की रफ्तार में आने वाले वाहन चालकों को एकदम से टर्न लेने पर मजबूर होना पड़ता है और वे गांधी नगर से आने वाले मार्ग की वन-वे लेन में जा घुसते हैं। ये भी यहां का खतरनाक स्पॉट है। यहां चूरी फैली होने से भी वाहन फिसल जाते हैं।

डेंजर जोन की हकीकत

1. धार रोड और ग्राम बिशनावदा की ओर से आने वाले सिंगल लेन मार्ग पर सुपर कॉरिडोर का एक्सटेंशन किए गए दोनों मार्ग सीधे आकर जुड़ रहे हैं। दोनों मार्गों की कनेक्टिविटी होने से यहां डेंजर पॉइंट बनता है।

2.सुपर कॉरिडोर के दोनों मार्गों और बिशनावदा की सड़क के बीच न तो कोई डिवाइडर है न ही कोई ब्रेकर। यहां रंबल स्पीड ब्रेकर के साथ मार्ग संकेतक का भी अभाव है।

3.गांधी नगर से आने वाले मार्ग की लेन जब बिशनावदा के मार्ग पर मिलती है तो बिशनावदा से बिजासन की ओर जाने वाले वाहनों की स्पीड अधिक होती है। सुपर कॉरिडोर से आने वाले वाहन भी 80 की स्पीड में होते हैं।

रोड का काम पूरा होते ही नहीं होगी दिक्कत

आईडीए अफसरों के मुताबिक, इस रोड पर जंक्शन वाले पार्ट में कुछ दिक्कत है, लेकिन यह इसलिए है कि अभी रोड का काम बाकी है। इसे जल्द ही पूरा करेंगे। उसके बाद डिवाइडर, आईलैंड इस तरह बनाएंगे कि हादसे न हों। इस काम को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

दुकानदारों में भी भय कहा- कब तेज रफ्तार वाहन दुकान में घुस जाए, बना रहता है डर

दिलीप नगर तिराहे पर रिफ्रेशमेंट की दुकान चलाने वाले सुनील गायकवाड़ ने बताया कि इस तिराहे पर सुपर कॉरिडोर से आने वाले और बिशनावदा से आने वाले वाहनों के बीच रोज हादसे होते हैं, क्योंकि दोनों ही मार्ग से वाहन चालक स्पीड में आकर तिराहे पर टकरा जाते हैं। यहां रिजॉर्ट चलाने वाले हेमंत बताते हैं कि इस तिराहे के कारण हमें भय होता है कि वाहन हमारे परिसर में न घुस जाएं। सभी रफ्तार में दौड़ते हैं। इस माह अब तक इस मार्ग के तिराहे पर कल के हादसे को मिलाकर 22 हादसे हो चुके हैं, इनमें 4 मौत हुई हैं।

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