Gwalior Excise Department: 98 दुकानें स्वीकृत, 14 दुकानों पर आबकारी अमला बेच रहा शराब

Gwalior Excise Department:11 समूहों की शराब दुकानें स्वीकृत कर ली गईं। वर्तमान मूल्य से 25 प्रतिशत कम पर शासन ने स्वीकृति दे दी।

एक अप्रैल से नई शराब दुकानों का संचालन भले ही शुरू हो गया है, लेकिन ग्वालियर जिले की पूरी दुकानें अभी तक स्वीकृत नहीं हुई हैं। शुक्रवार को 11 समूहों की शराब दुकानें स्वीकृत कर ली गईं। वर्तमान मूल्य से 25 प्रतिशत कम पर शासन ने स्वीकृति दे दी।

अब सात समूहों की 14 दुकानें शेष बची हैं। बची दुकानों को आबकारी ने खुद चलाना शुरू किया, जिसके लिए 40 अधिकारी-कर्मचारी लगाए गए हैं। जिला कंट्रोलर सुरेंद्र सिंह राठौर की निगरानी में शराब दुकानों का संचालन किया गया। शुक्रवार की टेंडिरंग में ज्यादा कम रेट डालने पर बड़े ठेकेदार लल्ला शिवहरे, लक्ष्मीनारायण शिवहरे और हरिबाबू शिवहरे बाहर हो गए। ग्वालियर को अभी तक पिछले साल की तुलना में 16 प्रतिशत से अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। ज्ञात रहे कि प्रदेशभर में शराब दुकानों के नए ठेके किए जाने की कार्रवाई चल रही है। आबकारी के सहायक आयुक्त संदीप शर्मा ने बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 112 दुकानें हैं, जिनमें 98 का निष्पादन हो चुका है। आबकारी निष्पादन 2022-23 के तहत आबकारी विभाग के 38 मदिरा समूह की 98 दुकान नीलाम हो चुकी हैं, जिनका संचालन नवीन ठेकेदारों के द्वारा शुकवार को शुरू किया गया। अभी भी 103 करोड़ रुपये मूल्य की सात मदिरा समूह की 14 दुकानों की नीलामी शनिवार को होना शेष है। जो मदिरा समूह शेष बचे हैं उनमें लक्ष्मीगंज, स्टेशन रोड, हजीरा, किलागेट, रोशनीघर रोड, मुरार और कुम्हारपुरा शामिल हैं।

दुकानें हाे गईं खालीः नई दुकानाें का आवंटन जरूर हाे गया है, लेकिन अभी इन दुकानाें पर शराब पहुंची नहीं है। जबकि पुराने लाइसेंसधारक दुकानाें काे पूरी खाली कर चुके हैं। ऐसे में अधिकांश दुकानाें पर रात हाेते-हाेते शराब के अधिकांश ब्रांड खत्म हाे चुके थे। बीयर का स्टाक भी लगभग खत्म हाे चुका है। हालत यह है कि शराब के शाैकिनाें काे कई दुकानाें काे खाेजने के बाद मनपसंद ब्रांड मिल पा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *