यूपी की अपनी CBI : बड़े घोटालों की जांच, सीएम Yogi ने नई एजेंसी बनाने का आदेश
यूपी स्पेशल पुलिस स्टैबिलिशमेंट एक्ट बना तो प्रदेश पुलिस की विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) को सीबीआई की तर्ज पर राज्य सरकार के विभागों के विरुद्ध मिलने वाली भ्रष्टाचार की शिकायतों की प्रारंभिक जांच का अधिकार मिल जाएगा। अभी एसआईटी को केवल उन्हीं मामलों में जांच का अधिकार है, जो उसे शासन स्तर से भेजे जाते हैं।
लखनऊ … मंत्रिपरिषद के सामने गुरुवार को हुए गृह, होमगार्ड व कारागार विभाग के प्रस्तुतिकरण के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ का पूरा जोर यूपी पुलिस को आधुनिक और विश्वस्तरीय बनाने पर था। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि एंटी ड्रोन अटैक सिस्टम और ड्रोन फॉरेंसिक के क्षेत्र में तकनीकी विकास की जरूरत है। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यूपी एटीएस पुलिस स्टेशन की स्थापना की जाए। जांच के दायरे को और सुदृढ़ करने के लिए 100 दिन के अंदर सीबीआई की तर्ज पर प्रदेश में यूपी स्पेशल पुलिस स्टेबिलिशमेंट एक्ट तैयार कराया जाए। सीएम ने कहा कि इससे प्रदेश में होने वाले घोटालों की जांच में तेजी आएगी। सीएम योगी ने मेरठ में कोतवाल धन सिंह गुर्जर को स्टेट ऑफ आर्ट पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने नई स्पॉट (स्पेशल पुलिस आपरेशन टीम) के लिए अगले 100 दिनों में दक्ष और समर्पित कार्मिकों का चयन कर उनकी ट्रेनिंग केंद्रीय पुलिस बल व भारतीय सेना के सहयोग से कराने के लिए कहा है। साथ ही उनको स्नाइपर ट्रेनिंग, विशेष एडवेंचर कोर्स कराने के भी निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृह व पुलिस विभाग के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि पुरुषों की तर्ज पर महिला कमांडों की टीमें तैयार की जाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस में महिलाकर्मियों की संख्या को दोगुना करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। बदायूं और लखनऊ में अवंतीबाई व उदा देवी जी के नाम पर गठित महिला पीएसी बटालियन का संचालन अगले दो वर्ष में शुरू कर दिया जाए।
सीएम ने जालौन, मिर्जापुर और बलरामपुर में एक-एक नई महिला पीएसी बटालियन के गठन के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा है। इसके साथ ही उन्होंने महिला हेल्प डेस्क पर सैनेटरी नैपकीन, डिस्पेंसर और इंसेमिनेटर की सुविधा देने और 1090 को पब्लिक सेफ्टी अवेयरनेस पॉइंट का दर्जा देने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बढ़ते साइबर क्राइम के ध्यान में रखते हुए लखनऊ में डिजिटल फोरेंसिक लैब व हर रेंज में साइबर फरेंसिक लैब की स्थापना कराने को कहा है। इसके साथ ही हर जिले में फरेंसिक फील्ड यूनिट स्थापित करने के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने साइबर थानों में नियुक्त कार्मिकों को फरेंसिक प्रशिक्षण दिलाने को कहा है।